सपा की 16 की पहली सूची में तीन अखिलेश के परिजन
Samajwadi Party First List: अखिलेश ने लोकसभा चुनाव की पहली लिस्ट जारी की, 16 सीटों में परिवार के तीन लोगों को टिकट
समाजवादी पार्टी ने लोकसभा चुनावों के लिए कमर कस ली है. 16 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया लेकिन इनमें से तीन उम्मीदवार तो अखिलेश के परिवार से ही हैं. अब देखना है कि गठबंधन में शामिल कांग्रेस कितने दिन में अपनी लिस्ट निकालती है.
लखनऊ 30 जनवरी। समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव एकदम चुनावी मोड में आ गए हैं. एक तरफ बाकी पार्टियां अभी अपने मैनेजमेंट में लगी हुई हैं तो वहीं समाजवादी पार्टी ने अपनी पहली सूची भी जारी कर दी है. इस सूची में 16 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान हुआ है. इसमें डिंपल यादव, धर्मेंद्र यादव और अक्षय यादव जैसे नाम शामिल हैं. मैनपुरी से डिंपल तो फिरोजाबाद से अक्षय यादव, वहीं बदायूं से धर्मेंद्र यादव को उतारा गया है. इसके अलावा अयोध्या/फैजाबाद और गोरखपुर सीटों का नाम भी इस सूची में शामिल है. अखिलेश ने ये सूची तब जारी की है जब हाल ही में गठबंधन में यूपी की 11 सीटों को कांग्रेस को दिया गया है.
असल में समाजवादी पार्टी की इस पहली लिस्ट में मैनपुरी से डिंपल तो फिरोजाबाद से अक्षय यादव, वहीं बदायूं धर्मेंद्र यादव को उतारा गया है. इसका मतलब यह है कि परिवार से तीन लोगों के नाम तो सपा की पहली ही लिस्ट में हैं.
जानिए 16 सीटों पर कौन-कौन हैं प्रत्याशी
डिंपल, धर्मेंद और अक्षय के अलावा अयोध्या से अवधेश प्रसाद, गोरखपुर से काजल निषाद, उन्नाव से अनु टंडन, लखनऊ से रविदास मेहरोत्रा, बस्ती से रामप्रसाद चौधरी, बांदा से शिवशंकर सिंह पटेल, अकबरपुर सीट से राजाराम पाल, संभल सीट से शफीकुर्रहमान, एटा सीट से देवेश शाक्य के नाम शामिल हैं. अब देखना है कि बाकी सीटों की लिस्ट कब जारी होती है. लेकिन एक बात तय है कि अब इंडिया गठबंधन में शामिल कांग्रेस और अन्य पार्टियों पर भी नामों के ऐलान का दवाब होगा.
11 सीटें कांग्रेस को दे चुकी है सपा
इससे पहले हाल ही में लोकसभा चुनाव के लिए सीटों को लेकर चर्चा का दौर जारी रहा. इसके बाद सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कांग्रेस को 11 सीटें ऑफर की थीं. हालांकि इसके बाद भी ऐसा लगता है फिलहाल सीटों को लेकर डील अभी डन नहीं हुई है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने इसके बाद कहा था कि समाजवादी पार्टी ने जो 11 सीटें कांग्रेस को दी हैं, वह फाइनल नहीं हैं. यह सीटें अखिलेश यादव ने अपनी तरफ से दी हैं. अखिलेश ने पहली किस्त में 11 सीटें दी हैं, अभी कई राउंड की बातचीत होनी हैं.
विपक्ष की बात करें तो पिछले लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के खाते में 5, बसपा के खाते में 10 और कांग्रेस ने 1 सीट रायबरेली जीती थी. फिलहाल सपा ने इन 16 सीटों की लिस्ट का ऐलान किया है.
– मैनपुरी से डिंपल यादव प्रत्याशी
– अयोध्या से अवधेश प्रसाद को टिकट
– गोरखपुर से काजल निषाद को टिकट
– बदायूँ से धर्मेन्द्र यादव को टिकट
– फ़िरोज़ाबाद से अक्षय यादव को टिकट
– उन्नाव लोकसभा सीट से अनु टंडन को टिकट
– लखनऊ से रविदास मेहरोत्रा को टिकट
– बस्ती से रामप्रसाद चौधरी को टिकट
– बाँदा से शिवशंकर सिंह पटेल को टिकट
– अकबरपुर सीट से राजाराम पाल को टिकट
– संभल सीट से शफीकुर्रहमान को टिकट
– एटा सीट से देवेश शाक्य को टिकट..
