आईएसआई एजेंट कलीम की पाकिस्तान में जेल की कहानी भी था झूठ
पाकिस्तान रिटर्न परिवार बना देश का गद्दार नंबर-1! ISI की स्क्रिप्ट पर उत्तर प्रदेश में टेरर फैलाने का था प्लान
उत्तर प्रदेश में भय फैलाने का षड्यंत्र रचा गया था पाकिस्तान की जेल में। एक ऐसा भयावह षड्यंत्र जिसे सुनकर आपके होश उड जाएंगे। पाकिस्तान की जेल से छूट कर भारत आए कलीम को गिरफ्तार किया गया है। उसे आईएसआई ने जासूसी करने भेजा था भारत।
मुख्य बिंदु
पाकिस्तान का जासूस उत्तर प्रदेश से हुआ है गिरफ्तार
आईएसआई ने आतंकी योजना के साथ उसे भेजा था भारत
13 अगस्त को पाकिस्तान की जेल से हुआ था रिहा
जेल से रिहा होने के बाद परिवार के साथ भारत आया था
उत्तर प्रदेश में हिंसा और दंगे फैलाने की थी योजना
शामली 21 अगस्त । उसके चेहरे पर भोलापन था, वो खुद को डरा हुआ दिखा रहा था, अपने परिवार के साथ जब वो पाकिस्तान सीमा पार करके भारत आया तो उसने पाकिस्तान में भय की कई कहानियां सुनाई। उसने बताया कि पाकिस्तान की जेल में कैसे बीते उसके दिन। वो भारत लौटने पर अपनी खुशी व्यक्त कर रहा था, वो खुद को देशभक्त बता रहा था, लेकिन सच तो एकदम उल्टा थी। ये सब उसका एक नाटक था, वो था देशद्रोही जिसे पाकिस्तान ने भारत भेजा था आतंकवाद फैलाने को।
पाकिस्तान का एजेंट उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने पाकिस्तान की एक बेहद खतरनाक चाल को उलट कर रख दिया है। शामली से एक व्यक्ति कलीम पकड़ा गया है। कलीम उत्तर प्रदेश का ही रहने वाला है,लेकिन वो पिछले कुछ समय से अपने परिवार के साथ पाकिस्तान की जेल में बंद था। 13 अगस्त को पाकिस्तान ने कलीम और उसके पिता नफीस और मां आमना को जेल से छोड़ दिया। जेल से छूटने के बाद वो कड़ी सुरक्षा के बीच वापस भारत आ गया, लेकिन कलीम और उसके परिवार को जेल में रखना पाकिस्तान के षड्यंत्र का हिस्सा निकला।
पाकिस्तान की जेल में रचा गया था षड्यंत्र
पाकिस्तान की जेल में रची गया था भारत के खिलाफ एक भयावह षड्यंत्र। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने कलीम के साथ एक भयावह सौदा किया । इस सौदे में कलीम को उत्तर प्रदेश लौटने के बाद यहां पर जिहाद फैलाना था। इसे यहां पर एक आतंकी संगठन तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई थी जो राज्य के लड़कों को अपने साथ जोड़कर हिंसा फैलायेगा। इसके अलावा उत्तर प्रदेश पुलिस और देश की आर्मी से जुड़े महत्वपूर्ण प्रपत्र और तस्वीरें भी इसे पाकिस्तान भेजनी थी।
भारत का ही रहने वाला कर रहा था देश से विश्वासघात
कलीम शामली का ही रहने वाला है तो पाकिस्तान को लगा कि इस पर किसी को संदेह भी नहीं होगा। वो खुद को देशभक्त बताता रहेगा और वहीं रहकर देशद्रोह करता रहेगा। चौंकाने वाली बात है कि कलीम ही नहीं बल्कि इसका पूरा परिवार देश में रहकर देश के विरुद्ध षड्यंत्र रच रहा था। दरअसल कलीम, इसका भाई तस्लीम और इनके माता पिता नफीस और आमना कई बार पाकिस्तान आते-जाते रहते थे।
