नाम वापसी: भाजपा के 14,

70 विधानसभा सभा सीटों के लिए 632 प्रत्याशियों के बीच होगी चुनावी जंग

Uttarakhand Vidhan Chunav 2022 उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 के लिए राज्‍य की कुल 70 विधानसभा सीटों पर अब 632 प्रत्याशी मैदान में रह गए हैं। आज सोमवार को नाम वापसी के अंतिम दिन कुल 95 दावेदारों ने अपने नामांकन वापस लिए। उत्‍तराखंड में 70 विधानसभा सीटों के लिए 632 प्रत्याशियों के बीच होगी चुनावी जंग।उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए राज्‍य की कुल 70 विधानसभा सीटों पर अब 632 प्रत्याशी मैदान में रह गए हैं।

देहरादून 31 जनवरी। उत्‍तराखंड विधानसभा चुनाव की नामांकन प्रक्रिया में नाम वापसी के बाद सभी सीटों की चुनावी तस्वीर साफ हो गई है। सभी 70 विधानसभा सीटों पर नाम वापसी के बाद अब 632 प्रत्याशी मैदान में शेष रह गए हैं। इनमें 391 प्रत्याशी गढ़वाल मंडल के सात जिलों की 41 सीटों पर ताल ठोक रहे हैं। कुमाऊं मंडल की 29 सीटों पर 241 प्रत्याशी मैदान में हैं। इन सभी के भाग्य का फैसला अब 14 फरवरी को होने वाले मतदान के दिन होगा।

प्रदेश में विधानसभा की 70 सीटों के लिए 750 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किए थे। नामांकन पत्रों की जांच के बाद 23 प्रत्याशियों का नामांकन खारिज किए गए। इसके बाद मैदान में 727 प्रत्याशी शेष रहे। सोमवार को नाम वापसी की अंतिम तिथि थी। इस दौरान 95 अभ्यर्थियों ने नामांकन वापस लिए। ऐेसे में अब कुल 632 प्रत्याशी मैदान में रह गए हैं।

इनमें देहरादून जिले की 10 विधानसभा सीटों पर 117 प्रत्याशी, हरिद्वार जिले की 11 विधानसभा सीटों पर 110 प्रत्याशी, उत्तरकाशी जिले की तीन सीटों पर 23 प्रत्याशी व चमोली जिले की तीन विधानसभा सीटों पर 31 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। रुद्रप्रयाग जिले की दो विधानसभा सीटों पर 25, टिहरी जिले की छह विधानसभा सीटों पर 38, पौड़ी जिले की छह विधानसभा सीटों पर 47 प्रत्याशी और पिथौरागढ़ जिले की चार विधानसभा सीटों पर 28 प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे हैं। बागेश्वर जिले की दो विधानसभा सीटों पर 14 प्रत्याशी, अल्मोड़ा जिले की छह विधानसभा सीटों पर 50 प्रत्याशी, चम्पावत जिले की दो विधानसभा सीटों पर 14 प्रत्याशी, नैनीताल जिले की छह विधानसभा सीटों पर 63 प्रत्याशी और ऊधमसिंह नगर जिले की नौ विधानसभा सीटों पर 72 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। सबसे अधिक 19 प्रत्याशी देहरादून की धर्मपुर विधानसभा सीट पर हैं।

देहरादून जनपद की 10 विधानसभा सीटों पर 117 प्रत्याशी मैदान में

देहरादून जिले की 10 विधानसभा सीटों पर 117 प्रत्याशी चुनावी दंगल में आमने-सामने हैं। आज 141 प्रत्याशियों में से 24 प्रत्याशियों ने नामांकन वापस लेते हुए चुनाव से हाथ खींच लिए हैं। डोईवाला सीट पर सर्वाधिक सात प्रत्याशियों ने नाम वापस लिया है। वहीं, चकराता विधानसभा सीट पर किसी भी प्रत्याशी ने नाम वापिस नहीं लिया है

टिहरी जिले की छह विधानसभा में अब 38 प्रत्याशी मैदान में

टिहरी जिले के छह विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार को नाम वापसी के दिन कुल पांच प्रत्याशियों ने नाम वापस लिए हैं। इस तरह से अब 38 प्रत्याशी मैदान में रह गए हैं। विधानसभा निर्वाचन के लिए जिले की छह विधानसभाओं के लिए कुल 44 प्रत्याशियों ने नामांकन करवाया था। जांच परीक्षण के बाद विधानसभा क्षेत्र देवप्रयाग के प्रत्याशी सौरभ का नामांकन पत्र निरस्त किया गया। सोमवार को नाम वापसी के बाद 43 प्रत्याशियों में से 5 प्रत्याशियों द्वारा नाम वापस लिये गये हैं जिनमें विधानसभा देवप्रयाग से निर्दलीय प्रत्याशी पार्वती देवी, टिहरी से आम आदमी पार्टी के डमी प्रत्याशी युद्ववीर सिंह नेगी, प्रतापनगर से आम आदमी पार्टी के डमी प्रत्याशी संगीता देवी, घनसाली से भाजपा के बागी निर्दलीय प्रत्याशी सोहन लाल खंडेवाल व आम आदमी पार्टी के डमी प्रत्याशी ओम प्रकाश शामिल है, जबकि विधानसभा नरेंद्रनगर व धनोल्टी से किसी भी प्रत्याशी ने नाम वापस नहीं लिया। जनपद में नाम वापसी के बाद कुल 38 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं और नौ निर्दलीय प्रत्याशी भी मैदान में हैं।

