नेजा मेला रोक:चप्पे-चप्पे पर पुलिस,ड्रोन से निगरानी
संभल में गाजी मियां के नेजा मेले पर विवाद बढ़ा:झंडे वाला गड्ढा बंद कराया, चप्पे-चप्पे पर फोर्स, ड्रोन से निगरानी; ASP बोले- गलत परंपरा थी
पहली तस्वीर गाजी मियां की मजार की,
दूसरी जहां झंडा लगाया जाता है, उसके गड्ढे की और
तीसरी तस्वीर मौके पर तैनात RRF फोर्स की है।
संभल 18 मार्च 2025 । संभल में महमूद गजनवी के भांजे अब्दुल सालार गाजी (गाजी मियां) की याद में लगने वाले नेजा मेले पर विवाद बढ़ता जा रहा है। पुलिस ने मेले की शुरुआत से पहले जहां झंडा (ढाल) लगाया जाता था, उस गड्ढे को सीमेंट से बंद करवा दिया।
जहां मेला लगता है, वहां भारी संख्या में फोर्स तैनात है। ड्रोन से निगरानी की जा रही है। अपर पुलिसअधीक्षक(उत्तरी) श्रीश्चंद्र और क्षेत्राधिकारी अनुज चौधरी ने PAC-RRF के जवानों के साथ फ्लैग मार्च भी किया।
ASP ने कहा- यह एक गलत परंपरा थी। गलत परंपराओं को जारी रखना ठीक नहीं है। अब्दुल सालार मसूद गाजी, महमूद गजनवी का सगा भांजा था और लूटपाट के इरादे से भारत आया था। उसकी याद में झंडा गाड़ना उचित नहीं है।
वहीं, सपा विधायक इकबाल महमूद ने इस फैसले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। कहा- सरकार योगीजी की है, अगर वहां से आदेश आ जाए कि मेला नहीं लगेगा तो अधिकारी उसका पालन करेंगें। लेकिन यह परंपरा सैकड़ों साल पुरानी है। इसे कोई खत्म नहीं कर सकता।
इसी गड्ढे में ढाल को गाड़ा जाता है, जिसके बाद मेले की शुरुआत होती है।अपर पुलिस अधीक्षक और क्षेत्राधिकारी ने ढाल गाड़ने की जगह सीमेंट से बंद करवा दी।
पिछले 24 घंटे में संभल के नेजा मेले को लेकर क्या-क्या हुआ पढ़ते हैं….
2023 में सद्भावना मेला नाम से हुआ था आयोजन
शहर तहफ्फुज कमेटी के सचिव तस्दीक इलाही ने साल 2023 की सद्भावना मेले के नाम से अनुमति दिखाई। इसमें संभल के तत्कालीन परगनाधिकारी सुनील कुमार त्रिवेदी ने सद्भावना मेला नाम से अनुमति दी और मेला आयोजित हुआ था।
04:18 pm 18 मार्च 2025
मेला कमेटी के सचिव को नोटिस
शहर तहफ्फूज नेजा कमेटी के सचिव तस्दीक इलाही को नोटिस दिया गया है। इनका काम मेले में आए लोगों को सम्मानित करने के साथ ही मुशायरा करना है।
इंस्पेक्टर संभल अनुज तोमर ने बताया कि नेजा मेला कमेटी के अध्यक्ष शाहिद मसूदी, कारी कमाल और शहर तहफ्फूज नेजा कमेटी के सचिव तस्दीक इलाही को नोटिस दिया गया है।
03:55 pm 18 मार्च 2025
मुजाहिद बोले- प्रशासन के आगे कोई नहीं बोल सकता
संभल के मोहल्ला चमन सराय में रहने वाले मुजाहिद हुसैन ने बताया कि यह मजार सैयद सालार गाजी की है। यहां नेजा मेला लगता है। सभी धर्मों के लोग इस मेले में आते हैं। उन्होंने कहा कि जब प्रशासन मेला लगने नहीं दे रहा तो उनके आगे कोई बोल भी नहीं सकता।
03:49 pm 18 मार्च 2025
मेला कमेटी के अध्यक्ष के घर के बाहर फोर्स तैनात
धार्मिक नेजा मेला कमेटी के अध्यक्ष शाहिद हुसैन के घर के पास रैपिड रिजर्व फोर्स (RRF) को तैनात किया गया है।
02:06 pm 18 मार्च 2025
ASP बोले- नेजा मेला अवैध, इसलिए जागरूक किया
नेजा मेले को लेकर ASP संभल श्रीश्चंद्र ने बताया कि इस तरह के अवैध कार्य रोकने को फोर्स तैनात कर दी गई है। शांति व्यवस्था बनी हुई है। कहीं कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है। सुरक्षा और ऐतिहासिक घटनाओं के दृष्टिगत लोगों को इस (नेजा मेले) की अवैध प्रकृति के बारे में जागरूक किया गया है।
