तो शिवराज नहीं जाना चाहते दिल्ली? बयान दिया ‘मैं सीएम दौड़ में नहीं’
Why Does Shivraj Singh Chouhan Want To Stay Away From Delhi Increased Pressure On Bjp Out Of Cm Race
दिल्ली से दूर क्यों रहना चाहते हैं शिवराज सिंह चौहान? खुद को रेस से ‘OUT’ कर बढ़ा दिया प्रेशर
MP Assembly Election 2023: एमपी में सीएम को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है। वहीं, सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मैं इस रेस में नहीं हूं। सियासी जानकारों का कहना है कि शिवराज सिंह चौहान ने खुद को रेस से बाहर कर पार्टी नेतृत्व पर प्रेशर बढ़ा दिया है।
मुख्य बिंदु
मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान ने खुद को मुख्यमंत्री की रेस से किया बाहर?
क्या शिवराज सिंह चौहान ने रेस से बाहर होकर बढ़ा दिया प्रेशर
18 सालों से लगातार शिवराज सिंह चौहान हैं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री
भाजपा नेतृत्व को मुख्यमंत्री को लेकर करना है फैसला
Shivraj Singh Chouhan
शिवराज सिंह चौहान
भोपाल: ‘मैं दिल्ली नहीं जाऊंगा।’, ‘मैं मुख्यमंत्री पद की रेस में शामिल नहीं हूं।’ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के यह दो बयान इन दोनों बहुत चर्चा में है क्योंकि 3 दिसंबर को ही विधानसभा चुनाव के परिणाम आए हैं। मध्य प्रदेश में भाजपा ने प्रचंड बहुमत से सरकार बनाई है और अब नए मुख्यमंत्री की तलाश जारी है। ऐसे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बयान के अलग-अलग अर्थ निकाले जा रहे हैं। मध्य प्रदेश की राजनीति में बड़ा दखल रखने वाले विश्लेषकों से हमने सीएम शिवराज सिंह चौहान के इन सवालों के जवाब जानने चाहे तो उनके अलग-अलग जवाब हमें मिले?
वरिष्ठ पत्रकार राघवेंद्र सिंह ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान चार बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं। इस बार विधानसभा चुनाव में हुई जीत के पीछे लाडली बहना योजना के व्यापक प्रभाव को नकारा नहीं जा सकता। राघवेंद्र सिंह आगे कहते हैं कि भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेताओं को देखें तो शिवराज सिंह चौहान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के बराबर कद में आकर खड़े हो गए हैं। अब मुख्यमंत्री किसी भी भाजपा नेता से कमतर नहीं है। ऐसे में केंद्रीय नेतृत्व कोई भी फैसला शिवराज से पूछे बगैर लेगा? ऐसा व्यवहारिक नहीं है।
उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह चौहान खुद मुख्यमंत्री पद पर हैं। वे अपने आप को CM की रेस में क्यों शामिल करेंगे? उनका यह बयान देना इस बात की पुष्टि है कि वे मुख्यमंत्री की रेस में हैं। अब शिवराज सिंह चौहान को कमतर आंकना संभव नहीं है।
अब मुख्यमंत्री किसी भी भाजपा नेता से कमतर नहीं है। ऐसे में केंद्रीय नेतृत्व कोई भी फैसला शिवराज से पूछे बगैर लेगा?
