दो नहीं,छह थे संसद सुरक्षा तोड़ने के षड्यंत्र में, चार बंदी
संसद की सुरक्षा में चूक: गुप्तचर इनपुट था फिर भी एजेंसियां फेल,6 लोगों ने रचा षड्यंत्र, 4 गिरफ्तार, 2 भागे
संसद की सुरक्षा में एक बार फिर बड़ी चूक सामने आई है. लोकसभा चर्चा के बीच दो लोग दर्शक दीर्घा से नीचे कूद गए और संसद भवन में अफरा-तफरी मच गई. लोकसभा स्पीकर ने इस मामले के जांच के आदेश दिए हैं. लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि गुप्तचर एजेंसियों और पुलिस के पास इनपुट होने पर भी ये घटना कैसे हुई है.
संसद की सुरक्षा में एक बार फिर बड़ी चूक सामने आई
नई दिल्ली,13 दिसंबर 2023। 13 दिसंबर, 2001. पुरानी संसद पर हुए आतंकी हमले की भयावह याद आज भी हर किसी के मस्तिष्क में जिंदा है. इस दिन 5 आतंकियों ने संसद पर हमला किया था, जिसमें दिल्ली पुलिस के 5 जवानों सहित 9 लोगों का बलिदान हुआ था. इस आतंकी घटना के 22 साल बाद एक बार फिर संसद की सुरक्षा में एक बड़ी चूक सामने आई है. बुधवार को लोकसभा में कार्यवाही के दौरान दो लोग दर्शक दीर्घा से नीचे कूद गए. इस दौरान संसद भवन में अफरा-तफरी मच गई. लोकसभा स्पीकर ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं. लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि गुप्तचर एजेंसियों और पुलिस के पास इनपुट होने पर भी ये घटना कैसे हुई है.
आईबी ने दिल्ली पुलिस और गुप्तचर एजेंसियों को इनपुट दे दिया था,ताकि इस तरह की घटना होने से रोकी जा सके.इसके दृष्टिगत संसद और आसपास की सुरक्षा भी कड़ी कर दी गई थी,लेकिन दो लोगों ने सुरक्षा चक्र तोड़ दिया.संसद में घुस गए.कुछ देर दर्शक दीर्घा में बैठने के बाद दोनों नीचे कूद गए.एक बेंच से दूसरे बेंच पर भागने लगे. इस दौरान एक जन ने अपने जूते से निकालकर पीले रंग की गैस स्प्रे कर दी.ऐसी ही घटना संसद के बाहर भी हुई. संसद में मौजूद सांसदों ने दोनों युवकों को पकड़ जमकर पीटने के बाद सुरक्षाकर्मियों को सौंप दिया.लोकसभा की कार्यवाही भी स्थगित हो गई.
संसद भवन के बाहर नारे लगाती नीलम की तस्वीर
कौन है संसद के बाहर पकड़ी गई नीलम? बनना चाहती है ‘नेता’
दिल्ली पुलिस चारों आरोपितों को संसद मार्ग पुलिस स्टेशन लाई है. वहां एंटी टेरर यूनिट और गुप्तचर एजेंसियों के उचचाधिकारी पूछताछ कर रहे हैं. शुरूआती जांच मे पता चला है कि संसद के बाहर से पकड़े गए नीलम और अमोल के पास मोबाइल फोन नहीं था.इनके पास किसी भी तरह का पहचान पत्र और बैग तक नहीं मिला.दोनों ने किसी भी संगठन से संबंध होने से इंकार किया है.उनका दावा है कि वो लोग स्वयंप्रेरित संसद गए थे.जांच में ये भी पता चला कि षड्यंत्र में 6 लोग शामिल थे.2 लोगों ने अंदर हंगामा किया, तो 2 ने बाहर विरोध प्रदर्शन किया.2 लोग इस मामले में भागे हुए हैं.
ऐसे मिले आरोपित, गुरुग्राम में हुई रुकने की व्यवस्था
पुलिस और जांच एजेंसियां भागे हुए दोनों आरोपितों को तलाश रही हैं.पांच आरोपित गुरुग्राम में रुके थे.वहां एक व्यक्ति ललित झा ने उनके रुकने की व्यवस्था कराई थी. पांचों की पहचान हो चुकी है,लेकिन छठा आदमी कौन है, उसकी पहचान होना शेष है.सभी आरोपित सोशल मीडिया से एक-दूसरे से मिले थे.इसके बाद पूरा षड्यंत्र रचा गया.इसके बाद तय दिन संसद में दर्शक बनकर दो लोग घुस गए.उनकी योजना प्रतीकात्मक विरोध की थी.लेकिन सबसे बड़ा सवाल संसद की सुरक्षा व्यवस्था का है.इतनी कड़ी सुरक्षा के बावजूद चारों आरोपित अपने उद्देश्य में सफल हो गए.
संसद की सुरक्षा चक्र को तोड़ने की आरोपित नीलम विरोध प्रदर्शनों में सक्रिय रहती है.
लखनऊ में बैटरी रिक्शा चलाता है आरोपित सागर शर्मा
संसद भवन की सुरक्षा तोड़ने वाले दोनों आरोपित सागर और मनोरंजन हैं.इनके साथ नीलम और अमोल शिंदे ने संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था.बताया जा रहा है कि सागर शर्मा मैसूर से भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा के अतिथि के रूप में दर्शक दीर्घा आया था.उसका परिवार लखनऊ के आलमबाग में किराए पर रहता है.घटना की सूचना मिलते ही पुलिस की एक टीम पूछताछ को उसके घर पहुंच गई. सागर की मां का कहना है कि उसका बेटा धरना-प्रदर्शन की बात कहकर गया था.वो बैटरी रिक्शा चलाता है.पिता कारपेंटर हैं. उनका परिवार पिछले 15 वर्षों से लखनऊ में रहता है.
हिसार में सिविल सर्विस की तैयारी कर रही थी नीलम
वहीं अनमोल शिंदे महाराष्ट्र के लातुर जिले के चाकुर तहसील के जारी गांव निवासी है.दूसरी तरफ नीलम सोशल एक्टिविस्ट है.उसके फेसबुक प्रोफाइल से पता चल रहा है कि वो विरोध प्रदर्शनों में सक्रिय रहती है.नीलम हरियाणा के जींद के घसो कला की रहने वाली है.कुछ समय पहले तक हिसार के रेड स्क्वायर मार्केट के पीछे स्थित पीजी में रहकर सिविल सर्विस तैयारी कर रही थी.25 नवंबर को घर जाने की बात कहकर पीजी से चली गई थी.उसके साथ पीजी में रहने वाली लड़कियों का भी कहना है कि उसकी रुचि राजनीति में बहुत ज्यादा है.नीलम के भाई ने बताया कि वो ग्रामीणों के साथ किसान आंदोलन में जाया करती थी.
‘यदि बेटे ने संसद का अपमान किया, तो फांसी दे दो’
एक अन्य आरोपित मनोरंजन के पिता देवराजे गौड़ा का कहना है कि यदि उनके बेटे ने ऐसा किया है,तो उसे फांसी दे दी जाए,उनको कोई समस्या नहीं है.उन्होंने कहा, कि”अगर मेरे बेटे ने कुछ गलत किया है,तो उसे फांसी दे दो.संसद का अपमानकारी मेरा बेटा नहीं हो सकता.संसद हम सबकी है. अनगिनत लोगों ने उस संस्था को बनाया है.महात्मा गांधी और जवाहर लाल नेहरू ने इसके लिए संघर्ष किया है.संसद के प्रति असम्मानजनक व्यवहार किसी को भी स्वीकार्य नहीं है. चाहे वह मेरा बेटा ही क्यों न हो.यह अस्वीकार्य है.” मनोरंजन के ऊपर संसद के अंदर हंगामा कर पीले रंग का स्प्रे करने का आरोप है.
गुरुग्राम से विक्की शर्मा और उसकी पत्नी हिरासत में, इनके घर में ठहरे थे चारों आरोपी
चारों आरोपी गुरुग्राम के सेक्टर-7 की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रुके थे. चारों आरोपी विक्की शर्मा के दोस्त हैं. विक्की शर्मा मूल रूप से हिसार का रहने वाला है.
है। गुरुग्राम से 2 को हिरासत में लिया है
चारों आरोपी गुरुग्राम के सेक्टर-7 की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रुके थे और विक्की शर्मा के दोस्त हैं. विक्की शर्मा हिसार का रहने वाला है. दिल्ली पुलिस ने विक्की शर्मा और उनकी पत्नी को हिरासत में लिया है.
मनोरंजन डी तीन महीने से संसद में घुसने की फिराक में था. वह तीन महीने से बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा के दफ्तर के चक्कर लगा रहा था. इसके बाद उनसे एंट्री बनवाया. मनोरंजन ने आरोपी सागर शर्मा को अपना दोस्त बताय था और कहा था कि वह नई संसद देखना चाहता है.