खरगोन दंगा पीड़ितों को एक करोड़, पिस्टलबाज
खरगोन दंगा:3 दिन की रिमांड पर मोहसिन, 64 प्रकरणों में 175 गिरफ्तार, रविवार को सुबह 8 से शाम 5 बजे तक कर्फ्यू में ढील
खरगोन 23 अप्रैल। हिंसा मामले में पुलिस ने 64 प्रकरणों में अब तक 175 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।एसपी रोहित काशवानी ने बताया कि बाकि फरार आरोपितों की खोजबीन के लिए पुलिस टीमों का गठन किया गया है। जो लगातार जिले सहित अन्य क्षेत्रों में आरोपितों की सर्चिंग में जुटी है।
एसपी सिद्धार्थ चौधरी पर गोली चलाने वाले आरोपित मोहसिन उर्फ वसीम को तीन दिन की रिमांड पर कोर्ट से पुलिस को मिली है।रिमांड अवधि के दौरान आरोपित से पुलिस पूछताछ मामले को लेकर पूछताछ करेंगी। गोली वाले चलाने वाले आरोपित मोहसिन को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया था।
रविवार को भी सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक कर्फ्यू में मिलेगी छूट
शनिवार को कर्फ्यू में छूट पूरी तरह सफल रही।इस दौरान कही से भी किसी तरह की घटना की सूचना नहीं मिली है।जिला प्रशासन द्वारा रविवार को भी सुबह 8 बजे शाम 5 बजे तक कर्फ्यू में छूट लागू रहेगी। यह छूट शनिवार की तरह ही पूर्व में जारी आदेश के अनुसार ही मिलेगी। इस संबंध में अपर कलेक्टर एसएस मुजाल्दा ने आदेश जारी किए है।
खरगोन में पत्थरबाजी के ‘डायरेक्टर’ ने छत से दंगाइयों को इशारे किए, रामनवमी के जुलूस पर पत्थर किधर फेंकने हैं
खरगोन में रामनवमी के जुलूस में दंगाइयों ने ऐसी आग लगाई कि पूरा शहर जल उठा। दंगे के पांचवें विलेन को पुलिस ने इंदौर से खोज निकाला है। इस आदतन अपराधी पर पुलिस ने रासुका की कार्रवाई की है। वह छत पर खड़ा होकर पत्थरबाजों काे बता रहा था कि पत्थरबाजी किस तरह करना है। वह दिशा-निर्देश दे रहा था। पत्थरबाज छतों से हमला कर रहे थे। इसके पहले पुलिस ने चार लोगों को चिन्हित किया था, इनमें से दो लोग उपद्रवियों को भड़का रहे थे, जबकि दो तलवार और कट्टा लहरा रहे थे। एक ने तो SP पर ही गोली तक चला दी थी।
पुलिस रिकॉर्ड में सेजू के खिलाफ 6 केस
पत्थरबाजी और आगजनी के बाद पुलिस उपद्रवियों की धरपकड़ में जुटी है। अब पुलिस ने इंदौर के चंदन नगर से तवड़ी मोहल्ला निवासी आरोपित सेजू उर्फ फिरोज को गिरफ्तार किया है। एसपी रोहित केशवानी और IPS अंकित जायसवाल ने बताया कि सेजू आदतन अपराधी है। उस पर बलवा, मारपीट, पथराव और तोड़फोड़ करने के साथ ही छेड़छाड़ के छह केस दर्ज हैं।
आदतन अपराधी सेजू छत पर खड़ा होकर पत्थरबाजों को दिशा-निर्देश दे रहा था। उसने दूसरी छतों से पत्थर फेंक रहे लोगों को भी भड़काया।
पान की दुकान चलाता है सेजू
अधिकारियों ने बताया कि सेजू पान की दुकान चलाता है। वह उपद्रव के दौरान अपने मकान की छत पर खड़े होकर पत्थरबाजी करने वालों को दिशा-निर्देश दे रहा था। ऐसा करते हुए उसका वीडियो भी सामने आया है। दंगों को लेकर पुलिस मोहसिन और नवाज शेख के खिलाफ पहले ही रासुका में कार्रवाई कर चुकी है। वहीं, उपद्रव को लेकर पुलिस ने तीन आरोपितों पर भी रासुका भी लगाई है। उन्होंने बताया कि उपद्रव के मामले में अब तक 64 प्रकरण दर्ज हुए हैं। 168 आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस का मानना है कि तीनों ही आरोपितों की उपद्रव फैलाने में विशेष भूमिका रही है।
