पिता की भयावह हत्या का कारण बेटों ने बताई क्रूरता
Murder in Rudraprayag Two son Killed Father did not want to leave any clue 95 percent of body was burnt
संबंधों की हत्या: पिता को दी भयावह मौत, कोई सूत्र नहीं छोड़ना चाहते थे बेटे…95 प्रतिशत जला चुके थे शव
गुप्तकाशी(रुद्रप्रयाग) 05 दिसंबर 2024 । डूला निवासणी के बलवीर सिंह की अपने दो बेटों से किसी बात पर बहस हो गई। इससे नाराज़ दोनों बेटों ने पिता पर धारदार हथियार से हमला कर दिया, जिससे उनकी वहीं मौत हो गई।
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में हुए हत्याकांड ने सबको झकझोर दिया। बेडूला गांव के निवासणी में बलवीर सिंह के हत्यारोपित बेटे अमित और मनीष हत्या का कोई सुराग नहीं छोड़ना चाहते थे। इसीलिए हत्या के बाद शव लेकर त्रिवेणी घाट पहुंचे और शव जला दिया।
जब तक पुलिस वहां पहुंची तब तक 95 प्रतिशत शव जल चुका था जिससे राख और हड्डियों का सैंपल लेकर पुलिस ने डीएनए जांच को भेज दिया है। डीएनए जांच से ही हत्या के तरीके के बारे में पता चल सकेगा। इस दिल दहला देने वाली घटना से पुलिस भी हैरान है।
बलवीर सिंह राणा की हत्या के लिए कौन सा हथियार उपयोग किया गया, इसे लेकर अभी संशय है। घर में ऐसा कोई भी धारदार हथियार नहीं मिला है। घर में खून जरूर गिरा था।
बेटों ने पिता को मार डाला: बोले-कभी दुलार नहीं किया…हर बात पर डंडे से पीटता था, मां-बहनें छोड़कर चली गईं
आरोपी अमित का कहना है कि उसने अंगूठी पहनी हुई थी और उसी अंगूठी के सहारे उसने अपने पिता के चेहरे पर घूंसा मारा, जिससे उनके नाक से खून बहने लगा और उनकी कुछ ही देर में मौत हो गई। दोनों पिता के शव को लेकर घाट पर पहुंचे और आग लगा दी।
पुलिस के अनुसार जब तक वह पहुंचे शव 95 प्रतिशत से अधिक जल चुका था, ऐसे में पोस्टमार्टम लायक कुछ नहीं था। इसलिए, शव की राख और हड्डियों का सैंपल लेकर डीएनए जांच को भेजा है।
डीएनए जांच रिपोर्ट से पता चल सकेगा कि हत्या धारदार हथियार से की गई या फिर गंभीर चोट लगने से हुई है। इधर, गांव में हत्याकांड को लेकर कई तरह की चर्चाएं हैं। पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध कुमार घिल्डियाल के अनुसार, मामले को हर एंगल से देखते हुए जांच की जा रही है। दूसरी तरफ पुलिस
अधीक्षक अक्षय प्रह्लाद कोंडे ने बताया कि यह गंभीर मामला है, जिसे लेकर वह खुद भी हैरान है कि कैसे कोई संतान अपने पिता की हत्या कर शव को जला सकती है। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। साथ ही हरसंभव प्रयास किया जा रहा है कि ठोस तथ्य प्राप्त हो सके।
बेटे बोले-कभी दुलार नहीं किया…हर बात पर डंडे से पीटता था, मां-बहनें छोड़कर चली गईं
गिरफ्तार बेटों में से बड़े बेटे ने पिता की हत्या का आरोप स्वीकारते हुए कहा कि होश संभाला तो पिता के हाथ में डंडा ही पाया, जो कभी भी हमारे सिर, पैर और शरीर पर टूट पड़ता था। पिता का दुलार और प्यार क्या होता है, कभी देखा ही नहीं। हर छोटी बात पर सिर्फ मार ही पड़ी है।
पिता के नाम पर सिर्फ एक इंसान था, जो क्रूर था और उनकी क्रूरता ने हमारे परिवार को खत्म कर दिया। गांव से भी उनका कोई संपर्क नहीं था। गांव से दूर घाट किनारे कच्चा घर बनाकर वर्षों से रह रहे थे और हम दोनों को प्रताड़ित करते थे।
उसने बताया कि पिता हमेशा गुस्से में रहते थे। पिता का प्यार व दुलार क्या होता है, कभी महसूस ही नहीं किया। हर छोटी-छोटी बात के लिए मार खाने से आहत होकर 15 वर्ष की उम्र में मुंबई चला गया। वहां होटल में नौकरी कर पेट भर रहा था। पिता ने छोटे भाई मनीष को भी किसी लायक नहीं बनाया।
उन्होंने अपने जीवन में सिर्फ लड़ाई-झगड़े ही किए, जिसका खामियाजा हमें भुगतना पड़ा। क्रूरता की हद पार होने पर वर्षों पहले मां और बहनें छोड़कर चली गईं। बहनों ने स्वयं ही अपना विवाह किया है। बुधवार रात को भी एक बात पर वह बहस करने लगे। मैंने समझाने का प्रयास किया तो वह गाली-गलौज करने लगे, जिससे मुझे भी गुस्सा आ गया था।
मृतक के बड़े पुत्र ने स्वीकार किया है कि उसने पिता को मारा है। दोनों भाईयों को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है। शुक्रवार को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया जाएगा।
– प्रबोध कुमार घिल्डियाल, पुलिस उपाधीक्षक रुद्रप्रयाग