12:46 pm 18 मार्च 2025
जहां मेला लगता है, वहां ड्रोन से निगरानी
जहां मेला लगता है, वहां भारी संख्या में फोर्स तैनात है। ड्रोन से निगरानी की जा रही है। ASP (उत्तरी) श्रीश्चंद्र और सीओ अनुज चौधरी ने PAC-RRF के जवानों के साथ फ्लैग मार्च भी किया।
12:45 pm 18 मार्च 2025
ASP बोले- गलत परंपराओं को जारी रखना उचित नहीं
ASP (उत्तरी) श्रीश्चंद्र ने बताया- यह एक गलत परंपरा थी। गलत परंपराओं को जारी रखना उचित नहीं है। इसी कारण नेजा मेले की अनुमति नहीं दी गई। इस आयोजन के खिलाफ आपत्तियां दर्ज कराई गई हैं।
विरोध जताने वाले पक्ष का कहना था कि अब्दुल सालार मसूद गाजी, जो कि महमूद गजनवी का सगा भांजा था और लूटपाट के इरादे से भारत आया था। उसकी याद में झंडा गाड़ना उचित नहीं है। इसलिए, प्रशासन ने मेले को अनुमति नहीं दी।
पूरे इलाके में शांति बनी हुई है। सोशल मीडिया पर कड़ी नजर रखी जा रही है। मीडिया सेल लगातार मॉनिटरिंग कर रहा है। अगर कोई व्यक्ति अफवाह फैलाने की कोशिश करता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
12:43 pm 18 मार्च 2025
सपा विधायक बोले- यह परंपरा खत्म नहीं की जा सकती
सपा विधायक इकबाल महमूद ने ASP के बयान पर नाराजगी जताई। कहा- यह मेला सैकड़ों साल पुरानी परंपरा का हिस्सा है। इसे खत्म नहीं किया जा सकता। प्रशासन को इसका ऐतिहासिक महत्व समझना चाहिए।
हिंदुस्तान की आजादी से पहले भी यह मेला लगता था। पिछले साल सिर्फ रमजान में इसे स्थगित किया गया था, लेकिन अब इसे बंद करने का कोई औचित्य नहीं है। नेजा मेला केवल संभल तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका ऐतिहासिक संबंध नौचंदी मेरठ से है।
सरकार योगीजी की है, अगर वहां से आदेश आ जाए कि मेला नहीं लगेगा, तो अधिकारी उसका पालन करेंगे। लेकिन यह परंपरा कोई एक-दो साल की नहीं, बल्कि सैकड़ों साल पुरानी है। इसे कोई खत्म नहीं कर सकता।
12:39 pm 18 मार्च 2025
मेले पर क्यों छिड़ा विवाद
संभल के ASP श्रीश्चंद्र सोमवार को सैयद सालार मसूद गाजी की याद में लगने वाला नेजा मेला को लेकर मेला कमेटी के साथ बैठक कर रहे थे। उन्होंने कमेटी से साफ कहा- लुटेरे के नाम पर किसी भी हाल में मेला लगाने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
उन्होंने कहा- जिसने देश को लूटा, उसके नाम पर मेले का आयोजन नहीं किया जाएगा। अगर किसी ने भी नेजा मेले की ढाल गाड़ने (हरे रंग का झंडा) के लिए रैली निकाली, तो वह राष्ट्रद्रोही कहलाएगा। अगर मेला लगाना है, तो मजिस्ट्रेट से बात करो।’
12:30 pm 18 मार्च 2025
क्यों लगता है नेजा मेला
नेजा मेला महमूद गजनवी के भांजे सैयद सालार मसूद गाजी की याद में लगता है। सालार मसूद गजनवी का सेनापति भी था। महमूद गजनवी ने 1000 से 1027 ईस्वी के बीच सोमनाथ मंदिर सहित भारत के कई प्रमुख हिंदू तीर्थस्थलों को निशाना बनाया। उसे दुनिया के सबसे क्रूर शासकों में गिना जाता है।
इतिहासकारों के मुताबिक, जब पृथ्वीराज चौहान की राजधानी संभल थी, तब उनकी सेना और गजनवी की सेना के बीच युद्ध हुआ था। इसमें गजनवी के कई सैनिक मारे गए थे, जिनकी मजारें संभल में बनीं। बाद में इन्हीं स्थानों पर नेजा मेला आयोजित होने लगा। मेले में दूर-दूर से लोग चादरपोशी कर दुआएं मांगते हैं। धार्मिक अनुष्ठान में दुल्हनें सजकर बैठती हैं.