खरगोन दंगा भड़काने वाले अन्य चार विलेन
नवाज और मोहसिन की दंगे में ये भूमिका रही
ASP अंकित जायसवाल ने बताया कि नवाज और मोहसिन ने उपद्रवियों को भड़काने के साथ ही दंगे के दौरान अहम रोल अदा किया। रामनवमी पर हुए दंगे में दोनों आरोपी अन्य उपद्रवियों के संपर्क में थे और उन्हें भड़का रहे थे, इसलिए इन दोनों पर पुलिस ने जांच के बाद रासुका की कार्रवाई की है।
वसीम ने दंगे के दौरान SP को मारी थी गोली
SP के प्रधान आरक्षक गनमैन SAF प्रथम वाहिनी गिलदार पिता रायसिंह सोलंकी (45) ने FIR दर्ज कराई है। जिसमें गनमैन ने बताया कि वसीम उर्फ मोहसिन पिता जानू संजय नगर मुबावाली गली ने कट्टे से फायर किया था। इरफान खान, निवासी संजय नगर ने भीड़ पर तलवार से हमला किया था। रिपोर्ट के मुताबिक उस दिन संजय नगर के त्रिवेणी चौक में पत्थरबाजी, तोड़फोड़ और आगजनी की सूचना मिली। शाम 7 बजे वहां पहुंचे, तो दोनों समुदाय के 300-400 आक्रोशित लोग एक-दूसरे पर पत्थरबाजी कर रहे थे। अनियंत्रित भीड़ ने आमजन और पुलिस पर सामने से पत्थर और पेट्रोल बम फेंके।
इरफान ने भीड़ पर तलवार से हमला किया था
गिलदार सिंह ने बताया कि दंगे वाले दिन SP और बल ने दोनों पक्षों के लोगों को भगाने के लिए आंसू गैस छोड़ी, तभी वर्ग विशेष का व्यक्ति भीड़ में से सफेद कपड़े पहने और सिर पर सफेद कपड़ा बांधे हाथ में तलवार लिए भीड़ में घुस आया। वह तलवार से लोगों पर वार करने लगा। भीड़ को बचाने के लिए मैं एसपी, ड्राइवर, रीडर व अन्य बल भीड़ में घुसे और उसकी तलवार पकड़कर छीनने का प्रयास किया। SP के हाथ में चोट लगी। वह व्यक्ति तलवार छुड़ाकर भीड़ की तरफ भागा, तभी भीड़ में से किसी व्यक्ति ने कट्टे से फायर किया, जिसका एक छर्रा SP के बाएं पैर में लगा और खून निकलने लगा।
10 अप्रैल काे ऐसे भड़का था दंगा
रामनवमी पर 10 अप्रैल को निकले जुलूस में उपद्रवियों ने पथराव कर दिया था। शहर के तालाब चौक से शुरू हुआ पथराव व आगजनी का सिलसिला रात होने तक आधे शहर में फैल गया। देखते ही देखते हालात बेकाबू हाे गए। दंगाइयों ने खूब उत्पात मचाया। आधे शहर में अलग-अलग कई स्थानों पर पथराव, पेट्रोल बम फेंकने, आगजनी, वाहन जलाने और लूटपाट करने की घटनाएं हुईं। पथराव के दौरान टीआई बनवारी मंडलोई, एक पुलिसकर्मी सहित कई लोग घायल हो गए थे। हालात को काबू में करने पहुंचे पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ चौधरी पर भी उपद्रवियों ने गोली चला दी, जो उनके पैर में लगी। इस घटना के बाद से प्रशासन ने यहां कर्फ्यू लगा दिया। घटना के बाद आयुक्त डॉ. पवन शर्मा और आईजी राकेश गुप्ता खरगोन पहुंचे थे।
सर्वे बाद दंगा प्रभावितों को 1 करोड़ रुपए की राहत राशि, सीधे खाते में जमा
10 अप्रैल को हुए पथराव के बाद कई क्षेत्रों में नागरिकों के मकान, वाहन, ठेला और खाद्य सामग्री की क्षति हुई है। प्रशासन के निर्देश पर अलग-अलग विभागों की सर्वे टीम ने सर्वे कर पंचनामा बनाए हैं। वहीं, राज्य शासन द्वारा प्रभावितों को तात्कालिक रूप से 1 करोड़ रुपए की सहायता राशि स्वीकृत कर दी है। इसके बाद राजस्व विभाग के अमले ने प्रभावितों के बैंक अकाउंट लेकर वेंडर बनाकर राहत राशि प्रदान करने की प्रक्रिया पूरी की है। यह राशि आंशिक, गंभीर और पूर्ण क्षति के रूप में आंकलित की गई है।
