जल, जंगल, जमीन की लड़ाई ही बडोनी को श्रद्धांजलि : उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच
देहरादून 18 अगस्त। 18-अगस्त । उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच द्वारा राज्य आंदोलन क़े प्रणेता रहें स्वर्गीय
इन्द्रमणि बड़ोंनी की पुण्यतिथि पर प्रातः 11-30 बजे उनकी प्रतिमा पर माला पहनाकर श्रद्धा सुमन अर्पित किये।
राज्य आंदोलनकारियों ने आज उनकी पुण्यतिथि पर उन्हें जगह जगह श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच क़े सलाहकार ओमी उनियाल व प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी ने कहा कि पर्वतीय गांधी स्वर्गीय इन्द्रमणि बडोनी ने एक बेहतरीन राज्य की परिकल्पना हेतु पृथक उत्तराखण्ड क़े लियॆ आंदोलन किया था परन्तु आज हम अपनी जल, जंगल और जमीन की लड़ाई हेतु पुनः आंदोलनरत होना पड़ रहा हैं। हमारें नौजवान रोजगार क़े लियॆ बाहरी एजेंसियों पर निर्भर हो गये हैं । नीतियां ही प्रदेश हित में नहीं दिखती।
प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप कुकरेती व पिछड़े आयोग क़े पूर्व अध्यक्ष अशोक वर्मा ने पुष्प चढ़ाए और कहा कि ब्रिटिश हुकूमत तक जिसको गांधी का दर्जा दें चुकी थी परन्तु हमारी सरकारें आखिर क्यों अनदेखी करती होंगी। उनके प्रतिमा स्थल की जो हालत हैं, टूटे फूटे ग्रिल टूटे हुये फ्रेम और आनन फानन में घास सफाई करना । य़े सब हमारें महापुरुषों क़े प्रति अनदेखी शासन प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल अवश्य खड़ा करता हैं। द्वारिका बिष्ट व केशव उनियाल ने कहा कि सरकार उनके इतिहास को पाठ्यक्रम में जोड़े और नई पीढ़ी को ऐसे सभी महापुरुषों की जानकारी से अवगत कराएं।
आज श्रद्धा सुमन अर्पित करने वालों में मुख्यतः जगमोहन सिंह नेगी , केशव उनियाल , ओमी उनियाल , अशोक वर्मा , प्रदीप कुकरेती , हरी सिंह , द्वारिका बिष्ट , प्रभात डण्डरियाल , सचिवालय संघ क़े उपाध्यक्ष जीतमणी पैन्युली , सचिवालय एथेलीट संघ क़े अध्यक्ष ललित चन्द्र जोशी , सुरेश कुमार , धर्मानन्द भट्ट , रामलाल खंडूड़ी , सुनील नौगांई , पुष्पलता सिलमाणा , जबर सिंह पावेल , सुलोचना भट्ट , राधा तिवारी , रवीन्द्र जुगराण , उत्तरा पंत और पूरण सिंह लिंगवाल आदि रहे।