नागपुर
Nagpur Roits How Mdp Leader Fahim Khan Instigate Mob For Violence After Hindu Organisation Protest Against Aurangzeb Mazar Know All
नागपुर दंगे के मास्टरमाइंड फहीम खान ने कैसे भड़काई थी हिंसा, पुलिस के सामने क्या कबूला? जानिए कुंडली
महाराष्ट्र के नागपुर में भड़की हिंसा के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस के अनुसार फहीम खान नाम के स्थानीय नेता ने लोगों को भड़काया था। इसी के बाद नागपुर के महाल इलाके में दंगा हुआ था। उपद्रवियों ने वाहनों में तोड़फोड़ और फिर आगजनी की थी।
नागपुर हिंसा के मामले में हुआ बड़ा खुलासा
एमडीएम नेता ने जुटाई भीड़ फिर भड़काया
फहीम खान ने लोगों के किया था गुमराह
फहीम खान ने कैसे भड़काई थी हिंसा?
नागपुर 19 मार्च2025। महाराष्ट्र में नागपुर हिंसा को कैसे और क्यों भड़की थी? इसका अनावरण हो गया। पुलिस की जांच में सामने आया है कि माइनॉरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) के शहर प्रमुख फहीम शमीम खान ने हिंसा की स्क्रिप्ट लिखी थी। उसी की फैलाई अफवाह पर नागपुर में हिंसा और दंगा हुआ। पुलिस का दावा है कि नागपुर में हिंसा भड़काने वाला मास्टरमाइंड फहीम खान है। फहीम खान ने लोगों को भड़काया था। पुलिस ने फहीम खान को नाम दंगे की एफआईआर में जोड़ा है।
कैसे क्या हुआ?
महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर (पहले औरंगाबाद) में मुगल शासक औरंगजेब की कब्र को लेकर प्रदर्शन हुआ था। इसी के चलते सोमवार को नागपुर में भी विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने गांधी गेट के पास छत्रपति शिवाजी महाराज के पुतले के सामने औरंगजेब की कब्र के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया था। औरंगजेब का प्रतीकात्मक पुतला भी फूंका गया था। इसी दिन रात आठ बजे महाल इलाके में पथराव आजगनी हुई थी। पुलिस के अनुसार हिंदु संगठनों के विरोध प्रदर्शन के बाद माइनॉरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) के शहर अध्यक्ष फहीम खान के इशारों पर पुलिस स्टेशन पर भीड़ इकट्ठा हुई। फहीम खान ने ही अफवाह फैलाई ,इसके बाद लोग भड़के।
फहीम ने ऐसे किया गुमराह
नागपुर के गणेशपेठ पुलिस स्टेशन में दर्ज दूसरी एफआईआर में इसका पता चलता है। भीड़ ने अंधेरे का फायदा उठाते हुए महिला पुलिसकर्मियों से बदसूलकी और छेड़खानी की कोशिश भी की थी। फहीम खान के गलत तरीके से उकसाने के बाद लोगों ने कुल्हाड़ी, पत्थर, लाठियां जैसे खतरनाक हथियारों से क्षेत्र में आतंक पैदा करने की कोशिश की। इसके चलते दो गुटों में झड़प और पथराव बाद आगजनी हुई। हिंदु संगठनों के विरोण प्रदर्शन के बारे में फहीम खान ने गलत जानकारियां लोगों को दीं। इसके बाद वे लोग भड़क गए। कोर्ट ने फहीम खान को 21 मार्च तक के लिए पुलिस रिमांड में भेजा है।
नेता होकर जला डाला शहर
2024 के लोकसभा चुनावों में फहीम शमीम खान एमडीएम पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था। उसे चुनाव में क्रेन सिंबल मिला था, लेकिन औरंगजेब कब्र विवाद को मुद्दे पर फहीम खान नागपुर में दंगा भड़का दिया। नागपुर दंगों के मास्टरमाइंड फहीम खाने 2024 के चुनाव के लिए दाखिल हलफनामें में खुद की संपत्ति 75 हजार रुपये बताई थी। नितिन गडकरी के खिलाफ लड़े फहीम खान को 1073 वोट मिले थे। चुनावी शपथपत्र में उसने तीन आपराधिक मामलों का जिक्र किया था।
maharashtra Nagpur Lady Police Molestation During Violence Near Bhaldarpura Mob Booked Maharashtra दंगाइयों ने की महिला पुलिस अधिकारी से अश्लील हरकत, कपड़े उतारने की कोशिश, नागपुर में अनर्थ टला
