अनिवार्य हिजाब का विरोध: इस्लामी यूनिवर्सिटी में महिला ने उतार दिए सारे कपड़े
हिजाब के विरोध में छात्रा ने उतार दिए कपड़े, ईरान की यूनिवर्सिटी में लड़की की बगावत!
सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में इस्लामिक आजाद यूनिवर्सिटी की एक ब्रांच के सुरक्षा गार्डों को एक अज्ञात महिला को हिरासत में लेते हुए देखा जा सकता है. यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता अमीर महजोब ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, ‘पुलिस स्टेशन में पता चला कि वह गंभीर मानसिक दबाव से पीड़ित थी और उसे कोई मनोविकार भी था.’
तेहरान,03 नवंबर 2024,ईरान में महिलाएं लंबे समय से हिजाब का विरोध कर रही हैं. हाल ही में एक महिला ने अपना विरोध दर्ज कराने के लिए बीच सड़क पर अपने कपड़े उतार दिए. ऑनलाइन वीडियो और मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, देश के सख्त इस्लामिक ड्रेस कोड के विरोध में शनिवार को एक महिला ने ईरानी विश्वविद्यालय में अपने कपड़े उतार दिए.
सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में इस्लामिक आजाद यूनिवर्सिटी की एक ब्रांच के सुरक्षा गार्डों को एक अज्ञात महिला को हिरासत में लेते हुए देखा जा सकता है. यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता अमीर महजोब ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, ‘पुलिस स्टेशन में पता चला कि वह गंभीर मानसिक दबाव से पीड़ित थी और उसे कोई मनोविकार भी था.’
विरोध में उतारे कपड़े
हालांकि कुछ सोशल मीडिया यूजर्स का दावा है कि महिला ने अपना विरोध दर्ज कराने के लिए जानबूझकर कपड़े उतारे थे. एक्स पर एक यूजर ने वीडियो के साथ लिखा, ‘ज्यादातर महिलाओं के लिए, सार्वजनिक रूप से अंडरवियर में रहना सबसे बुरी बात है. यह अनिवार्य हिजाब को लेकर अधिकारियों के मूर्खतापूर्ण आग्रह की प्रतिक्रिया है.’
महिला को मेंटल हॉस्पिटल में किया जाएगा शिफ्ट
महिला के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है. ईरानी अखबार Hamshahri ने अपनी वेबसाइट पर लिखा, ‘एक जानकार सूत्र ने बताया कि इस कृत्य के लिए जिम्मेदार महिला को गंभीर मानसिक समस्याएं हैं और जांच के बाद संभवतः उसे एक मेंटल हॉस्पिटल में ट्रांसफर कर दिया जाएगा.’
2022 में शुरू हुए थे प्रदर्शन
ईरान में हिजाब का त्यागकर अधिकारियों को चुनौती देने वाली महिलाओं की संख्या बढ़ती गई है. शुरुआत सितंबर 2022 में कथित तौर पर हिजाब नियमों का उल्लंघन करने पर नैतिकता पुलिस की हिरासत में एख ईरानी कुर्द महिला की मौत के बाद देशव्यापी विरोध प्रदर्शनों से हुई थी. ईरानी शासन और सुरक्षाबलों ने हिंसक ढंग से विद्रोह दबाने का प्रयास किया था जिसमें कई लोगों की मौत भी हो गई थी
हिजाब विरोध में ईरानी एक्ट्रेस ने उतारे कपड़े, वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर, बोली- माय बॉडी, माय चॉइस
Iran Protest Against Hijab: हिजाब को लेकर विरोध प्रदर्शन में हिजाब के विरोध में एक अभिनेत्री ने अपने कपड़े उतार दिए। हिजाब को लेकर विरोध प्रदर्शन की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुए। खास बात ये कि इन प्रदर्शनों का नेतृत्व न केवल महिलाओं ने किया, बल्कि इसमें बढ़ चढ़कर हिस्सा भी ले रही हैं। पुरुष भी महिलाओं का साथ देने सड़कों पर उतरे । इन्हें दुनिया भर की हस्तियों ने भी अपना समर्थन दिया।अभियान में ईरान की अभिनेत्री एलनाज नॉरूजी ने भी हिजाब के खिलाफ कपड़े उतारे और इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर किया।
