बदरीनाथ धाम में नमाज, गोपेश्वर से दून तक नाराजी, कार्रवाई को ज्ञापन
उत्तराखंड: बदरीनाथ धाम में नमाज पढ़ने का आरोप, विहिप और बजरंगदल ने पर्यटन मंत्री को सौंपा ज्ञापन
गोपेश्वर
विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों ने जिला मुख्यालय पहुंचे पर्यटन मंत्री व जिले के प्रभारी मंत्री से भेंट कर उन्हें ज्ञापन सौंपा।
विश्व हिंदू परिषद और बजरंगदल ने बदरीनाथ धाम में एक समुदाय के लोगों की ओर से ईद की नमाज पढ़ने का आरोप लगाया है। परिषद के पदाधिकारियों ने इस संबंध में जिले के प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज को ज्ञापन सौंपकर मामले में जांच कर कार्रवाई की मांग की है।
बुधवार को बदरीनाथ धाम में एक समुदाय के लोगों की ओर से समूह में ईद की नमाज पढ़ने की चर्चा तेजी से फैल गई। सोशल मीडिया पर भी इसकी चर्चा होती रही। विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों ने जिला मुख्यालय पहुंचे पर्यटन मंत्री व जिले के प्रभारी मंत्री से भेंट कर उन्हें ज्ञापन सौंपा।
बदरीनाथ धाम में नमाज में शारीरिक दूरी के मानकों का पालन न करने पर 15 श्रमिकों पर मुकदमा दर्ज
पर्यटन मंत्री को बदरीनाथ में नमाज पढ़ने पर आपत्ति जताते हुए कार्रवाई की मांग करते हिंदू संगठन के नेता।
बदरीनाथ धाम में 15 श्रमिकों के नमाज पढ़ने पर हिंदू संगठनों ने आपत्ति जताते हुए इसे आस्था पर प्रहार बताया है। इस प्रकरण में इन संगठनों के प्रतिनिधियों ने पर्यटन और धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज से मुलाकात कर ज्ञापन दिया। इस पर पर्यटन मंत्री ने चमोली के पुलिस अधीक्षक को जांच के आदेश दिए। इसके बाद पुलिस ने सभी श्रमिकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। आरोप है कि इन सभी ने एक ही कमरे में नमाज पढ़कर शारीरिक दूरी के मानकों का उल्लंघन किया है।
लोगों का आरोप है कि एक तरफ बदरीनाथ धाम के लोगों को कोविड का हवाला देकर मंदिर में घुसने नहीं दिया जा रहा है, जबकि दूसरी तरफ सारी मान्यताओं को ध्वस्त करते हुए यहां ईद की नमाज पढ़ने की इजाजत दे दी गई। बुधवार को बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने मंदिर के आसपास जुटकर विरोध प्रदर्शन किया।
दरअसल मंदिर परिसर से कुछ दूरी एक मल्टीलेवल पार्किंग का काम चल रहा है। स्थानीय ठेकेदार हरेंद्र सिंह पवार ने बाहर से कुछ मजदूर बुलाए हैं जिनमें ज्यादातर मुस्लिम हैं। बुधवार को बदरीनाथ में ईद की नमाज पढ़े जाने की खबर तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। इसे लेकर लोग सड़क पर उतर आए। जोशीमठ के लोगों ने कार्रवाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी। इसको लेकर एसडीएम कुमकुम जोशी ने कहा है कि मामले की जांच की जा रही है, जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।
ठेकेदार समेत 15 लोगों के खिलाफ केस, मामले की जांच जारी
मामले में बदरीनाथ पुलिस ने ठेकेदार समेत 15 लोगों के खिलाफ डिजास्टर मैनेजमेंट ऐक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है। पुलिस भी मामले की जांच कर रही है। घटना पर बवाल बढ़ता देख चमोली के एसपी यशवंत सिंह चौहान ने मोर्चा संभाला। चमोली पुलिस ने उनके बयान के साथ एक वीडियो ट्वीट किया है।