5 दिन पहले ही पाकिस्तान जेल से छूटा
कलीम इस बार जब पाकिस्तान से भारत लौटा तो उसने बताया कि वो अपने माता पिता के साथ पाकिस्तान गया था। उसके अनुसार इसकी बुआ पाकिस्तान में रहती है और उन्हीं से मिलने ये वहां गया था,लेकिन वहां जाकर पाकिस्तानी पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया। जबकि ये कहानी वो थी जो इसे आईएसआई ने बताने को कहा था। इस कहानी के साथ ये उत्तर प्रदेश के शामली अपने घर लौट आया।
ISI एजेंट को भेज रहा था देश की गोपनीय सूचनाएं
इसे भनक नहीं थी कि सुरक्षा एजेंसियां इस पर नजर बनाए थी। 5 दिन तक ये शामली में रह पाकिस्तान की गुप्तचर संस्था ISI के अफसर दिलशाद मिर्जा उर्फ शेख खालिद हाफिज से संपर्क में रहा और यहां से जुड़ी जानकारी पाकिस्तान भिजवाता रहा। कलीम ने नकली पेपर्स के आधार पर एक सिम कार्ड खरीदा। इस नंबर से इसने पाकिस्तान में दिलशाद के मोबाइल में एक व्हाट्सएप अकाउंट एक्टिवेट किया और उस पर लगातार चैट करता रहा। इसी चैट में इसने कई आपत्तिजनक और सेना से जुड़ी कई गुप्त चीजें पाकिस्तान तक भिजवाई।
पाकिस्तान में की व्हाट्सएप चैट से चला पता
पाकिस्तानी एजेंसी का उद्देश्य उत्तर प्रदेश में सेना के ठिकानों की जासूसी,राफेल विमान की जासूसी और जानकारी जुटाना था,लेकिन एसटीएफ को कलीम के इरादों का वक्त रहते पता चल गया। कलीम के पास से दो मोबाइल फोन,राफेल फाइटर जेट का स्केच,आर्मी जवानों की फोटो,उर्दू में लिखे हुए कुछ संदिग्ध मैसेज के साथ पेपर मिले हैं। व्हाट्सएप चैट को लेकर भी मजबूत प्रमाण उत्तर प्रदेश पुलिस के पास हैं। कलीम की चैट से पता चला कि आईएसआई ने इसे उत्तर प्रदेश में हिंसा भड़काने को जरूरी सामान जैसे हथियार, गोला-बारूद और पैसे देने की बात कही है।
पूरा परिवार कर रहा था देश से देशद्रोहिता
चकित करने वाली बात यह कि न सिर्फ कलीम बल्कि इसका पूरा परिवार पाकिस्तान के लिए काम कर रहा था। इसका भाई तस्लीम लंबे समय से पाकिस्तान से हथियार सप्लाई करवा रहा है और उसके खिलाफ न सिर्फ उत्तर प्रदेश बल्कि, पंजाब और राजस्थान में भी मुकदमा हैं। इस बार तस्लीम पाकिस्तान नहीं गया था लेकिन वो भी लगातार इस काम से जुड़ा हुआ था। कलीम को फर्जी सिम भी तस्लीम ने ही दिलवाया था। इसमें सहारनपुर के युसुफ ने उसकी मदद की थी।
उत्तर प्रदेश में आतंकवाद फैलाने का था षड्यंत्र
कलीम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसने देशद्रोह स्वीकार कर लिया है। उसने बताया कि इस बार वो पाकिस्तान गया तो आईएसआई के संपर्क में आया। कलीम के अनुसार उसे पैसों का लालच देकर उत्तर प्रदेश में जिहादी संगठन तैयार करने का काम दिया। वो उत्तर प्रदेश ही नहीं पूरे भारत को इस्लामिक राष्ट्र में बदलना चाहते हैं और इसके लिए मुजाहिदों की जरूरत होगी।मुजाहिदों का काम उत्तर प्रदेश में दंगे करवा हिंसा फैलाना होगा ताकि मुस्लिम एकजुट हो सके।
Man Kaleen Returned From Pakistan With Terror Plans