अभिनेत्री ने अपने वीडियो से संदेश देने की कोशिश की कि जिसका शरीर है, पसंद भी उसकी ही होगी कि उसे क्या पहनना है। अभिनेत्री ने अनोखे तरीके से विरोध दर्ज कराया, उनका ये विरोध का तरीका सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना। एलनाज नॉरूजी के इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट वीडियो में वह विरोध में अपने कपड़े उतारती दिखी। वीडियो में ईरानी अभिनेत्री को हिजाब और बुर्का उतारते देखा जा सकता है।
अभिनेत्री अपने सभी कपड़े उतारती हैं, तो वीडियो पर कैप्शन लिखा दिखाई देता है, ‘दुनिया में कहीं भी, हर महिला को, चाहे वह कहीं से भी हो, उसे यह अधिकार होना चाहिए कि वह जो चाहे, जब चाहे और जहां चाहे पहन सकती है। किसी भी पुरुष या किसी अन्य महिला को उसे जज करने या उसे दूसरे कपड़े पहनने को कहने का अधिकार नहीं है।
ईरान में 22 वर्षीय युवती की मौत के विरोध में प्रदर्शन कुचलने को सरकारी बलों ने कुर्द क्षेत्रों में कार्रवाई की। नैतिक कार्रवाई में पुलिस ने युवती महसा अमीनी को पकड़ा और हिरासत में ही उसकी मौत हो गई। दंगारोधी पुलिस ने ईरान के कुर्दिस्तान प्रांत की राजधानी सानंदाज में गोलीबारी की। एमनेस्टी इंटरनेशनल और अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने महसा अमीनी की मौत के खिलाफ प्रदर्शनकारियों को निशाना बनाने को ईरान की निंदा की।
तेल कंपनी कर्मचारियों ने भी दो प्रमुख रिफाइनरी परिसरों में विरोध-प्रदर्शन किया। ईरानी सरकार ने लगातार दावा किया कि अमीनी से दुर्व्यवहार नहीं हुआ,जबकि परिवार का कहना था कि उसके शरीर पर चोट व पिटाई के निशान थे। अमीनी हिजाब सही तरीके से न पहनने के आरोप में हिरासत में ली गई थी। अमीनी की मौत बाद ईरान में प्रदर्शन के कुछ वीडियो में सुरक्षा बल महिला प्रदर्शनकारियों को पीटते और धक्का देते दिखे। इनमें हिजाब उतारे महिलाएं भी थी। ईरान में हिजाब पहनना अनिवार्य है।
अधिकारियों के इंटरनेट पर रोक के बावजूद राजधानी तेहरान और अन्य जगहों के वीडियो ऑनलाइन प्रसारित होते रहे। एक वीडियो में विश्वविद्यालय और हाई स्कूल के छात्र नारे लगाते दिखे। कुछ महिलाएं व लड़कियां बिना सिर ढके सड़कों पर मार्च करती दिखी।
ईरान 2009 के ‘ग्रीन रेवोल्यूशन’ के बाद प्रदर्शनों से ईरान के धर्मतंत्र विरोधी सबसे बड़ी चुनौती आई।
एमनेस्टी इंटरनेशनल ने भी ईरानी सुरक्षा बलों के ‘आग्नेयास्त्रों का इस्तेमाल करने और यहां तक कि मकानों में भी अंधाधुंध आंसू गैस के गोले दागने’ की निंदा की। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने भी ईरानी बलों की कार्रवाई की निंदा की और कहा , ‘ईरान में जो कुछ भी हो रहा है उसे दुनिया देख रही है।’ वहीं ईरान ने सानंदाज में नए सिरे से की गई कार्रवाई के संबंध में कोई टिप्पणी नहीं की। हालांकि ईरान के विदेश मंत्रालय ने पुलिस की कार्रवाई को लेकर ब्रिटेन के उसके देश के कुछ लोगों पर प्रतिबंध लगाने पर, ब्रिटिश राजदूत तलब किया। ईरानी विदेश मंत्रालय ने प्रतिबंध ‘मनमाना और निराधार’ करार देकर जवाब में ब्रिटेन के खिलाफ कार्रवाई करने की धमकी भी दी।
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