उत्तराखंड कोरोना 27 जून:नये केसों 82, मौतें दो, ठीक हुए 122,
उत्तराखंड में कोरोना: 24 घंटे में मिले 82 नए संक्रमित, दो की मौत, 122 मरीज हुए ठीक
देहरादून 27 जून।उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में अब तक के सबसे कम केस रविवार को आए। वहीं, प्रदेश में रिकवरी रेट भी 95.47 फीसदी तक पहुंच गया है।
उत्तराखंड में पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 82 नए मामले सामने आए हैं। वहीं दो मरीजों की मौत हुई है। इसके अलावा आज 122 मरीजों को ठीक होने के बाद घर भेजा गया।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार, रविवार को 19293 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं, अल्मोड़ा में एक, बागेश्वर में चार, चमोली में एक, चंपावत में चार, देहरादून में 38, हरिद्वार में छह, नैनीताल में चार, पौड़ी में छह, पिथौरागढ़ में दो, रुद्रप्रयाग में दो, टिहरी में छह, ऊधमसिंह नगर में छह और उत्तरकाशी में दो मामले सामने आए हैं। आपको बता दें कि 23 मार्च के बाद रविवार को प्रदेश में सबसे कम केस मिले हैं। बीते 23 मार्च को प्रदेश में 94 केस आए थे।
प्रदेश में अब तक कोरोना के कुल संक्रमितों की संख्या तीन लाख 39 हजार 619 हो गई है। इनमें से तीन लाख 24 हजार 249 लोग ठीक हो चुके हैं। वहीं, सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 2465 पहुंच गई है। प्रदेश में कोरोना के चलते अब तक कुल 7088 लोगों की जान जा चुकी है।
कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट की रोकथाम के दिशानिर्देश जारी
कोरोना वायरस के नए डेल्टा प्लस वेरिएंट की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों को दिशानिर्देश जारी किए हैं। जिसमें रोगियों की पहचान के लिए निगरानी तंत्र को मजबूत करने के साथ ही कोविड अस्पतालों, कोविड केयर सेंटरों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में पर्याप्त चिकित्सा सुविधाओं का इंतजाम करने के निर्देश दिए गए।
स्वास्थ्य महानिदेशक डॉक्टर तृप्ति बहुगुणा की ओर से जारी दिशानिर्देश में जिलों को डेल्टा प्लस वेरिएंट की रोकथाम के लिए विशेष एहतियात बरतने को कहा गया है। वर्तमान में देश के कई राज्यों में डेल्टा वेरिएंट तेजी से फैल रहा है। कोरोना के इस वेरिएंट तेजी से फैल रहा है। साथ ही फेफड़ों में ज्यादा नुकसान पहुंचाने के साथ शरीर में एंटीबॉडी को कम कर रहा है।
महानिदेशक ने सभी जिलों के मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिए कि कोरोना और इनफ्लूजा के लक्षण वाले मरीजों में डेल्टा वेरिएंट की पहचान के लिए निगरानी बढ़ाई जाए। हालांकि अभी तक प्रदेश में डेल्टा वेरिएंट का कोई मामला सामने नहीं आया है। इस वेरिएंट का पता लगाने के लिए कोविड जांच लैबों से सैंपल जीनोम सीक्वेसिंग के लिए भेजे जा रहे हैं।
देहरादून में डेल्टा वेरिएंट से निपटने को जिला प्रशासन सक्रिय,जिलाधिकारी डाक्टर आशीष श्रीवास्तव ने निर्देश दिए कि आक्सीजन तंत्र को दुरुस्त रखा जाए
विभिन्न राज्यों से कोरोना के अधिक मारक डेल्टा वेरिएंट के मामले सामने आने के बाद जिला प्रशासन भी अलर्ट मोड में आ गया है। जिलाधिकारी डाक्टर आशीष श्रीवास्तव ने शनिवार को अधिकारियों के साथ बैठक कर व्यवस्था की समीक्षा की।
विभिन्न राज्यों से कोरोना के अधिक मारक डेल्टा वेरिएंट के मामले सामने आने के बाद जिला प्रशासन भी अलर्ट मोड में आ गया है। जिलाधिकारी डाक्टर आशीष श्रीवास्तव ने शनिवार को अधिकारियों के साथ बैठक कर व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि आक्सीजन तंत्र को दुरुस्त रखा जाए।
अधिकारियों की ऑनलाइन बैठक लेते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि जहां कोरोना के मामले पाए जा रहे हैं, वहां निगरानी तंत्र को प्रभावी किया जाए। कान्ट्रेक्ट ट्रेसिंग के माध्यम से प्रभावी सैंपलिंग की जाए। कोरोना संक्रमित व्यक्ति की यात्रा का पूरा विवरण तैयार किया जाए। इसके अलावा चिकित्सालय को की जाने वाली आक्सीजन की आपूर्ति, आक्सीजन टैंक, आक्सीजन जनरेशन प्लांट सहित इससे संबंधित उपकरणों की पूरी उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। बाजार में ढील के बीच नियमों के पालन के लिए पुलिस का सहयोग लिया जाए और प्रयास किए जाएं कि लोग घटते मामलों को लेकर बेफिक्र न हो जाएं। जिलाधिकारी ने कहा कि निरंतर सक्रियता के बूते की कोरोना की तीसरी लहर व डेल्टा वेरिएंट के प्रति प्रभावी रोकथाम की जा सकती है।
बजट की मांग औचित्य प्रमाण के साथ प्रस्तुत करे
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि संक्रमण की रोकथाम के कार्यों के लिए यदि बजट की जरूरत है तो औचित्य प्रमाण के साथ तुरंत प्रस्ताव प्रस्तुत करें। जिन प्रस्तावित कार्यों/खरीद में अभी तक स्वीकृति नहीं मिली है, उनकी औपचारिकता अविलंब पूरी की जाए। इसके अलावा टीकाकरण कार्यों के प्रति भी पूरी गंभीरता बरतने के निर्देश जिलाधिकारी ने बैठक में दिए।