धर्मसंकट:तीन में से कौन सी मूर्ति प्रतिष्ठापित होगी श्रीराम जन्मभूमि मंदिर गर्भगृह में?
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा: गर्भगृह में रामलला की कौनसी मूर्ति लगेगी? ट्रस्ट के सदस्यों ने सौंपा मत
गोविंद गिरी महाराज ने बताया कि तीन मूर्तियों में से किस प्रतिमा का चयन किया जाए, इस मुद्दे को लेकर बैठक की गई. हमने तीनों मूर्तियों को देखा और अपना मत अलग-अलग कागज पर सौंप दिया है
खास बातें
अयोध्या के राम मंदिर में रामलला प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां जोरों पर
मूर्ति चयन को लेकर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक हुई
3 कलाकारों ने 7 महीने की मेहनत के बाद तीन मूर्तियां तैयार की हैं
नई दिल्ली : अयोध्या (Ayodhya) के राम मंदिर (Ram Mandir) में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां जोरों पर है. 16 जनवरी से प्राण प्रतिष्ठा से जुड़े कार्यक्रम शुरू हो जाएंगे. गर्भ गृह में कौनसी मूर्ति लगाई जाएगी, यह तय करने के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की आज बैठक हुई. बैठक के बाद ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद गिरी महाराज ने एनडीटीवी से बातचीत करते हुए बताया कि आज सभी सदस्यों ने मूर्तियां देखकर अपना मत सौंप दिया है. ट्रस्ट के अध्यक्ष और महामंत्री सभी सदस्यों की राय के आधार पर अगले तीन दिनों में मूर्ति का चयन कर लेंगे. उन्होंने कहा कि तीन कलाकारों ने सात महीने में मूर्तियां तैयार की हैं. सभी कलाकारों को मूर्तियों को लेकर निर्देश दे दिए गए थे. उसी के आधार पर मूर्तियां तैयार कराई गई है. राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 22 जनवरी को होना तय है.
गोविंद गिरी महाराज ने बताया कि तीन मूर्तियों में से किस प्रतिमा का चयन किया जाए, इस मुद्दे को लेकर बैठक की गई. उन्होंने कहा कि पहले से ही मूर्तियों के निर्माण को लेकर नीति निर्धारित की गई थी. उन्होंने कहा कि हमने तीनों मूर्तियों को देखा और अपना मत अलग-अलग कागज पर सौंप दिया है. इन सारे मतों को देखने के बाद अध्यक्ष और महासचिव निर्णय करेंगे. उन्होंने कहा कि निर्णय तीन दिन में हो जाना चाहिए.
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साथ ही उन्होंने कहा कि तीनों कारीगरों ने अपने प्राण उड़ेलकर परिश्रम किया है. अयोध्या की भूमि में उन्होंने भगवान श्रीराम को रात-दिन याद करके परिश्रम किया है. उन्होंने कहा कि मेरा कारीगरों का ही अभिवादन करने का मन होता है. उन्होंने पूरे मन से इस काम को किया है.
3 कलाकारों ने बनाई हैं 3 मूर्तियां
यह तीनों मूर्तियां कर्नाटक और राजस्थान के मूर्तिकारों द्वारा बनाई गई हैं, जिनमें कर्नाटक के गणेश भट्ट और अरुण योगीराज के साथ जयपुर के कलाकार सत्यनारायण पांडे भी शामिल हैं.
मूर्तियों को लेकर ये दिए गए थे निर्देश
उन्होंने बताया कि मूर्तिकारों को मूर्ति बनाने को लेकर पहले ही निर्देश दे दिए गए थे. तीनों मूर्तियां समान हैं और खड़ी मुद्रा में हैं. उन्होंने बताया कि मूर्तियों की लंबाई 51 इंच है और दोनों हाथ आजानुबाहु हैं. साथ ही मूर्ति के बालस्वरूप होने को लेकर निर्देश दिए गए थे और तीनों ही मूर्तियां इसी प्रकार की हैं.
PM मोदी का अयोध्या दौरा कल
उधर, राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल अयोध्या का दौरा करेंगे. इस दौरान पीएम मोदी 16 हजार करोड़ से ज्यादा की कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे. पीएम मोदी सबसे पहले अयोध्या एयरपोर्ट और फिर अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन का उद्घाटन करेंगे. साथ ही पीएम मोदी अमृत भारत ट्रेन और छह नई वंदे भारत ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाएंगे. अमृत भारत और वंदे भारत ट्रेनें अयोध्या स्टेशन पर पहुंच चुकी हैं.
बाहर मंदिर जैसा स्वरूप, अंदर आधुनिक सुविधाएं
अयोध्या रेलवे स्टेशन की इमारत तीन मंजिला बनाई गई है और इस स्टेशन की क्षमता प्रति दिन करीब एक लाख लोगों की है. रेलवे स्टेशन बाहर से मंदिर जैसा नजर आएगा तो अंदर से आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा.