गाज़ा अस्पताल पर हमला: क्यों लग रहा है फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद पर आरोप?
हमास नहीं, इस्लामिक जिहाद के ही रॉकेट हमले ने ली गाजा में 500 लोगों की जान? तस्वीरों से हुआ ये खुलासा
गाजा के अल-अहली अस्पताल में मंगलवार रात हुए एक हमले में 500 लोगों की मौत हो गई है. हमास ने इजरायल पर हमला करने का आरोप लगाया है. वहीं, इजरायल का कहना है कि रॉकेट मिसफायर होकर अस्पताल पर गिरा.
गाजा के अस्पताल में हमले में 500 लोग मारे गए हैं.
इजरायल, हमास या फिर इस्लामिक जिहाद… गाजा के अस्पताल पर हवाई हमला किसने किया? सब एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं. जिम्मेदारी कोई नहीं ले रहा है.
देहरादून/तेल अबीब 18 अक्टूबर। हमास का दावा है कि गाजा के अस्पताल पर हमले में 500 लोग मारे गए हैं. हमास ने इजरायली सेना पर हवाई हमले का आरोप लगाया है.दूसरी ओर,इजरायली सेना ने इस हमले में फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद का हाथ होने का दावा किया है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक,जिस अस्पताल पर हमला हुआ,वो गाजा पट्टी के उत्तर में पड़ने वाले उन 20 क्षेत्रों में से एक था,जहां से इजरायल ने लोगों को निकल जाने को कहा था.
बहरहाल, अस्पताल पर ये हमला अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के इजरायल दौरे से एक दिन पहले हुआ.शुरुआती विजुअल एविडेंस इस ओर इशारा करते हैं कि हमले में इजरायल का हाथ नहीं है.
ग्राउंड जीरो
हमले के बाद सोशल मीडिया पर कई सारे वीडियो और फोटो साझा किए जा रहे हैं. OSINT टीम ने इन फोटो और वीडियो का एनालिसिस किया,ताकि कुछ अनुमान लग सके।
ज्यादातर विजुअल से पता चलता है कि ये हमला दुर्घटना है. ये टारगेट करके नहीं हुआ है. विजुअल देखने में समझ आता है कि रॉकेट लॉन्चर फेल होकर अस्पताल पर आ गिरा.
अल-अहली अल-अरबी अस्पताल पर हमले के बाद की तस्वीरों को देखने पर पता चलता है कि पार्किंग लॉट और आसपास के इलाके इसके सबसे पास थे.
सोशल मीडिया पर चल रहे वीडियो में दिख रहा है कि सबसे ज्यादा नुकसान पार्किंग लॉट में खड़ी गाड़ियों को हुआ. अस्पताल की भी कुछ दीवारें ढह गईं. लेकिन इसका असर वैसा नहीं दिखता है, जैसा 7 अक्टूबर के बाद इजरायली हमलों में दिखाई पड़ता है.
गूगल अर्थ इमेजरी के साथ अल-अहली अस्पताल के पार्किंग लॉट की तुलना. (ग्राफिक्स- अंकित कुमार)
अल-जजीरा की लाइव स्ट्रीम की फुटेज और आईडीएफ की ओर से जारी कैमरा फुटेज से घटना की जियोलोकेशन वेरिफाई होती है.
लाइव स्ट्रीम की फुटेज में तीन स्ट्रक्चर दिखाई पड़ रहे हैं. OSINT टीम ने इनकी पहचान वफा मेडिकल रिहेब,अबु खादरा मस्जिद और एक गैर-सरकारी ऑफिस के तौर पर की है.
अल-जजीरा से जारी एक और वीडियो में रॉकेट हमले वाली जगह का एकदम पास का व्यू दिख रहा है। विस्फोट की सटीक जगह की पहचान करने को हमने अस्पताल की पड़ोसी इमारत और पास के ही एक प्रमुख पेड़ की भी पहचान की है.
दो फोटो के आधार पर विस्फोट वाली जगह का पता लगाना. (ग्राफिक्सः बिदिशा साहा)
सर्विलांस कैमरा की फुटेज के मुताबिक, कई सारे रॉकेट POV की उल्टी दिशा से लॉन्च हो रहे हैं, जो संभवतः उत्तरी गाजा से निकल रहा है.माना जा सकता है कि ये विस्फोट मिसफायर से हुआ.
