अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता में मीडिया की स्वतंत्रता पृथक से परिभाषित हो:अशोक मलिक
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता में मीडिया की स्वतंत्रता पृथक से परिभाषित हो:अशोक मलिक

समस्या-समाधान को MP,MLA’s की भी लें मदद

देहरादून 24 अक्टूबर 2025। नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (इंडिया) के निवर्तमान अध्यक्ष अशोक मलिक ने कहा है कि एनयूजेआई ने पत्रकारों को जागरूक और संगठित करने के अतिरिक्त अब पत्रकारों के कर्तव्य निर्वहन को उनकी स्वतंत्रता के मोर्च पर काम करने का निर्णय लिया है. उन्होने बताया कि यूनियन ने विजयवाड़ा राष्ट्रीय कार्यकारिणी में प्रस्ताव पारित कर सरकार से मांग की है कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता में मीडिया की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को पृथक से परिभाषित करे,जिसे अभी तक संविधान के अनुच्छेद 19(1)A में ही पोषित माना जाता है। इसके बिना मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ कहना अलंकारिक भर हो जाता है. स्वतंत्रता के अमृत काल में अब तक के अनुभवों और तकनीकी विकास तथा मीडिया की व्यापकता देखते हुए यह कार्य आवश्यक समझकर संपादित कर दिया जाना चाहिए. श्री मलिक ने कहा कि एनयूजेआई की राज्य इकाईयां इस विषय पर चर्चा अब को आगे बढायेंगीं.

श्री अशोक मलिक यहां ऑल मीडिया जर्नलिस्ट्स ऐसोसियेशन उत्तराखंड की देहरादून जिला ईकाई को संबोधित कर रहे थे.
बैठक में प्रदेश कोषाध्यक्ष राजकमल गोयल की उत्तराखंड में सरकारी नीतियों और सूचना एवं लोक संपर्क विभाग की कार्यप्रणाली से पत्रकारों के सामने आ रही समस्याओं का उल्लेख करने पर दिया. उन्होने कहा कि जिन पत्रकारों ने इस राज्य के गठन से लेकर जन सरोकारों तक संघर्ष किया है,वे अब प्रदेश में स्वयं को बेगाना अनुभव कर रहे हैं और सरकार तथा अधिकारी निरंकुश व्यवहार पर उतारु हैं.
श्री मलिक ने कहा कि सरकार और विभागीय समस्याओं के समाधान में सांसद और विधायकों की मदद लेना ज्यादा व्यवहारिक रहता है. इसमें संकोच की आवश्यकता नही है.

उन्होने कहा कि पत्रकार यूनियनों की शक्ति उनकी सदस्य संख्या और सक्रियता पर निर्भर है. उन्होने कहा कि पत्रकारिता में महिलाओं की संख्या बढ़ी है तो उसका प्रतिबिंब हमारी यूनियन में भी दिखना चाहिए.

इस अवसर पर उन्होने अमजा उत्तराखंड के देहरादून जिलाध्यक्ष सोनू सिंह और महामंत्री कुमारी प्रभा वर्मा को शपथ दिलाते हुए 10 दिन में अपनी कार्यकारिणी गठित कर अनुमोदित कराने को कहा.
कुमारी प्रभा वर्मा ने शिकायत की कि प्रेस परिषद की लेवी तो सर्कुलेशन पर कट जाती है लेकिन केंद्र सरकार के विज्ञापनों में प्रेस परिषद से कोई सहायता नहीं मिलती.
बैठक का संचालन करते हुए अमजा उत्तराखंड के महामंत्री रवींद्र नाथ कौशिक ने ऐसोसियेशन की गतिविधियों और भावी कार्यक्रमों की जानकारी दी. अध्यक्षता अनुशासन समिति सदस्य गिरधर गोपाल लूथरा ने की.
बैठक में अमजा उत्तराखंड की गढ़वाल मंडल महिला संयोजक कुमारी रेणु सेमवाल, विपिन नौटियाल, सुनील बडोला,तरुण मोहन तथा सूर्य प्रकाश भट्ट आदि थे.

