ग्राउंड रिपोर्ट: पोस्को वाली रेसलर को पिता देता था हत्या की धमकी, दादा दादी ने बताया व्यस्क है पोती
ग्राउंड रिपोर्ट दादा-दादी बोले- रेसलर पोती नाबालिग नहीं, बृजभूषण को फंसाया गया:2004 में पैदा हुई, पिता ने जान से मारने की धमकी दी थी
हरियाणा10 जून।( संध्या द्विवेदी)भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर लगे यौन शोषण के आरोपों का केस अब और उलझता नजर आ रहा है। आरोप लगाने वाली नाबालिग रेसलर ने बृजभूषण के खिलाफ लगाए सेक्शुअल हैरेसमेंट के आरोप वापस ले लिए हैं। रेसलर के पिता ने अब इसे भेदभाव का मामला बताया है। उधर, इंटरनेशनल रेफरी जगबीर सिंह ने आरोप लगाया है कि बृजभूषण ने 25 मार्च, 2022 को एशियन चैम्पियनशिप के ट्रायल के दौरान एक महिला रेसलर के साथ गलत व्यवहार किया था। उन्होंने ये बयान दिल्ली पुलिस को भी दिया है।
इस पूरे केस में नाबालिग रेसलर के लगाए आरोप सबसे ज्यादा गंभीर हैं। नाबालिग रेसलर ने 10 मई को मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज कराया था। इसी के आधार पर बृजभूषण पर पोक्सो एक्ट की धारा 10 के तहत केस भी दर्ज हुआ है। इस अकेले केस में बृजभूषण को 10 साल की सजा हो सकती है। रेसलर के बयान बदलने से पोक्सो हटा तो पूरा केस कमजोर हो जाएगा। एक विवाद नाबालिग रेसलर की उम्र को लेकर भी है। नाबालिग रेसलर की कहानी और उम्र पर उठ रहे सवालों की छानबीन के लिए दैनिक भास्कर की टीम बच्ची के दादा-दादी के पास रोहतक पहुंची।
नाबालिग रेसलर के दादा बोले- बेटे ने पोती से झूठ बुलवाया
हरियाणा में रोहतक से करीब 17 किलोमीटर दूर नाबालिग रेसलर के दादा और दादी रहते हैं। पोती की उम्र से जुड़े विवाद पर दादा साफ कहते हैं, ‘हमारी पोती बालिग है। उसके साथ कोई छेड़छाड़ नहीं हुई। उसके पिता ने उस पर दबाव बनाया और झूठी शिकायत दर्ज करवाई है। हमने जैसे ही यह सुना कि मेरी पोती के कंधे पर बंदूक रख कर ये खेल खेला जा रहा है, तो हम फौरन अपने बेटे के घर भी गए थे। हमें अंदर नहीं जाने दिया गया, उलटा कहा कि अगर बेटी बयान नहीं देगी तो मैं उसके टुकड़े-टुकड़े कर दूंगा।’
नाबालिग रेसलर की दादी ने भी कहा, ‘’हमारी पोती बालिग है। हमें अच्छी तरह याद है। वो 22 फरवरी 2004 को पैदा हुई थी। वो रोहतक के कमलेश फोगाट नर्सिंग होम में पैदा हुई थी।’ दादा का दावा है कि बच्ची की उम्र अब 19 साल 3 महीने है। FIR में जिस वक्त उसके नाबालिग होने का दावा किया जा रहा है, इस दावे के मुताबिक उस वक्त भी लड़की की उम्र 18 साल से ज्यादा थी। लड़की के पिता ने ब्रजभूषण पर अप्रैल, 2022 को रांची में हुए नेशनल के दौरान लड़की का यौन शोषण करने का आरोप लगाया था।
बेटे से सवाल किया तो बोला- बयान नहीं दिया तो काट डालूंगा
नाबालिग रेसलर के दादा बताते हैं कि जब ये केस सामने आया और मुझे पता चला कि मेरी पोती के नाम से FIR दर्ज कराई गई है तो मैंने अपने बेटे को फोन किया था। उनके मुताबिक, ‘मैंने फोन पर उससे पूछा कि यह सब क्या कर रहे हो, तो उसने जवाब दिया कि अगर बेटी उसके हिसाब से बयान नहीं देगी तो वो उसकी बोटी-बोटी कर देगा।’
