आजाद के बाद भाजपा का सवाल:राहुल के किन अवांछनीय व्यापारियों से रिश्ते हैं?

Bjp Attacks Rahul Gandhi After Ghulam Nabi Azad Undesirable Businessman Allegations

‘राहुल गांधी के विदेशी कारोबारियों से रिश्ते’ गुलाम नबी आजाद के दावे पर क्यों छिड़ गया घमासान?
कांग्रेस के पूर्व दिग्गज नेता गुलाम नबी आजाद ने राहुल गांधी पर अवांछित कारोबारियों से रिश्ते होने का आरोप लगाया है। अभी तक प्रधानमंत्री मोदी पर गौतम अडानी से रिश्ते की बात करने वाले राहुल को अब भाजपा ने घेर लिया है।

हाइलाइट्स
1-राहुल गांधी को लेकर गुलाम नबी आजाद ने किया है बड़ा खुलासा
2-आजाद का दावा, राहुल का भी कारोबारियों से हैं रिश्ते
3-बीजेपी ने राहुल पर किया हमला, पूछा- किन कारोबारियों से मिलते हैं

नई दिल्ली 10 अप्रैल: गांधी परिवार से सालों पुराना रिश्ता तोड़, कांग्रेस का हाथ छोड़ अलग पार्टी बनाने वाले गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर बड़ा हमला बोला है। हाल के दिनों में वायनाड से कांग्रेस के पूर्व सांसद राहुल ने गौतम अडानी (Gautam Adani) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के बीच रिश्तों के लेकर सवाल उठाए हैं। यही नहीं कुछ दिन पहले किए एक ट्वीट में राहुल ने अडानी की कंपनी में 20 हजार करोड़ बेनामी पैसे किसके हैं पूछा था। इसमें राहुल ने कांग्रेस छोड़ चुके नेताओं का जिक्र किया था। इसमें गुलाम नबी आजाद का भी नाम था। राहुल के इस आरोप के बाद पूर्व कांग्रेसी दिग्गज ने आरोप लगाया कि राहुल के ही अवांछित कारोबारियों से रिश्ते हैं, वो और गांधी परिवार उनसे मिलने विदेश यात्रा तक पर जाते हैं। आजाद के आरोप के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने भी राहुल को घेर लिया है। बीजेपी ने राहुल से उन कारोबारियों के नाम का खुलासा करने को कहा है, जिनसे वो मिलते हैं।

इसी ट्वीट के बाद गुलाम नबी आजाद ने राहुल पर बड़ा हमला बोला। एक निजी टीवी चैनल से आजाद ने कहा कि राहुल के भी अवांछित कारोबारियों (Undesirable Businessman) से रिश्ते हैं। आजाद यही नहीं रुके बल्कि आरोप लगाया कि राहुल समेत पूरी गांधी फैमिली की कारोबारियों से रिश्ते हैं। मैं इसके 10 उदाहरण दे सकता हूं, जहां विदेश तक जाकर वे ऐसे कारोबारियों से मिले हैं।

 

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री आजाद के गांधी परिवार से 5 दशक पुराना रिश्ता रहा है। पिछले साल अगस्त में आजाद ने डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के नाम से अलग पार्टी का गठन कर लिया था।

राहुल का पूरा ट्वीट क्या था?

राहुल ने 8 अप्रैल को एक ट्वीट में कहा था, सच्चाई छुपाते हैं, इसलिए रोज भटकाते हैं! सवाल वही है – अडानी की कंपनियों में ₹20,000 करोड़ बेनामी पैसे किसके हैं? इसके बाद राहुल ने कांग्रेस छोड़ चुके और छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले कई नेताओं को अडानी विवाद में घसीट लिया था।

आजाद बोले-कांग्रेस तो खत्म हो गई

राहुल के आरोपों से बिफरे आजाद ने कहा कि भारत में तो अब कांग्रेस बची ही नहीं है। केवल कुछ लोग बचे हुए हैं। राहुल गांधी समेत मौजूदा कांग्रेस नेतृत्व का अब कोई प्रभाव नहीं रह गया है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि भारत जोड़ो यात्रा के बाद राहुल का प्रभाव बढ़ा है। लेकिन मेरा मानना है कि उनका कोई प्रभाव ही नहीं है। जब वह गुजरात में सूरत कोर्ट गए तो वहां का कोई युवा या किसान उनके साथ नहीं दिखा।

 

कांग्रेस से युवा पीढ़ी बेहद नाराज

आजाद ने कहा कि कांग्रेस की युवा पीढ़ी हमारी तुलना में 10 गुना ज्यादा नाराज है। यही कारण है कि दिग्गज ए के एंटनी के बेटे अनिल एंटनी ने पार्टी छोड़ दी। अनिल का पार्टी छोड़ना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। 50 साल से कम उम्र वाले नेता राहुल के नेतृत्व में कमी के कारण पार्टी छोड़ चुके हैं।

 भारत कौन है अनडिजायरेबल बिजनेसमैन, जिससे विदेश में मिले राहुल गांधी? आजाद के दावे पर भाजपा पूछ रही सवाल

 

गुलाम नबी आजाद ने दावा किया है कि राहुल गांधी विदेश में बिजनेसमैन से मिलते हैं. इसे लेकर लेकर कांग्रेस नेता पर भाजपा हमलावर है.

