कांग्रेसी केदारनाथ बचाओ यात्रा पूर्व धामी पहुंचे धाम, तीर्थ पुरोहितों से भेंट

Uttarakhand Kedarnath Dham Politics In The Name Of Baba Kedar Congress Started The Yatra CM Dhami Reached Kedarnath

केदारनाथ धाम के नाम पर राजनीतिक घमासान, दोनों दलों ने एक-दूसरे पर तेज किया वार-पलटवार
रुद्र प्रयाग 24 जुलाई 2024.मुख्यमंत्री धामी ने भी अचानक केदारनाथ पहुंच कर बाबा केदार के दर्शन किए और वहां चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा की। राजनीतिक विश्लेषक इसे संयोग नहीं, कांग्रेस पर पलटवार की रणनीति देख रहे हैं। वहीं कांग्रेस ने केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा शुरू कर दी है।

– *मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किए बाबा केदारनाथ के दर्शन*

* *केदारनाथ धाम, पुनर्निर्माण कार्यों की प्रगति की ली जानकारी*

बुधवार को बाबा केदारनाथ के दर्शनों को श्री केदारनाथ धाम पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बाबा केदारनाथ का रुद्राभिषेक एवं विशेष पूजा अर्चना कर उत्तराखण्ड की समृद्धि एवं विश्व कल्याण की कामना की। इसके बाद उन्होंने केदारपुरी में चलते पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा की।
बाबा केदारनाथ धाम दर्शनों को पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कमिश्नर गढ़वाल विनय शंकर पांडे,  पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल करन सिंह नगन्याल, जिलाधिकारी डॉक्टर सौरभ गहरवार एवं पुलिस अधीक्षक डॉक्टर विशाखा ने वीआईपी हैलीपैड पर स्वागत किया। तदंतर मुख्यमंत्री तीर्थ पुरोहित समाज एवं मुख्य पुजारी से मिले। मुख्यमंत्री ने बाबा केदारनाथ मंदिर में विशेष पूजा अर्चना एवं रुद्राभिषेक कर संपूर्ण विश्व एवं मानव कल्याण की कामना की। उन्होंने उत्तराखंड के सतत विकास को भी बाबा केदार से आशीर्वाद मांगा। 20 मिनट पूजा के बाद मुख्यमंत्री ने धाम में दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालुओं एवं स्थानीय लोगों का अभिवादन कर श्रावण मास की शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने धाम के मुख्य पुजारी शिव शंकर लिंग का आशीर्वाद प्राप्त किया, साथ ही तीर्थ पुरोहितों के साथ धाम में चल रहे निर्माण एवं अन्य कार्यों के संबंध में चर्चा कर सुझाव मांगे। उन्होंने केदारपुरी में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए निर्माण एवं पुनर्निर्माण कार्यों में तेजी ला गुणवत्ता ध्यान रख समयबद्धता से सभी कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।

इस अवसर पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीकेटीसी योगेन्द्र सिंह, प्रभारी कार्यकारी अधिकारी आरसी तिवारी, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश उनियाल, अनूप सेमवाल, केदार सभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, विनोद शुक्ला, किशन बगवाड़ी, उमेश पोस्ती, केशव तिवारी, दिनेश बगवाड़ी सहित अन्य अधिकारी- कर्मचारी एवं तीर्थ पुरोहित मौजूद रहे।

प्रधानमंत्री  मोदी की धार्मिक और आध्यात्मिक ऊर्जा और अगाध आस्था के केंद्र केदारनाथ धाम के नाम पर राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है। धाम के नाम का दुरुपयोग  रोकने को कानून बनाने के धामी सरकार की घोषणा के बावजूद केदारनाथ पर राजनीतिक घमासान जारी है। कांग्रेस ने बुधवार को हरिद्वार से केदारनाथ की प्रतिष्ठा रक्षा के नाम से पद यात्रा शुरू कर दी।

इस बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी अचानक केदारनाथ पहुंच बाबा केदार के दर्शन किए और वहां चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा की। राजनीतिक विश्लेषक इसे संयोग नहीं कांग्रेस पर पलटवार की रणनीति मान रहे हैं।  हलचल केदारनाथ सीट पर आसन्न उपचुनाव को लेकर है, जो भाजपा विधायक शैलारानी रावत के निधन के बाद खाली हो चुकी है।

राजनीतिक संग्राम और तेज होने के संकेत
सनातन आस्था के पवित्र धाम बदरीनाथ की सीट पर उपचुनाव जीतने के बाद उत्साहित कांग्रेस ने केदारनाथ उपचुनाव को ताकत झोंकनी शुरू कर दी है। बदरीनाथ उपचुनाव में भाजपा के विरुद्ध हवा वह केदारनाथ तक बहाना चाहती है। हवा बनाने को उसने राहुल गांधी की पैदल यात्रा आगे बढ़ाई है।

हरिद्वार से केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा दरअसल उसकी इसी चुनावी रणनीति का हिस्सा है। कांग्रेसी पैदल यात्रा कर चार अगस्त को केदारनाथ पहुंचेंगे। यात्रा मार्ग में सभाएं होंगी। कांग्रेसी मंशा भाजपा भांप चुकी। मुख्यमंत्री धामी का केदारनाथ जाकर पूजा-पाठ, एक दिन पहले तीर्थ पुरोहितों से उनकी वार्ता और धाम से लौट कांग्रेस पर हमला राजनीतिक रणनीति है। भविष्य में केदारनाथ पर राजनीतिक संग्राम और तेज होगा।

हिटो केदार के नाम पर लूटने वाले कर रहे केदार बचाने का ड्रामा: भट्ट

केदारनाथ पर कांग्रेस ने प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा शुरू की तो जवाब में भाजपा ने पूर्व कांग्रेस सरकार में हिटो केदार और एल्बम विवाद को फिर से हवा दे दी। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि हिटो केदार और एल्बम के नाम पर लूटने वाले केदार धाम बचाने का ड्रामा कर रहे हैं। पहले उन्हें अपनी सरकार में धाम के नाम पर करोड़ों के भ्रष्टाचार का जवाब देना चाहिए। उन्होंने कांग्रेस की यात्रा को केदारनाथ उपचुनाव में लाभ लेने की कोशिश करार दिया।

भट्ट ने कहा कि देवभूमि की जनता ऐसे चुनावी हिंदुओं को बखूबी पहचानती है। सनातन विषय पर बोलने का कांग्रेसियों को कोई नैतिक अधिकार नहीं है। उनकी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और तत्कालीन मंदिर समिति अध्यक्ष को बाबा केदार के गर्भ गृह में जूतों के साथ प्रवेश करने का पाप करते सबने देखा है। जब आपदा के बाद समूची केदार घाटी में दुखों का पहाड़ टूटा था तब पूर्व मुख्यमंत्री वहां कैलाश खेर से एल्बम बनाने एवं संगीतोत्सव में पैसे लुटा रहे थे।

यात्रा को गैर राजनीतिक बताने के कांग्रेसी बयान पर भी उन्होंने कटाक्ष किया कि किसी राजनैतिक पार्टी की यात्रा या अभियान गैर राजनीतिक कैसे होगा? कांग्रेस को यह गलतफहमी कैसे हो गई कि वे दुनिया को बचाने वाले भगवान भोलेनाथ को बचायेंगे ? उन्हें यह भी स्पष्ट करना चाहिए कि इस यात्रा का असल उद्देश्य क्या है? उन्होंने दावा किया कि उत्तराखंड में निकाली गई पिछली सभी यात्राओं की तरह यह यात्रा भी पूरी तरह फ्लॉप होगी।

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