अपने नतीजों की पुष्टि करने को हमने गाजा की उन साइटों को भी देखा,जहां इजरायल ने रॉकेट हमले किए थे.एक हफ्ते पहले मैक्सर टेक्नोलॉजी से ली गईं हाई-रेजोल्यूशन वाली सैटेलाइट तस्वीरों में दिख रहा था कि कैसे इजरायल के जवाबी हमले के बाद गाजा में वांटन टॉवर खंडहर में बदल गया था.
जबकि, अस्पताल पर हमले के बाद जो तस्वीरें ऑनलाइन शेयर की जा रहीं हैं,उनमें पार्किंग लॉट के पास बड़ा गड्ढा या आसपास की इमारतों को कोई खासा नुकसान नहीं दिख रहा है. इससे हवाई बमबारी का दावा कमजोर साबित होता है।
गाजा के वांटन टॉवर की सैटेलाइट तस्वीर. इस पर 10 अक्टूबर को इजरायली हमला हुआ था. (ग्राफिक्सः बिदिशा साहा)
इजरायली सेना के प्रवक्ता डेनियल हगारी ने दावा किया जिस वक्त अस्पताल पर हमला हुआ,तब उस इलाके में इजरायल ने जमीन, आसमान या समंदर से कोई अटैक नहीं किया था.
वहीं,हमास ने इजरायल पर आरोप लगाया है.हमास का कहना है कि इजरायल ने पहले अल-अहली अस्पताल खाली करने को कहा था,जो बताता है कि उसने जानबूझकर हमला किया.हमास ने ये भी कहा कि जिस तरह का विस्फोट हुआ है,वो इजरायली सरकार की ओर इशारा करता है.
इजरायली हमलों से बचने को सैकड़ों फिलिस्तीन अल-अहली समेत गाजा सिटी के कई अस्पतालों में शरण लिए हुए हैं.
हमले के बाद अस्पताल की क्षतिग्रस्त दीवार. (ग्राफिक्स)
इजरायल दौरे पर पहुंचे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से कहा, ‘जो मैंने देखा, उससे लगता है कि ये किसी और का काम है, न कि आपका.’
हालांकि, 7 अक्टूबर के बाद से गाजा के कम से कम 10 अस्पतालों पर हमले हो चुके हैं. संयुक्त राष्ट्र ने इसे ‘नरसंहार’ बताया है.
डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स ने एक बयान में कहा, ‘ये पूरी तरह से अस्वीकार्य है. अस्पतालों को टारगेट नहीं किया जाना चाहिए. ये खूनखराबा रुकना चाहिए. बस बहुत हो गया.’
हालांकि, हमास या फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद का रिहायशी इलाकों को निशाना बनाना नई बात नहीं है. इससे पहले हमास की ओर से जारी प्रोपेगेंडा फुटेज का एनालिसिस करने पर खुलासा हुआ था कि गाजा में हमास की आर्म्ड ट्रेनिंग साइट संयुक्त राष्ट्र की फैसेलिटी से बस कुछ किलोमीटर ही दूर थी.
हमास ट्रेनिंग साइट
इससे पहले इजरायली डिफेंस फोर्स के प्रवक्ता ने ये भी दावा किया कि गाजा की तरफ से कई सारे मिसफायर रॉकेट दागे गए हैं. प्रवक्ता ने दावा किया कि करीब 450 रॉकेट मिसफायर होकर गाजा में ही गिर गए. इसकी कीमत फिलिस्तीनियों को चुकानी पड़ी है.
इजरायल ने दावा किया कि युद्ध शुरू होने के बाद छह दिनों में उसकी तरफ से चार हजार टन के करीब 6 हजार बम गाजा पर गिराए गए थे. दूसरी तरफ से भी इतनी ही बमबारी इजरायल पर हुई थी.
युद्ध के समय रॉकेट का मिसफायर होना और बम का अपने टारगेट से चूकना आम बात है. बहरहाल, गाजा के अस्पताल पर हमला किसने किया, ये जांच से ही सामने आ सकता है.