उत्‍तराखंड में किस जिले में कितने प्रत्याशी मैदान में

देहरादून – 117
हरिद्वार – 110
यूएस नगर – 72
नैनीताल – 63
अल्मोडा -50
पौड़ी – 47
टिहरी -38
चमोली – 31
पिथौरागढ़ – 28
रुद्रप्रयाग -25
उत्तरकाशी – 23
बागेश्वर – 14
चम्पावत -14

 14 सीटों पर मैदान में डटे हैं भाजपा के बागी, नहीं माने तो पार्टी कर सकती है कार्रवाई

14 सीटों पर भाजपा के 14 बागी मैदान में डटे हुए हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार बागियों को मनाने के मद्देनजर उनसे बातचीत का क्रम जारी है। भाजपा को उम्मीद है कि इनमें से अधिकांश पार्टी प्रत्याशियों को समर्थन दे देंगेें।

टिकट वितरण के बाद उपजे असंतोष के बाद विधानसभा की चार सीटों पर निर्दलीय के रूप में ताल ठोकने वाले सात कार्यकर्त्ताओं को बैठाने में भाजपा कामयाब हो गई। इन सभी ने सोमवार को नाम वापस ले लिए। अभी 14 सीटों पर भाजपा के 14 बागी मैदान में डटे हुए हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार बागियों को मनाने के मद्देनजर उनसे बातचीत का क्रम जारी है। भाजपा को उम्मीद है कि इनमें से अधिकांश पार्टी प्रत्याशियों को समर्थन दे देंगे। यदि बात नहीं बनती है तो दो-तीन दिन के भीतर बागियों को पार्टी से निष्कासित करने की कार्रवाई शुरू की जाएगी।

भाजपा ने विभिन्न सीटों पर बगावती तेवर अपनाने वाले कार्यकर्त्ताओं को मनाने के लिए पिछले तीन दिन से ताकत झोंकी हुई थी। बागियों को बैठाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत व केंद्रीय राज्यमंत्री अजय भट्ट को कुमाऊं, पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद रमेश पोखरियाल निशंक को हरिद्वार, पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद तीरथ सिंह रावत को गढ़वाल क्षेत्र का जिम्मा सौंपा गया। इसके साथ ही प्रांतीय पदाधिकारियों, जिलों के प्रभारी मंत्रियों को भी इस कार्य में लगाया गया था।

लंबी कसरत के बाद भाजपा डोईवाला सीट पर सौरभ थपलियाल, सुभाष भट्ट, राहुल पंवार व वीरेंद्र रावत, कालाढूंगी सीट पर पूर्व दायित्वधारी गजराज सिंह बिष्ट, घनसाली सीट पर सोहनलाल खंडेलवाल, पिरान कलियर सीट पर जय भगवान सैनी को मनाने में सफल रही। इन सभी ने सोमवार को नाम वापसी की तिथि पर नाम वापस ले लिए।

इसके अलावा जो बागी मैदान में डटे हैं, उनमें विधायक राजकुमार ठुकराल (रुद्रपुर), पूर्व विधायक महावीर रांगड़ (धनोल्टी), टीकाराम मैखुरी (कर्णप्रयाग), धीरेंद्र चौहान (कोटद्वार), वीर सिंह पंवार (धर्मपुर), दिनेश रावत (देहरादून कैंट), दर्शनलाल (घनसाली), जितेंद्र नेगी (डोईवाला), कमलेश भट्ट (चकराता), मनोज कोली (यमुनोत्री), अजय तिवारी (किच्छा), मनोज शाह (भीमताल), पवन चौहान (लालकुंआ), टेकबल्लभ, नितिन शर्मा (रुड़की) शामिल हैं।

 

कांग्रेस की सोमवार को ऋषिकेश सीट से ताल ठोक रहे पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण को मनाने की कोशिशें सफल रहीं। सजवाण ने आज नाम वापस लिया। उन्हें कांग्रेस ‘चुनाव बाद सम्मान’ के लालीपॉप से नहीं, तत्काल सम्मान से ही मना पाई। उन्हें छठा कार्यकारी अध्यक्ष और चुनाव संचालन समिति का को चेयरमैन बनाया गया है।  इसी तरह सहसपुर सीट से कांग्रेस के आकिल अहमद और रायपुर सीट से सूरत सिंह नेगी ने पार्टी के पक्ष में अपनी उम्मीदवारी वापस ली। किच्छा सीट पर कांग्रेस के हरीश पनेरू भी दावेदारी से पीछे हट गए। यमुनोत्री सीट पर भाजपा के बागी जगवीर सिंह भंडारी कांग्रेस में शामिल भी हुए और कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में नाम वापस भी ले लिया।

बागेश्वर से बालकृष्ण को मनाया नहीं जा सका है। इसी तरह रुद्रप्रयाग सीट से पूर्व मंत्री मातबर सिंह कंडारी कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप थपलियाल के खिलाफ खम ठोके हुए हैं। टिहरी में घनसाली सीट पर कांग्रेस के भीमलाल आर्य, यमुनोत्री सीट पर कांग्रेस के टिकट पर पिछला चुनाव लड़ चुके संजय डोभाल इस बार पार्टी प्रत्याशी दीपक बिजल्वाण के खिलाफ चुनाव मैदान में डटे हैं। इसी तरह बागेश्वर सीट पर बालकृष्ण अपनी ही पार्टी के प्रत्याशी के खिलाफ ताल ठोके रहे हैं।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि कुछ सीटों पर मनाने के बावजूद पार्टी प्रत्याशियों के खिलाफ कुछ नेता चुनाव मैदान में मौजूद हैं। उन्होंने पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार करने का आह्वान किया। साथ ही कहा कि पार्टी के आदेश की अवहेलना करने वालों के खिलाफ कोर कमेटी में फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन समर्पित व्यक्तियों ने पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में नाम वापस लिया है, उनका पूरा सम्मान किया जाएगा।

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