केदारनाथ मंदिर गर्भगृह कपाट बंद होने के पहले हुआ स्वर्णिम

TEERTH PUROHIT WILL FILE FIR AGAINST TEMPLE COMMITTEE PRESIDENT AJENDRA AJAY
केदारनाथ गर्भगृह की एक फोटो पर उठा विवाद, BKTC अध्यक्ष बोले- अच्छे काम का हमेशा होता है विरोध

केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में सोने की परत लगाये जाने के बाद से ही बदरी केदार मंदिर समिति अध्यक्ष अजेंद्र अजय का विरोध हो रहा है. उनकी एक फोटो पर भी विरोध उठने लगा है, जिस पर अजेंद्र अजय ने भी अपनी बात रखी है.

रुद्रप्रयाग 28 अक्टूबर: केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में सोने की परत लगाये जाने और फिर वहां की फोटो वायरल होने से तीर्थ पुरोहितों में आक्रोश है. तीर्थ पुरोहितों ने बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय(temple committee president Ajendra Ajay) पर आरोप लगाए हैं. तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि मंदिर समिति अध्यक्ष ने जबरदस्ती पहले गर्भगृह में सोने की परत चढ़वाई. उसके बाद अब वो खुद गर्भगृह के भीतर की फोटो खिंचवाकर खुद का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं.
तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि मंदिर के भीतर फोटो खिंचवाकर वायरल करने से हिन्दुओं की आस्था को ठेस पहुंची है. जिसके बाद मंदिर समिति अध्यक्ष अजेंद्र अजय के खिलाफ तीर्थ पुरोहित एफआईआर दर्ज करेंगे. साथ ही सभी प्रदेश सरकार से मंदिर समिति के अध्यक्ष को हटाने की मांग करेंगे.

क्या कहते हैं अजेंद्र अजय

वहीं, इस मामले में अजेंद्र अजय ने बताया कि कुछ चंद लोग उनके हर अच्छे कदम का विरोध कर रहे हैं. मंदिर में सोना लगने की बात हो या अन्य काम, वो भक्तों की सुविधा और मंदिर की भव्यता के लिए किए जा रहे हैं. कुछ एक लोगों के विरोध से मंदिर समिति काम करना बंद नहीं करेगी.

बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि मंदिर समिति की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। कुछ लोग बयानबाजी कर उनकी व्यक्तिगत छवि खराब करने का प्रयास कर रहे हैं। अजेंद्र अजय ने कहा कि उन्होंने अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करने के बाद कई पहल की हैं।
बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि समिति की व्यवस्थाओं को पारदर्शी बनाने और वित्तीय अनियमितताएं रोकने के लिए एक सप्ताह के भीतर वित्त नियंत्रक की नियुक्ति की जाएगी। इसके लिए शासन को पत्र लिखा गया है। केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह को स्वर्ण मंडित करने का कार्य ऐतिहासिक है, लेकिन विरोधियों को समिति की ओर से किए जा रहे सुधारात्मक कार्य रास नहीं आ रहे हैं।

बीकेटीसी अध्यक्ष ने केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह की फोटो पर विरोधियों के बयान पर पलटवार किया है। मंदिर समिति की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। कुछ लोग बयानबाजी कर उनकी व्यक्तिगत छवि खराब करने का प्रयास कर रहे हैं। अजेंद्र अजय ने कहा कि उन्होंने अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करने के बाद कई पहल की हैं।

बीकेटीसी के गेस्ट हाउस में प्रबंधन कार्य देखने वाले कार्मिकों को प्रबंधकीय कार्य में दक्ष बनाने के लिए केंद्रीय विश्वविद्यालय श्रीनगर के पर्यटन विभाग से रिफ्रेशर कोर्स कराया। वर्षों से वेतन विसंगति का सामना कर रहे 130 से अधिक कार्मिकों की वेतन बढ़ोतरी की। बीकेटीसी में पहली बार स्थानांतरण की प्रक्रिया शुरू की।

फिजूलखर्ची को रोकने के लिए देहरादून स्थित कैंप कार्यालय और ऋषिकेश स्थित प्रचार कार्यालय को समाप्त किया। इन दोनों कार्यालयों में तैनात कार्मिकों को उनकी उपयोगिता के अनुरूप स्थानांतरित किया गया। उन्होंने कहा कि केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह की दीवारों को पहली बार स्वर्ण मंडित किया गया। यह ऐतिहासिक कार्य है। देश-दुनिया के श्रद्धालु स्वर्ण मंडित गर्भगृह के दर्शन कर अभिभूत हैं। लिहाजा, कुछ विघ्न संतोषियों को यह रास नहीं आ रहा है। जिससे अनाप-शनाप बयानबाजी कर दुष्प्रचार कर रहे हैं।

विरोध कर रहे तीर्थ पुरोहित

बता दें कि, केदारनाथ मंदिर के भीतर महाराष्ट्र के एक दानी दाता ने सोने की परत लगाये जाने के लिए बदरी-केदार मंदिर समिति से सहमति मांगी थी. इसके बाद मंदिर समिति अध्यक्ष (temple committee president Ajendra Ajay) ने प्रदेश सरकार को प्रस्ताव भेजा. इस प्रस्ताव पर मुहर लगने के बाद कार्य शुरू किया गया. जिसे कपाट बंद होने से पहले समाप्त कर दिया गया. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के दो अधिकारियों की देख-रेख में दानी दाता के सहयोग से केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह, जलेरी व छत पर सोने की परत लगाने का काम किया गया, जो कपाट बंद होने से एक दिन पहले पूरा किया गया.
19 मजदूरों ने मंदिर के गर्भगृह को नया रूप दिया. इन्होंने सोने की 550 छोटी-बड़ी परतें दीवारों, जलेरी और छत पर लगाई. यह कार्य पूरा होने के बाद गर्भगृह के भीतर लगी सोने की परत की कुछ फोटो सामने आने से केदारसभा के साथ ही तीर्थ पुरोहितों में नाराजगी है. केदारसभा के अध्यक्ष विनोद शुक्ला, वरिष्ठ तीर्थ पुरोहित आचार्य संतोष त्रिवेदी ने मंदिर समिति पर आरोप लगाते हुए कहा कि पहले तीर्थ पुरोहितों को विश्वास में लिये बिना ही बाहर से ताला लगाकर गर्भगृह में सोना लगाया गया. फिर गर्भगृह से फोटो खिंचवाकर अब प्रचार किया जा रहा है. तीर्थ पुरोहितों ने कहा मंदिर समिति अध्यक्ष के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के बाद आंदोलन छेड़ा जाएगा. प्रदेश सरकार से मंदिर समिति अध्यक्ष को हटाये जाने की मांग की जाएगी.

दूसरी ओर कांग्रेस प्रदेश संगठन ने भी आक्रोश व्यक्त किया है. कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता सूरज नेगी ने कहा कि केदारनाथ धाम के गर्भगृह में किसी भी प्रकार की फोटो खींचना प्रतिबंधित है, मगर बदरी-केदार मंदिर समिति अध्यक्ष स्वयं को मंदिर व परंपराओं से ऊपर दिखाने की कोशिश करते हुए खुलेआम गर्भगृह में सोने की परत चढ़ी फोटो को वायरल कर रहे हैं, जो सरासर केदारनाथ की परंपराओं के विपरीत है.

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