पूर्व कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद अपनी नई किताब के विमोचन के बाद मीडिया से लगातार बात कर रहे हैं. एक इंटरव्यू में उन्होंने राहुल गांधी को लेकर ऐसा दावा किया है जिसके बाद राजनीति तेज हो गई है. आजाद ने दावा किया कि राहुल गांधी ने विदेश में जाकर एक ‘अवांछित बिजनेसमैन’ (Undesirable Businessmen) से मुलाकात की थी. इसे लेकर भाजपा ने राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए पूछा है कि ये बिजनेसमैन कौन है.

राहुल गांधी पिछले काफी समय से गौतम अडानी को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर हैं. इसी सिलसिले में उन्होंने 8 अप्रैल को अपने एक ट्वीट में कांग्रेस छोड़ने वाले नए पुराने नेताओं का बिजनेसमैन के साथ कनेक्शन जोड़ा था. इसमें गुलाम नबी आजाद को भी निशाना बनाया था. एक मीडिया संस्थान को इंटरव्यू में जब गुलाम नबी आजाद से इन आरोपों पर पूछा गया तो उन्होंने किसी उद्योगपति के साथ संबंध से इनकार किया. इसके साथ ही उन्होंने गांधी परिवार के उद्योगपतियों से संबंधों का जिक्र करते हुए राहुल गांधी के बारे में बड़ा दावा कर दिया.

 

आजाद बोले- शर्म की बात है कि…

गुलाम नबी आजाद ने कहा, शर्म की बात है कि राहुल गांधी ने ऐसा कहा है. मेरा कभी किसी उद्योगपति से संबंध नहीं रहा है. जबकि उनके (राहुल गांधी) समेत पूरे परिवार (गांधी) के उद्योगपतियों से संबंध रहे हैं.

आजाद ने आगे कहा, मेरे अंदर उस परिवार के लिए बहुत सम्मान है, वरना मैं बताता कि वह देश से बाहर कहां-कहां गए थे और उद्योगपतियों से मिले थे. यहां तक कि ऐसे लोगों से भी जो अनडिजायरेबल बिजनेसमैन थे.

 

भाजपा ने राहुल से पूछा

आजाद के दावे पर भाजपा ने सवाल उठाते हुए राहुल गांधी से पूछा कि ये बिजनेसमैन कौन थे. भाजपा के ट्विटर हैंडल से गुलाम नबी आजाद के इंटरव्यू की क्लिप को शेयर किया गया है. इसके साथ ही कैप्शन में गुलाम नबी आजाद को कोट करते हुए लिखा गया है कि राहुल गांदी विदेश जाते हैं और अवांछित बिजनेसमैन से मिलते हैं. इसके बाद भाजपा ने पूछा है कि “राहुल गांधी बताएं कि ये व्यापारी कौन हैं जिनसे उन्होंने मुलाकात की और ये मुलाकात किसलिए की गई.”

देश के सामने आनी चाहिए सच्चाई- प्रसाद

भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि गुलाम नबी आजाद कांग्रेस में 50 साल तक रहे. उन्होंने बहुत ही गंभीर आरोप लगाया है कि राहुल गांधी जब भी विदेश जाते हैं, तो अनडिजायरेबल बिजनेसमैन से मिलते हैं.

रविशंकर प्रसाद ने कहा, इससे बड़ा सवाल उठता है कि राहुल गांधी हर 4-5 महीने के बाद विदेश जाते हैं. राहुल गांधी किससे मिलते हैं? ये अनडिजायरेबल बिजनेसमैन कौन है? ये सच्चाई देश के सामने आनी चाहिए कि राहुल गांधी किन आवंछनीय तत्वों से मिलते हैं और उनका एजेंडा क्या होता है?

 

 

आजाद के आरोप के बाद भाजपा राहुल पर हमलावर हो गई है। भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने राहुल से पूछा कि बीजेपी ये जानना चाहती है कि ये कौन से व्यापारी हैं जिनसे राहुल गांधी मिलते हैं और इनके बीच क्या ‘विलिंग-डीलिंग’ है। प्रसाद ने कहा कि गुलाम नबी आजाद ने एक बहुत ही गंभीर आरोप लगाया है कि राहुल गांधी जी जब भी विदेश दौरे पर जाते हैं तो कई ‘अवांछित व्यापारियों’ से मिलते हैं और उनके कई व्यापारिक घरानों से संबंध हैं। उन्होंने कहा कि अब देश यह जानना चाहता है कि अपने विदेश दौरों पर राहुल गांधी किस से मिलते हैं? कौन हैं ये ‘अवांछित व्यापारी’ और इनके क्या हित जुड़े हैं? क्या राहुल गांधी भारत विरोधी व्यापारियों के इशारे पर भारत को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं और मोदी जी के साथ भारत के उद्योगपतियों के खिलाफ अभियान इन्ही के इशारे पर अभियान चलाते हैं?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *