‘हर घर तिरंगा’ पै एतराज सिर्फ दो को- शफीकुर्रहमान और कांग्रेस को

ये मुल्क का झंडा, हर घर पर क्यों फहराएँ: ‘हर घर तिरंगा’ अभियान पर भड़के सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क, कहा- संविधान में कंपल्सरी नही

शफीकुर्रहमान बर्क (तस्वीर-इंडिया टीवी)

समाजवादी पार्टी सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने ‘हर घर तिरंगा’ अभियान पर एक बार फिर ऐसा बयान दिया है, जिस पर विवाद हो शुरू हो गया है। सपा नेता ने कहा है कि ये मुल्क का झंडा है। मुल्क वाले इसे लगाते हैं। सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि वे तो हमें मुल्क का नहीं मानते। उन्होंने कहा कि तिरंगा मुल्क का झंडा है, मुल्क के कार्यालयों पर फहराया जाए। इस अभियान पर विवादित बयान देते हुए सपा सांसद ने कहा है कि जिसकी मर्जी हो वह झंडा लगाए। क्या झंडा लगाने से ही देशभक्ति साबित होगी।

दरअसल, संसद के मॉनसून में भाग ले रहे शफीकुर्रहमान बर्क ने राष्ट्रध्वज फहराने के अभियान को ही सवालों के घेरे में ला दिया है। पीएम मोदी के हर घर पर तिरंगा लहराए जाने की अपील पर संविधान का जिक्र करते हुए सांसद ने कहा कि संविधान में ऐसा कंपल्सरी तो नहीं है। उन्होंने कहा, “संविधान में कहीं भी तिरंगा घरों पर फहराए जाने को अनिवार्य नहीं किया गया है। फिर इस प्रकार के अभियान की क्या जरूरत?”

शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा कि संविधान में ऐसा जरूरी नहीं किया गया है कि हर घर पर तिरंगा लहराया जाए। सपा सांसद ने इस अभियान को भी लोकसभा चुनाव 2024 से जोड़ा। उन्होंने कहा कि इनकी हर योजना और पॉलिसी में प्रचार होता है। 2024 इन्हें दिखाई दे रहा है।

बता दें कि  प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों से अपील की थी कि वो 2 से 15 अगस्त के बीच सोशल मीडिया पर तिरंगे को अपनी प्रोफाइल पिक्चर के रूप में इस्तेमाल करें। उसके बाद प्रधानमंत्री मोदी के साथ-साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित कई  नेताओं ने भी अपनी डीपी बदलते हुए तिरंगा लगाया था। इसके जरिए लोगों को अपने देश के राष्ट्रीय ध्वज के प्रति सम्मान का भाव का विकसित करने की कोशिश की जा रही है। साथ ही, 75 साल पुरानी आजादी के मायनों को तिरंगे के माध्यम से समझाने का प्रयास किया जा रहा है।

गौरतलब है कि देशभर में इन दिनों आजादी का अमृत महोत्सव चल रहा है। 11 अगस्त से हर घर तिरंगा अभियान शुरू हो रहा है। लोगों से अपने घरों में तिरंगा लगाने की अपीलें की जा रही हैं। वहीं सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क का बयान पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव की हर घर पर तिरंगा फहराए जाने की अपील के एक दिन बाद आया है।

कांग्रेस अपने नेताओं को सोशल मीडिया प्रोफाइल में अपनी तस्वीर के साथ ‘तिरंगा’ लगाने दे: भाजपा

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को सोशल मीडिया प्रोफाइल पर देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की हाथ में तिरंगा लिए तस्वीर डीपी (डिस्प्ले पिक्चर) के तौर पर लगाए जाने के लिए कांग्रेस को आड़े हाथों लिया।पार्टी ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को परिवार से बाहर सोचना चाहिए और अपने नेताओं को तिरंगे के साथ अपनी तस्वीर लगाने की अनुमति देनी चाहिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हाल में लोगों से अपने सोशल मीडिया अकाउंट की प्रोफाइल तस्वीर के रूप में ‘तिरंगा’ लगाने का आह्वान किया था।इसके बाद भाजपा के कई नेताओं ने अपने-अपने सोशल मीडिया अकाउंट की प्रोफाइल तस्वीर में तिरंगा लगाया था लेकिन राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा समेत पार्टी के कई नेताओं ने बुधवार को अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल पर जवाहरलाल नेहरू की हाथ में तिरंगा लिए तस्वीर डीपी के तौर पर लगाई।

इस बारे में पूछे जाने पर भजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, ‘‘कोई बात नहीं है। कम से कम तिरंगा तो है।’’

इसके बाद उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘हर मुद्दे पर वंशवाद की राजनीति नहीं होनी चाहिए…उन्होंने तिरंगे के साथ अपने नेता की तस्वीर लगाई है जो देश के पहले प्रधानमंत्री थे। तिरंगा गरीब का भी है और 135 करोड़ भारतीयों का भी है।’’

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि कोई भी अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल में तिरंगा लगा सकता है। उन्होंने कहा कि ‘‘गांधी परिवार’’ तो शुरु से ही राजनीति में है।

उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि राहुल गांधी को अब दूसरों को मौका देना चाहिए। बहुत अच्छा होगा कि उनकी पार्टी के नेता तिरंगे के साथ अपनी तस्वीर भी लगाएं।’’

पात्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने बार-बार कहा है कि राजनीति से ऊपर राष्ट्रनीति है और तिरंगा किसी पार्टी का नहीं बल्कि राष्ट्र का है। उन्होंने कहा, ‘‘हर घर में तिरंगा फहराना है, ये किसी पार्टी की लाइन नहीं हो सकती, ये राष्ट्र की लाइन है।’’

भाजपा प्रवक्ता ने अन्य राजनीतिक दलों से भी इस अभियान में शामिल होने की अपील की।

केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय की ओर से लालकिले से संसद भवन परिसर तक आयोजित की गई ‘‘तिरंगा बाइक रैली’’ का उल्लेख करते हुए पात्रा ने कहा कि इसके लिए सभी सांसदों को आमंत्रित किया गया था लेकिन इसमें शामिल होने वाले ज्यादातर सांसद भाजपा के थे।

पात्रा ने कहा, ‘‘लेकिन इस पर भी राजनीति हो रही है।’’

 

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