दंगाइयों की भीड़ ने एक महिला कांस्टेबल से कथित तौर पर छेड़छाड़ की और उसे निर्वस्त्र करने की कोशिश की। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि हिंसा के दौरान भीड़ ने पुलिस पर पेट्रोल बम भी फेंके। उन्होंने कहा कि पुलिस अब तक 51 दंगाइयों को गिरफ्तार कर चुकी है
नागपुर में भड़की हिंसा के बीच सनसनीखेज खुलासा
भीड़ ने महिला कांस्टेबल के साथ छेड़छाड़ की कोशिश की
पुलिस ने 51 दंगाइयों को गिरफ्तार किया, मामला दर्ज किया
मुगल शासक औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर विरोध-प्रदर्शन के बाद नागपुर शहर में भड़की हिंसा को लेकर सनसनीखेज जानकारी सामने आई है। हिंसा के दौरान दंगाइयों की भीड़ ने एक महिला कांस्टेबल से कथित तौर पर छेड़छाड़ की और उसे निर्वस्त्र करने की कोशिश की। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि हिंसा के दौरान भीड़ ने पुलिस पर पेट्रोल बम भी फेंके। उन्होंने कहा कि पुलिस अब तक 51 दंगाइयों को गिरफ्तार कर चुकी है और उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की कुल 57 धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
वास्तव में क्या हुआ?
जानकारी के अनुसार, सोमवार रात हिंसा भड़कने के बाद करीब पांच सौ लोगों की भीड़ नारेबाजी और पथराव कर रही थी। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए डीसीपी निकेतन कदम, डीसीपी शशिकांत सातव और डीसीपी अर्चित चांडक के साथ पुलिस इंस्पेक्टर मच्छिंद्र पंडित, पुलिस सब इंस्पेक्टर नितिन राजकुमार, दंगा नियंत्रण दस्ते के पांच कर्मचारी और एक महिला पुलिस अधिकारी वहां पहुंचे। भीड़ ने पुलिस पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया। पुलिस पर हमला किया। उन्होंने उनकी पिटाई भी की। भीड़ ने एक महिला पुलिस अधिकारी को पकड़ लिया। उन्होंने उनके कपड़े उतारने की कोशिश करते हुए अश्लील इशारे किए। महिला पुलिस अधिकारी की ओर से समय रहते स्वयं को बचा लेने से एक बड़ी दुर्घटना टल गई। इसके बाद भीड़ ने पुलिस वाहनों में तोड़फोड़ की.
सशस्त्र पुलिस 24 घंटे गश्त पर रहती है
इस बीच सोमवार को नागपुर के महल इलाके में भड़के दंगों के बाद महल और मोमिनपुरा के अलावा शहर में ग्यारह अति संवेदनशील और उन्नीस संवेदनशील स्थानों पर पुलिस ‘फिक्स्ड पॉइंट’ स्थापित किए गए हैं। सशस्त्र पुलिस 24 घंटे क्षेत्र में गश्त कर रही है।
कैसे भड़की थी हिंसा?
छत्रपति संभाजीनगर जिले में औरंगजेब की कब्र को हटाने के लिए विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल की ओर से गांधीगेट क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर औरंगजेब का प्रतीकात्मक पुतला जलाया गया। उसी समय मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि मुस्लिम प्रतीकों का अपमान किया जा रहा है। यह कथित घटना जंगल में आग की तरह फैलने के बाद कुछ उपद्रवियों ने महल पर पथराव किया और आग लगा दी। इससे शहर में तनावपूर्ण माहौल पैदा हो गया। पुलिस पर हमले से घटना की गंभीरता बढ़ गई। सभी नेताओं ने शांति की अपील की। देर रात तनाव कम होने लगा।
कार्रवाई करें: विहिप हमने कोई धार्मिक साहित्य नहीं जलाया। विश्व हिंदू परिषद ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऐसी अफवाहें फैलाने वालों और दंगा भड़काने तथा धार्मिक स्थलों पर हमला करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।