पुलिस अधीक्षक चमोली श्री यशवंत सिंह चौहान महोदय द्वारा श्री बद्रीनाथ धाम के सम्बन्ध में वायरल सूचना के सम्बन्ध में दी गयी विस्तृत जानकारी।
चमोली पुलिस का आप सभी से निवेदन कृपया बिना तत्थयों की पुष्टि किये कोई भी भ्रामक खबर साझा ना करें। pic.twitter.com/9dCgOzpW5X
— chamoli police (@chamolipolice) July 22, 2021
एसपी बोले, ‘नमाज पढ़े जाने का कोई गवाह नहीं, न फोटो-वीडियो’
एसपी ने कहा, ‘हमारे पास सूचना आई कि बदरीनाथ धाम में मुस्लिम संप्रदाय के लोगों ने नमाज पढ़ी है। छानबीन की तो पता चला कि मंदिर परिसर से एक किमी पहले एक मल्टीलेवल पार्किंग बन रही है। स्थानीय ठेकेदार ने वहां कुछ मजदूर बुलाए हैं। करीब 15 मजदूर हैं जो मुस्लिम हैं। पार्किंग का नीचे का फ्लोर तैयार हो गया है। वे लोग वहीं रहते हैं और काम करते हैं। उसी कमरे में उन लोगों ने 21 जुलाई को सुबह 7 बजे के आसपास नमाज शायद पढ़ी होगी। क्योंकि नमाज पढ़ने का न कोई चश्मदीद है, न उसका कोई वीडियो या फोटो है।’
‘नमाज पढ़ी भी तो बंद कमरे में और बिना किसी लाउडस्पीकर के’
एसपी यशवंत ने आगे कहा, ‘अगर हम मान भी लें कि नमाज पढ़ी गई तो उन्होंने किसी भी सार्वजनिक स्थान पर नहीं पढ़ी। न बाहर से कोई मौलवी बुलाया गया और न ही लाउडस्पीकर का इस्तेमाल किया गया। न ही कोई आयोजन किया गया। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाई जा रही हैं कि एक स्थान विशेष पर नमाज पढ़ी गई, जो गलत है। मेरी अपील है कि लोग अफवाह न फैलाएं। फिलहाल डीएम ऐक्ट में मुकदमा दर्ज है और जांच जारी है। जो भी दोषी पाया जाएगा उस पर कार्रवाई होगी।
इन दिनों बदरीनाथ धाम में आस्था पथ पर पार्किंग का निर्माण चल रहा है। वहां 15 श्रमिक कार्य कर रहे हैं। ये सभी पार्किंग एरिया में ही रहते हैं। बुधवार को ईद के दिन इन सभी ने नमाज पढ़ी। इस पर विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल के कार्यकर्त्ताओं ने आपत्ति जताई। उन्होंने गोपेश्वर पहुंचे पर्यटन और धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज से मुलाकात की और कार्रवाई की मांग की।
उन्होंने आरोप लगाया है कि बदरीनाथ धाम में ईद की नमाज पढ़ी गई। धाम में तीर्थ यात्रा पूरी तरह से बंद है। किसी को भी बदरीनाथ के दर्शन की अनुमति नहीं है, ऐसे में एक समुदाय के लोगों की ओर से कैसे धाम में ईद की नमाज पढ़ी जा रही है। इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा।
विहिप के कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन में कहा है कि बदरीनाथ धाम हिंदुओं का पवित्र स्थल है। यहां पर जानबूझकर नमाज पढ़ी गई। इससे करोड़ों हिंदुओं की भावनाएं आहत हुई हैं। बदरीनाथ धाम में मांस मदिरा और दूसरे धर्मों की गतिविधियों पर प्रतिबंध है। उन्होंने मांग की कि इस मामले की जल्द से जल्द जांच कराकर ऐसे कार्य करने वालों के खिलाफ कठोर कर्रवाई होनी चाहिए। यदि ऐसा नहीं हुआ तो वे उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे।
ज्ञापन देने वालों में विहिप के जिला अध्यक्ष राकेश चंद्र मैठाणी, हरि प्रसाद ममगाईं, देवी प्रसाद देवली, पवन राठौर, अतुल शाह, शंभु प्रसाद पंत, हर्ष प्रसाद चमोली, वेद प्रकाश भट्ट आदि शामिल थे।