राघवेंद्र सिंह, वरिष्ठ पत्रकार
वहीं, वरिष्ठ पत्रकार धनंजय प्रताप सिंह ने बताया कि शिवराज सिंह चौहान के मुख्यमंत्री रहते ही मध्य प्रदेश में भाजपा की इतनी बड़ी वापसी हुई है। क्योंकि वे खुद वर्तमान में मुख्यमंत्री हैं, ऐसे में भी क्यों कहेंगे कि वे मुख्यमंत्री की रेस में शामिल हैं। जो नेता मुख्यमंत्री नहीं है, वह इस रेस में शामिल होने का बयान जरूर दे सकते हैं। दिल्ली न जाकर भोपाल से ही बयान जारी कर उन्होंने इशारों-इशारों में ही हाई कमान को अपनी बात कह दी है।
मध्य प्रदेश में इतने दिनों तक मुख्यमंत्री रहने वाले शिवराज सिंह चौहान की लोकप्रियता प्रदेश में अभी भी दिख रही है। हो सकता है कि इसलिए उन्होंने दिल्ली ना जाने की बात कही हो।
धनंजय प्रताप सिंह, वरिष्ठ पत्रकार
क्या बोले थे CM शिवराज
दरअसल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश में चुनाव जीतने के दो दिन बाद 5 दिसंबर को सोशल मीडिया में अपना एक बयान जारी किया था। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा था कि मैं सीएम पद का दावेदार न तो पहले कभी रहा हूं और ना आज ही हूं। उसके बाद मीडिया से चर्चा करते हुए कहा था कि मैं दिल्ली नहीं जाऊंगा, मैं छिंदवाड़ा जाकर 29 कमल के फूलों की माला पीएम मोदी के गले में पहनाऊंगा। इसका तात्पर्य आगामी लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश की सभी लोकसभा की 29 सीटों को जिताना था। आपको बता दें वर्तमान में छिंदवाड़ा छोड़कर सभी 28 लोकसभा सीटें भाजपा के कब्जे में हैं।
छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा
छिंदवाड़ा से कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ कांग्रेस सांसद हैं। इस बार हुए विधानसभा चुनाव में भी भले ही भाजपा 163 सीटों के साथ प्रचंड जीत हासिल कर चुकी हो लेकिन, कांग्रेस नेता कमलनाथ का गढ़ कहीं जाने वाले छिंदवाड़ा और पांढुर्णा जिले की सभी सात विधानसभा सीट हार गई है। आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज छिंदवाड़ा रवाना हो रहे हैं। वहां वे करीब 2 घंटे रुककर कार्यकर्ताओं से हार का फीडबैक लेंगे।
गौरतलब है कि 4 दिसंबर को जनता को वीडियो संदेश देकर धन्यवाद दे चुके मुख्यमंत्री ने बुधवार को एक बार फिर वीडियो संदेश जारी किया है, उसे ट्वीट भी किया है। इस वीडियो में उनके कही गई बातों के एक के बाद एक तो तय हो चुकी है कि मध्य प्रदेश के अगले सीएम शिवराज नहीं होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में संपन्न, समृद्धशाली, गौरवशाली और शक्तिशाली भारत का निर्माण हो रहा है।
पीएम के साथ काम करना सौभाग्य की बात
सीएम शिवराज ने वीडियो जारी करके कहा कि मैं अत्यंत सौभाग्यशाली हूं कि भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता हूं। भाजपा राष्ट्रीय पुनर्निमाण का मिशन है। और एक कार्यकर्ता के नाते उस मिशन को पूरा करने में लगे हैं। सीएम ने कहा कि मैं भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता हूं और भारतीय जनता पार्टी राष्ट्र निर्माण का मिशन लेकर आगे बढ़ रही है। एक कार्यकर्ता के नाते उसे मिशन को पूरा करने में हम दिन और रात लगे है। सीएम ने कहा कि मैं अपने आप को सौभाग्यशाली मानता हूं कि नरेंद्र मोदी जी हमारे नेता हैं, उनके साथ काम करने का अवसर मिला है।
उन्होंने कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में गौरवशाली संपन्न, समृद्ध और शक्तिशाली भारत का निर्माण हो रहा है और ऐसे भारत के निर्माण के हम उपकरण हैं। सीएम ने कहा कि मेरा पूरा विश्वास है कि मोदी जी के नेतृत्व में हमारी आंखों के सामने भारत दुनिया का नेतृत्व करेगा और शाश्वत शांति के पथ का दिग्दर्शन पूरी दुनिया को कराएगा। मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने इस मिशन को पूरा करने में विधानसभा के चुनाव इस मिशन को पूरा करने में सदैव अपने आप को समर्पित किया है।
वहीं, शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश की जनता का हृदय से आभारी हूं कि विधानसभा के चुनाव में उनका भरपूर प्यार और आशीर्वाद हमें मिला है। सीएम ने आगे कहा कि मैं कार्यकर्ता हूं, पार्टी ने जब जो काम दिया उसे काम को पूरी प्रमाणिकता ईमानदारी और सामर्थ्य साथ पूरा किया। मैं मुख्यमंत्री का दावेदार न तो पहले कभी रहा और न आज हूं। मैं एक कार्यकर्ता सदैव भारतीय जनता पार्टी मुझे जो भी काम देगी, उसे काम को समर्पित भाव से अपनी संपूर्ण शक्ति क्षमता और प्रमाणिकता ईमानदारी से सदैव करता रहूंगा। मोदी जी हमारे नेता हैं और उनके साथ काम करने में हमने सदैव गर्व का और आनंद का अनुभव किया है।
मैं दिल्ली नहीं जाऊंगा
शिवराज ने मीडिया से चर्चा में कहा कि मैं दिल्ली नहीं जाऊंगा। मैं छिंदवाड़ा जाऊंगा, कल वहां जाकर मैं पता लगाउंगा कि आखिर छिंदवाड़ा जिले की सभी 7 सीटें कांग्रेस से जीत गई। मैं कार्यकर्ताओं से बात करूंगा।