हमास के पास थे इसराइल के सभी रहस्य, युद्ध समाप्ति बाद होगी जांच
इजराइली सेना के रहस्य जानता था हमास:10 लड़ाके इंटेलिजेंस केंद्र में घुसे, कम्यूनिकेशन टावर नष्ट किए; जानिए हमले की पूरी योजना
7 अक्टूबर को हमास ने इजराइल पर हमला कर दिया था। तब से इजराइल-हमास जंग जारी है।
तेल अबीब 16 अक्टूबर। हमास के 10 लड़ाकों को पता था कि इजराइली गुप्तचर केंद्र को कैसे ढूंढ़ना है और इसके अंदर कैसे जाना है। इजराइल में घुसपैठ करने के बाद, वे पांच मोटरसाइकिलों पर सवार होकर पूर्वी दिशा में आगे बढ़े। हर बाइक पर दो लड़ाके थे। आगे बढ़ते समय वे पास से गुजरने वाली गाड़ियों पर गोलियां बरसा रहे थे।
करीब 16 किलोमीटर बाद वे सड़क से हटकर जंगलों की ओर चले गए। यहां एक सैन्य द्वार के बाहर उतर गए। द्वार पर कोई गार्ड नहीं था। लड़ाकों ने यहां छोटे बम प्रयोग करते हुए बैरियर तोड़ा। बेस में घुसे। ग्रुप सेल्फी ली। फिर एक निहत्थे इजराइली सैनिक की गोली मारकर हत्या कर दी।
इजराइली सेना के अधिकारियों ने हमास की घुसपैठ से जुड़ी यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि कैसे हमास ने ये अचानक आक्रमण नियोजित कर मध्य-पूर्व की सबसे शक्तिशाली सेना को मात दी। उन्होंने बताया कि हमास इजराइली सेना की कमजोरियां और रहस्य जानता था।
आगे बढ़ने के लिए मानचित्र की मदद ली
एक पल के लिए लड़ाके इसे लेकर अनिश्चित दिखे कि आगे कहां जाना है, लेकिन एक लड़ाके ने अपनी जेब से किसी कॉम्प्लेक्स (इमारत) का मानचित्र निकाला। मानचित्र से उन्हें आगे बढ़ने का रास्ता समझ आया।
फिर वे एक उच्च सुरक्षायुक्त भवन की ओर बढ़े। यहां दरवाजा खुला हुआ था। वे अंदर घुसे। एक ऐसे कमरे में पहुंचे जहां कई कंप्यूटर रखे थे। ये इजराइली सेना का इंटेलिजेंस हब था। आगे बढ़ने पर लड़ाकों को दो सैनिक मिले, दोनों ने आड ले रखी थी। फिर लड़ाकों ने इन्हें गोली मार दी।
ये पूरी घटना हमास के कमांडर के सिर पर लगे कैमरे में कैद हो गई। ये वही कमांडर है जो शनिवार यानी 7 अक्टूबर को मारा गया। न्यूयॉर्क टाइम्स ने इजराइली ऑफिशियल्स के साथ इस वीडियो को देखा और वेरिफाई किया है।
हमास के लड़ाकों ने प्लान को एग्जीक्यूट करने के लिए नक्शे की मदद ली।
ड्रोन से सर्विलांस कैमरे नष्ट किए
हमास के लड़ाकों ने ड्रोन का इस्तेमाल करते हुए गाजा की सीमा पर लगे इजराइली सेना के सर्विलांस कैमरे और कम्यूनिकेशन टावर नष्ट कर दिए। इससे इजराइली सेना कमजोर पड़ गई। इसके बाद लड़ाकों ने बम से इजराइल की सीमा पर बैरिकेड्स उड़ा दिये।
बुलडोजर से सीमा पर लगे तार तोड़ दिये, जिससे एक बार में 200 लड़ाके घुस गए। 7 अक्टूबर को लगभग 1,800 लड़ाकों ने घुसपैठ की। मोटरसाइकिलों, पिक-अप ट्रक पर सवार इन लड़ाकों ने 8 मिलिट्री बेस और 15 गांव में एक-साथ हमला किया और सब कुछ नष्ट कर दिया।
7 अक्टूबर को मारे गए हमास कमांडर के सिर पर लगे कैमरे से रिकॉर्ड की गई वीडियो से ली गई इस तस्वीर में लड़ाके इजराइली गुप्तचर केंद्र में दिख रहे हैं।
इजराइली सैन्य प्रणाली जानता था हमास
हमास के योजना प्रपत्र , वीडियो और सुरक्षा अधिकारियों के कथनों से साफ है कि लड़ाकों को इजराइली सैन्य कार्य प्रणाली की सटीक जानकारी थी। वे जानते थे कि सेना की कौन ईकाई विशेष कहां-कहां तैनात है? इतना ही नहीं, हमास के लड़ाकों को इस बात की भी जानकारी थी कि किन इलाकों में सेना पहुंचने में और दोबारा इकट्ठा होने में कितना समय लगेगा।
इजराइली सेना का कहना है कि युद्ध समाप्त होने के बाद वह जांच करेगी कि हमास इतनी आसानी से उनकी सुरक्षा में सेंध लगाने में कैसे कामयाब हो गया।