दादा आगे बताते हैं, ‘हमें पोती की फिक्र थी। हम उसके घर भी पहुंचे। वो जंतर-मंतर में धरने पर था। उसके घर के CCTV पर हम उसे दिख गए। उसने वहीं से हमें फोन किया। बोला कि तुम लोग दो मिनट में यहां से चले जाओ, नहीं तो ठीक नहीं होगा।’
दादा आरोप लगते हैं कि पोती और उसकी मां तब घर में ही थे। पोती अपनी मां से दरवाजा खोलने के लिए कह रही थी, लेकिन किसी ने नहीं खोला। हम वापस आ गए। हमने दादा से सवाल किया, ‘पिता अगर आपकी पोती पर दबाव बना रहे तो वह आपके साथ क्यों नहीं आती? दादा कहते हैं, ‘उसका पिता उसे मारता-पीटता है। जान से मारने की धमकी देता है। हम भी डरते हैं कहीं कोई हादसा न हो जाए, परिवार बिखर न जाए। इसलिए उसे बर्दाश्त करते हैं।’
पहले पोती से रोज बात होती थी, अब मिलने नहीं देते
दादा-दादी अपने बेटे से काफी नाराज हैं। वे बताते हैं, ‘’2019 में चीन में हुए एशिनय गेम्स तक हमारी अपनी पोती से रोज बात होती थी। उससे पहले वो लखनऊ कैंप में थी, तब भी रोज हमें फोन करती थी। कैंप में क्या सीखा, क्या किया ये भी रोज बताती थी। मैं अक्सर उससे पूछता था कि मैंने जो दांव तुझे सिखाए हैं, उसके हिसाब से ही खेलना।’
दादा आगे बताते हैं, ‘कैंप में वह करीब 2-3 महीने रही। उसकी बातों से समझ में आता था कि वह वहां बहुत खुश है। फिर वहां से चीन के ताइचुंग शहर में गेम्स खेलने गई। तब भी उसकी बात मुझसे हर मैच से पहले और बाद में होती थी। उसके बाद उसके पिता ने पारिवारिक विवाद के चलते हमसे बात करने से उसे मना कर दिया। हमारा उससे बहुत जुड़ाव है। हम सोचते थे कि हमारे परिवार से कोई टीम इंडिया से खेले। लेकिन पिता ने बीते ढाई साल से हमें उससे बात नहीं करने दी।’
बड़ी बेटी के मरने की कहानी भी झूठी…
नाबालिग रेसलर के पिता ने उम्र पर विवाद होने पर कहा था कि ये उसकी दूसरी बेटी के बारे में बात कर रहे हैं जो अब दुनिया में नहीं है। पिता का दावा था कि उसकी एक बेटी 2004 में मर गई थी। हालांकि दादा-दादी इस दावे को भी झूठ बताते हैं। वे कहते हैं, ‘हमारे घर केवल तीन बच्चे पैदा हुए। छोटे बेटे की बेटी, जिस पर विवाद हो रहा। उसका भाई और उसके ताऊ का बेटा। बस तीन ही बच्चे हैं। चौथा कोई बच्चा कभी पैदा हुआ ही नहीं।’ दादा सवाल करते हैं, ‘अगर आपके घर बच्चा पैदा होगा या मरेगा तो क्या घर परिवार, रिश्तेदार और आसपास के लोगों को पता नहीं चलेगा।’
घर बेचकर पढ़ाने की बात भी झूठी, अपने बेटे के पैसे तक खा गया…
दादा अपने बेटे पर कई गंभीर आरोप लगते हैं। उनके मुताबिक, ‘’हम एक समय बेहद गरीब थे। मैं घर में अकेला नौकरी करने वाला था। डाइट ऐसी नहीं ले सकता था कि और आगे तक अच्छा खेल सकूं। गरीबी की वजह से मैंने आर्मी ज्वाइन की। सिपाही बन गया। लेकिन वहां से मैंने जल्दी रिटायरमेंट लेकर बिजनेस किया। खूब पैसा कमाया। दोनों बेटों को करोंड़ों की संपत्ति दी।’