शनिवार को सांसद गजेंद्र सिंह पटेल ने प्रभावितों के घर जाकर राहत राशि के स्वीकृति पत्र प्रदान किए हैं। इसके साथ अन्य प्रभावितों को भी राहत सहायता के स्वीकृति पत्र प्रदान किए गए। इसके साथ ही जिले के प्रभारी मंत्री कमल पटेल ने खरगोन दंगों में जिन लोगों का सबकुछ तबाह हो गया था। उपद्रवियों ने जिनकी शिक्षा की किताबें और गाड़ी जला दी थी और जिनके यहा मांगलिक कार्यक्रम विवाह होने थे।
मंत्री पटेल ने 10 लाख रुपए की स्वेच्छानुदान राशि देने की घोषणा की थी। कृषि मंत्री पटेल ने तत्परता से यह राशि दंगा प्रभावितों परिवारों के खातों में पहली सूची में ट्रांसफर करवा दी है। पहली सहायता राशि 5 लाख रुपए कलेक्टर खरगोन को भेजी गई है, जिसमें से 19 परिवारों को उनके खातेदार के खातों में ट्रांसफर कर दी है। 3 लाख 80 हजार की पहली राशि दंगा प्रभावितों के लोगों के पास कलेक्टर द्वारा ट्रांसफर करवा दी गई है।
लक्ष्मी पंवार की किताबें और दोपहिया वाहन उपद्रवियों ने जला दिया था। बेटी लक्ष्मी को शिक्षा के लिए 20 हजार और बहन लक्ष्मी मुच्छाल जिनका विवाह कार्यक्रम था। इनके यहां से उपद्रवियों ने शादी का सामान लूट लिया था। इन्हें भी 20 हजार की राशि दी है।
इन्हें प्रदान की इतनी राशि इसकी शुरुआत संजय नगर क्षेत्र से हुई। यहां के प्रभावितों में रमेश पिता काशीराम, बद्री पिता फत्तु और दुर्गेश पिता नवलसिंह के मकान को अधिक हानि होने पर, नत्थु पिता मथुरालाल के मकान वाहन की नुकसानी पर, मंगतीबाई पिता नवलसिंह के मकान की क्षति होने, पन्नालाल पिता रणछोड़ के दो मंजिला पक्के मकान को तोड़फोड़ और नुकसानी होने पर, मंजूबाई बेवा दीपक केवट, महेश पिता मोतीराम के मकान को उपद्रवियों द्वारा नुकसान पहुंचाने पर शासन द्वारा संबंधित प्रभावितों को 1 लाख 11 सौ रुपए की राशि के स्वीकृति पत्र प्रदान किए।
इसी प्रकार संजय नगर के अमित पिता रघुनाथ के ऑटो एवं मकान को आंशिक क्षति होने पर 88 हजार 322 रुपए, मनीष पिता रमेश गुप्ता के मकान को पूर्ण हानि होने पर 84 हजार 798 रुपए, लीलाबाई पिता छगन के मकान को आंशिक हानि होने पर 76 हजार 602 रुपए, मनोहर पिता मोहन के मकान को आंशिक हानि होने पर 62 हजार 355 रुपए एवं रुकमणि पिता फत्तू के मकान को आंशिक हानि होने पर 61 हजार 504 रुपए की राशि जारी की है।
संजय नगर निवासी दुगाबाई पिता नारायण को आंशिक मकान क्षति पर 50 हजार 283 रुपए, रामलाल पिता रणछोड़ आंशिक मकान क्षति पर 49 हजार 583 रुपए, गायत्री पिता पूनमचन्द्र के मकान को आंशिक क्षति होने पर 45 हजार 88 रुपए, प्रकाश पिता पुनमचन्द्र को आंशिक मकान क्षति के लिए 41542 रुपए, कैलाश पिता किशन मकान और दो पहिया वाहन की क्षति होने पर 34458 रुपए, रक्षा पिता प्रकाश को सामग्री की आंशिक होने पर 6 हजार रुपए की राशि जारी की है। राहत राशि सीधे बैंक खातों में ट्रांसफर की गई। सांसद पटेल ने संजय नगर के अलावा काजीपुरा में मुजीब खान को 21 हजार, पार्वती छगन को 51 हजार 600 हजार रुपए, कुसुम गंगाराम व रितेश राधाकृष्ण को तवड़ी मोहल्ला के प्रभावितों को स्वीकृति पत्र प्रदान किए।