देशभर में लगाए जा रहे इलेक्ट्रिसिटी स्मार्ट मीटर,फीडबैक क्या है?

स्मार्ट मीटर बिजली बिल बढ़ाएगा या कम करेगा:क्या इससे छेड़छाड़ की जा सकती है; जानिए, ऐसे ही 10 सवालों के जवाब
गौरव शर्मा। भोपाल4 महीने पहले

स्मार्ट मीटर में डेटा कम्युनिकेशन होगा। ये मीटर हर 15 मिनट में बिजली कंजप्शन का अपडेट सीधे उपभोक्ता के फोन पर देगा।
स्मार्ट मीटर में डेटा कम्युनिकेशन होगा। ये मीटर हर 15 मिनट में बिजली कंजप्शन का अपडेट सीधे उपभोक्ता के फोन पर देगा।
मध्यप्रदेश में इन दिनों बिजली कंपनियां घर-घर स्मार्ट मीटर लगाने का काम कर रही हैं। अब तक पूरे प्रदेश में 10 लाख मीटर लगाए जा चुके हैं। इसी बीच 8 अक्टूबर को जबलपुर में बिजली कंपनी का रिटायर्ड कर्मचारी कैलाश कोरी स्मार्ट मीटर टेम्परिंग गिरोह चलाते हुए पकड़ा गया। उसने मीटर में रीडिंग कम करने के लिए सर्विस लाइन से तार जोड़ दिया था।

इससे पहले 22 सितंबर को रतलाम के जावरा में स्थानीय लोगों ने स्मार्ट मीटर लगाने का विरोध किया था। उनका कहना था कि स्मार्ट मीटर लगाने के बाद उनका बिजली बिल हजार रुपए से बढ़कर 10 हजार रुपए आने लगा है।

इन दो मामलों से स्मार्ट मीटर से छेड़छाड़ की आशंका गहरा गई है। बिजली का बिल भी ज्यादा आ रहा है। क्या वाकई ऐसा हो सकता है, इन सवालों का जवाब जानने को हमने विद्युत वितरण कंपनी के इंजीनियरों से बात की। पढ़िए रिपोर्ट…

अब 10 सवालों में जानिए, स्मार्ट मीटर कैसे काम करेगा…किसे-क्या फायदा होगा

सवाल-1. स्मार्ट मीटर कैसे काम करेगा? जवाब- स्मार्ट मीटर में डेटा कम्युनिकेशन होगा। ये मीटर हर 15 मिनट में बिजली कंजप्शन का अपडेट सीधे उपभोक्ता के फोन पर देगा। इसके लिए इसे इंटरनेट से जोड़ा जाएगा। ये प्रीपेड मोड पर काम करेगा यानी पहले रिचार्ज कराओ और फिर बिजली का इस्तेमाल करो। वर्तमान में लगे मीटर पोस्टपेड मोड पर काम करते हैं यानी महीने के आखिर में बिजली बिल आता है।

सवाल-2. इंटरनेट सप्लाई कैसे होगी? जवाब- दो तरीकों पर काम हो रहा है। पहला- रेडियो फ्रीक्वेंसी, जिसकी एक फिक्स रेंज होगी। ये वॉकी-टॉकी की तरह काम करेगा। इसमें एक सिम कार्ड के जरिए 250 मीटर कनेक्ट किए जा सकेंगे। दूसरा- जीपीआरएस सिस्टम। ये वैसा ही है, जैसे मोबाइल फोन में काम करता है। इसके लिए हर मीटर में सिम कार्ड लगाया जाएगा।

सवाल-3. रिचार्ज कैसे होगा? जवाब- वैसे ही होगा, जैसे मोबाइल की प्रीपेड सिम रिचार्ज होती है। इसके लिए जल्द ही एक ऐप लॉन्च होने वाला है। इसी के जरिए उपभोक्ता मीटर रिचार्ज कर सकेंगे। कोई मंथली प्लान नहीं होगा। एक न्यूनतम रिचार्ज अमाउंट तय होगा। उससे ज्यादा का रिचार्ज करना पड़ेगा।

सवाल-4. रिचार्ज खत्म होने पर क्या कनेक्शन कट जाएगा? जवाब- कंज्यूमर को रिचार्ज खत्म होने के बाद तीन दिन की मोहलत मिलेगी। इस दौरान वह रिचार्ज कर सकता है। हैप्पी ऑवर्स जैसे रविवार, त्योहार, सरकारी छुट्टी के दिन कनेक्शन नहीं काटा जाएगा।

सवाल-5. गांवों में इंटरनेट कनेक्शन नहीं है, वहां मीटर कैसे लगेंगे? जवाब- स्मार्ट मीटर लगाने का फैसला केंद्र सरकार का है। आने वाले दिनों में गांव में भी ये लगाए जाएंगे। परिस्थितियों के अनुसार फैसला लिया जाएगा। शहरों के पुराने मीटरों को भी गांवों में लगाया जा सकता है।

सवाल-6. क्या स्मार्ट मीटर से छेड़छाड़ संभव है? जवाब- केंद्र की तरफ से जारी गाइडलाइन के मुताबिक, यह किसी भी साइबर अटैक से प्रोटेक्टेड है। इसे हैक नहीं किया जा सकता।

सवाल-7. जबलपुर में कैसे छेड़छाड़ हो गई? जवाब- यहां मीटर हैक नहीं हुआ बल्कि इसे खोलकर सर्किट से छेड़छाड़ की गई थी। मीटर की सील खोलना गैरकानूनी है। रेगुलर मीटर में टेम्परिंग को पकड़ना आसान नहीं था। इसमें तत्काल पता चलेगा।

सवाल-8. मॉनिटरिंग कैसे होगी? जवाब- इसके लिए डेटा सेंटर डेवलप हो रहा है। यहां मॉनिटरिंग सिस्टम लगेंगे। जहां मीटर से कलेक्ट डेटा का AI एनालिसिस करेगा। इसमें गड़बड़ी तत्काल पकड़ी जाएगी। सेंटर में एनर्जी ऑडिट भी होगा।

सवाल-9. कंज्यूमर को क्या फायदा होगा? जवाब- पहला-मीटर रीडिंग की शिकायत कम होगी। इसमें रीडिंग लेने से लेकर बिल जनरेट का काम ऑटोमैटिक होगा। दूसरा, बिजली की कितनी खपत करना है, ये कंज्यूमर के हाथ में होगा। तीसरा- पहले जब कंज्यूमर बिजली सप्लाई बाधित होने की शिकायत करता था, तभी कंपनी को पता चलता था। इस सिस्टम में पहले ही पता चल जाएगा।

सवाल-10. बिजली के बढ़े बिल की शिकायत क्यों आ रही है? जवाब- तीन कंपनियों में रोजाना 1 हजार मीटर की टेस्टिंग हो रही है। इसी के बाद मीटर लगाए जा रहे हैं। जहां शिकायतें मिली हैं, वहां जांच की जा रही है.

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