दादा कहते हैं, ‘मेरा छोटा बेटा कभी गरीब नहीं था। वो बस कुछ काम ही नहीं करता था। मैंने उसके बेटे के लिए एक स्कीम शुरू की थी। हर महीने 10 हजार रुपए डालता था। 2 लाख 80 हजार रुपए इकट्ठा हो गए थे। लेकिन, उसने वो पॉलिसी भी तुड़वा ली। जो बाप अपने बेटे के पैसे खा गया। वह क्या बनाएगा बच्चों का भविष्य।’
दादा उस पॉलिसी के कागज दिखाते हुए कहते हैं, ‘अगर यह चलती रहती तो बेटा जब बालिग होता तो उसे 25 लाख रुपए मिलते।’
पोती के साथ गलत नहीं हुआ, रांची में हार का बदला ले रहा
नाबालिग लड़की के दादा कहते हैं, ‘अगर हमारी पोती के साथ कुछ भी गलत होता तो क्या हम उसके साथ खड़े नहीं होते। ऐसा कुछ हुआ ही नहीं। 2019 में चीन के ताइचुंग में एशिया अंडर 15 में मेरी पोती ने गोल्ड जीता था। उसके बाद प्रैक्टिस के दौरान उसे चोट लग गई। 2 साल तक वह खेल नहीं पाई और पुणे में उसकी सर्जरी करनी पड़ी।’
दादा के मुताबिक, ‘शुक्र है भगवान का कि वह दोबारा खेलने लायक हो पाई। 2022 में यह फिर रांची में नेशनल खेलने गई। वहीं पर इसके साथ कुछ ऐसा हुआ जिससे इसके पिता को गुस्सा आ गया। रांची में कोच नरेंद्र तोमर था। वहीं मेरी पोती का सिलेक्शन एक नंबर से रह गया। उसका पिता ये हार बर्दाश्त नहीं कर पाया। उसी का गुस्सा इस तरह निकाल रहा है। बहकावे में आकर उसने बृजेभूषण के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी।’
नाबालिग रेसलर के पिता ने बयान बदला, अब क्या…
8 जून को समाचार एजेंसी PTI से बातचीत के दौरान नाबालिग रेसलर के पिता ने कहा, ‘बेहतर है कि अदालत के बजाय अब सच्चाई सामने आ जाए। सरकार ने पिछले साल मेरी बेटी की हार (एशियाई अंडर-17 चैंपियनशिप ट्रायल में) की निष्पक्ष जांच का वादा किया है, इसलिए यह मेरा भी कर्तव्य है कि मैं अपनी गलती सुधारूं। रेफरी के फैसले के लिए मैंने बृजभूषण शरण सिंह को जिम्मेदार माना था। मैं गुस्से से भर गया था और बदला लेने का फैसला किया था।’
नाबालिग रेसलर के पिता के आरोप वापस लेने के बाद अब अदालत ये तय करेगी कि 164 के तहत दर्ज कराये गए कौन से बयान को माना जाएगा। या किन बयानों के आधार पर बृजभूषण के खिलाफ आरोप तय किए जाएंगे। रेसलर की तरफ से उसके पिता ने पुलिस को शिकायत दी थी और मैजिस्ट्रेट के सामने रेसलर ने खुद बयान दर्ज कराया था। अगर नाबालिग के पिता का बयान सही है और यौन उत्पीड़न के आरोप को वापस ले लिया गया है, तो बृजभूषण के खिलाफ पॉक्सो अधिनियम के तहत यह केस कमजोर हो जाएगा।
रेसलर के पिता के आरोप वापस लेने से जुड़े एक सवाल के जवाब में बृजभूषण ने कहा, ‘ये मामला कोर्ट में विचाराधीन है। सरकार ने भी ये वादा किया है कि पुलिस 15 जून तक चार्जशीट दाखिल करेगी। पहले इसे हो जाने दीजिए। 15 जून के बाद अगर बोलने की जरूरत हुई तो जरूर अपनी बात रखूंगा। फिलहाल, मुझे नहीं लगता कि इस मसले पर कुछ भी बोलना चाहिए।’