उल्लंघन पर डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट में होगी कार्रवाई
चमोली के पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चौहान ने कहा कि सोशल मीडिया पर बदरीनाथ में एक समुदाय के लोगों की ओर से नमाज पढ़ने के संदेश को भ्रामक तरीके से फैलाया जा रहा है जो कि तथ्यहीन है। कहा गया कि बदरीनाथ में आस्था पथ नामक संस्था की पार्किंग का निर्माण कार्य चल रहा है जिसमें कार्य कर रहे एक समुदाय के लोगों ने बुधवार को ईद के त्योहार के अवसर पर बंद कमरे में लाउडस्पीकर का प्रयोग किए बिना और मौलवी की अनुपस्थिति में व कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए नमाज पढ़ी गई। मामले की जांच की जा रही है।
इसके बाद देर रात इस मामले में कई लोगों पर मुकदमा भी दर्ज किया गया।
धाम में नमाज पढ़ने के मामले में स्थानीय लोगों में गुस्सा, थाने में दिया ज्ञापन
बदरीनाथ धाम में नमाज पढ़ने के मामले में स्थानीय लोगों ने बुधवार को बदरीनाथ थाने में एक ज्ञापन सौंपकर कहा गया कि बदरीनाथ धाम में इस पवित्र सावन माह में भी स्थानीय लोगों को न बदरीनाथ के दर्शनों की अनुमति दी जा रही है और न ही तप्तकुंड में स्नान करने दिया जा रहा है। लेकिन एक समुदाय विशेष के लोगों ने बुधवार को धाम में ईद की नमाज अदा की है।
यह बदरीनाथ के इतिहास में पहली बार हुआ है। यह एक निंदनीय घटना है। कहा गया कि मंदिर समिति के एक्ट नंबर 183 में स्पष्ट लिखा हुआ है कि बदरीनाथ धाम में बदरीनाथ की धार्मिक गतिविधियों के अलावा कोई भी अन्य गतिविधि न हो।
बद्रीनाथ धाम मे नमाज पढ़ने को लेकर भड़की भैरव सेना, कोतवाली मे दी लिखित शिकायत
आज भैरव सेना कार्यकर्ताओं ने महानगर अध्यक्ष देहरादून अशोक पंडित के नेतृत्व में शहर कोतवाली पहुंंच बकरा-ईद पर हिंदुओं के मोक्ष धाम बद्रीनाथ में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने के उद्देश्य से नमाज पढ़ने के संबंध में गंभीर से गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करने के संबंध में शहर कोतवाली मैं पहुंच कर शहर कोतवाल को लिखित शिकायत दी।
लिखित शिकायत देने कोतवाली पहुंचे भैंरव सेना संगठन जिलाध्यक्ष शैलेंद्र डोभाल ने कहा कि हिंदुओं के बड़े धर्म स्थलों पर बार बार कुठाराघात हिंदू समाज अब बिल्कुल भी नहीं सहेगा। महिला मोर्चा जिलाध्यक्षा वन्दना रावत ने कहा कि हर बार हिंदुओं की आस्था से ही क्यों खिलवाड़ किया जाता है? हिंदुओं को कमजोर समझने की गलती कुछ असामाजिक तत्वों करते हैं जिससे सांप्रदायिक माहौल बिगड़ने की आशंका रहती है। जिला संयोजक सौरव पार्छा ने कहा कि भैरव सेना संगठन अध्यक्ष संदीप खत्री के निर्देशानुसार उत्तराखंड के सभी जिलों में आज भैरव सेना अपनी संस्कृति और आस्था पर हुये कुठारघात पर गंभीर से गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत करने को लिखित शिकायत देने पहुंचे।
देहरादून कोतवाली में लिखित शिकायत देकर मुकदमा पंजीकृत कराने के संबंध में भैरव सेना से महानगर महामंत्री महेंद्र बिष्ट, आयुष सिंघानिया, अंकुर किरवान, सतीश चैहान, संजीव पायल, उपेंद्र पंत, महिंद्रा बिष्ट, पवन पंडित, इन्द्रजीत सहित दो दर्जन कार्यकर्ता उपस्थित रहे।