Lok Sabha Chunav Samajwadi Party, Congress And Rld On Seat Sharing In India Alliance In Up उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) द्वारा अपने सहयोगी दल- कांग्रेस और राष्ट्रीय लोक दल (रालोद), को राज्य की 80 में से 18 लोकसभा सीट दिये जाने की पेशकश रास नहीं आ रही है। ये दोनों दल अपनी-अपनी ‘ताकत’ के आधार पर ज्यादा सीट की मांग कर रहे हैं।
वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में 21 सीट जीती थीं, जबकि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने 20 सीट । सपा 23 सीट , जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 10 सीट जीतने में कामयाब रही थी। रालोद के खाते में पांच सीट आई थीं और एक पर निर्दलीय उम्मीदवार का कब्जा रहा। बाद में अखिलेश यादव द्वारा फिरोजाबाद सीट खाली करने के बाद उस साल हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने जीत हासिल की थी।
कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय राय ने पार्टी के अधिक सीट मांगे जाने के सवाल पर कहा, ‘‘सीट बंटवारे को लेकर सकारात्मक बातचीत चल रही है। हम चाहते हैं कि पार्टी राज्य में 22 से अधिक सीट पर चुनाव लड़े जो उसने 2009 के लोकसभा चुनावों में जीती थीं। कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व इस बारे में बात कर रहा है।’’
रालोद के एक वरिष्ठ नेता ने सपा की दी गई सीट के बारे में कहा, ‘‘रालोद देवरिया लोकसभा सीट से भी चुनाव लड़ना चाहती है। हमारे प्रदेश अध्यक्ष रामाशीष राय ने वर्ष 2004 में कांग्रेस के टिकट पर वहां से चुनाव लड़ा था और अपने प्रतिद्वंद्वियों को कड़ी टक्कर दी थी। 2019 में सपा ने वह सीट बसपा को दे दी थी। कुल मिलाकर राजनीतिक समीकरण रामाशीष राय के पक्ष में है और इससे आश्चर्यजनक परिणाम मिल सकते हैं।’’
रालोद के नेताओं के मुताबिक सपा ने उनकी पार्टी को बागपत, मुजफ्फरनगर, मथुरा, कैराना, हाथरस, बिजनौर और अमरोहा सीट प्रस्तावित की है।
रालोद के एक अन्य नेता ने कहा, ‘‘पार्टी नेता सपा के उन्हें अमरोहा लोकसभा सीट के प्रस्ताव से हैरान हैं जब मौजूदा बसपा सांसद दानिश अली कांग्रेस से तालमेल बैठा रहे हैं। सपा ने रालोद को जिन सात सीट की पेशकश की है, उनमें से तीन सीट पर सपा उम्मीदवार रालोद के चुनाव चिह्न पर मैदान में उतरेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘रालोद प्रमुख जयंत चौधरी सपा के सीट प्रस्ताव से बहुत खुश नहीं हैं।’’ इस बीच, कांग्रेस की ओर से मांग जा रही ज्यादा सीट के सवाल पर सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा, ‘‘यह तो उनका पक्ष है ना? सपा ने उन्हें जितनी सीटें दी हैं, उतनी ही रहेंगी।’’
रालोद के देवरिया सीट की मांग किये जाने पर चौधरी ने कहा, ‘‘रालोद के साथ सीट बंटवारे का फैसला पहले ही हो चुका है। जयंत चौधरी आए थे और सब कुछ तय हो गया था।’’
उन्होंने यह भी कहा कि सपा सहयोगियों को ‘11+7’ सीट के फॉर्मूले पर टिकी है और फिलहाल इसमें ‘‘कोई और संशोधन नहीं होगा।’’
सपा ने पिछले शनिवार को घोषणा की थी कि उसने उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को 11 लोकसभा सीट का प्रस्ताव है। पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा था कि उनका गठबंधन ‘‘अच्छी शुरुआत’’ है।
यादव ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा था, ‘‘कांग्रेस के साथ उनका सौहार्दपूर्ण गठबंधन 11 मजबूत सीट से अच्छी शुरुआत कर रहा है। यह प्रवृत्ति जीत के समीकरण के साथ आगे बढ़ेगी। ‘इंडिया’ टीम और ‘पीडीए’ (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) की रणनीति इतिहास बदल देगी।’’
सपा प्रवक्ता चौधरी ने कहा, ‘‘ पार्टी ने कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में 11 सीट प्रस्तावित की है, ताकि सम्मानजनक आपसी समन्वय से भाजपा को हराएं।’’ उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व लगातार कांग्रेस के संपर्क में है।
चौधरी ने कहा, ‘‘हमने कांग्रेस को (उत्तर प्रदेश में) 11 सीट और राष्ट्रीय लोक दल को सात सीट दी हैं। सपा लोकसभा चुनाव में 62 सीट पर चुनाव लड़ेगी।’’
राजनीतिक दृष्टि से सबसे महत्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीट हैं। देश में लोकसभा चुनाव इसी साल अप्रैल-मई में होगा। उत्तर प्रदेश में भाजपा के 64 सांसद हैं। इसके अलावा बसपा के 10, सपा के तीन और अपना दल (सोनेलाल) के दो सांसद हैं। सोनिया गांधी राज्य की एकमात्र कांग्रेस सांसद हैं जो रायबरेली निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती हैं।