बहराइच: दुर्गा प्रतिमा विसर्जन में गाली-गलौच से मिश्रा की मौत तक,12 श्रद्धालु घायल,25
बहराइच हिंसा: मृतक का अंतिम संस्कार, अभी भी धधक रहा है जिला, भारी संख्या में पुलिस बल और पीएएसी
लखनऊ14 अक्टूबर 2024. बहराइच में घटना के अगले दिन भी बवाल रहा। मिश्रा के परिजनों को शासन के दबाव में अंतिम संस्कार करना पड़ा। कल मुख्यमंत्री योगी पीड़ित परिवार से मिलेंगें।
Bahraich communal violence: Unannounced curfew like situation in the area, shops-schools closed, dead body creaminated
क्षेत्र में पुलिसकर्मी तैनात हैं।
बहराइच में विसर्जन जुलूस में पत्थरबाजी और गोलीबारी में युवक रामगोपाल मिश्रा की मौत के बाद प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार सुबह आक्रोशित भीड़ ने हरदी, साधुवापुर, भगवानपुर और राजी चौराहे पर आगजनी की। वहीं, एक धार्मिक स्थल भी ध्वस्त कर दिया।
आक्रोशित भीड़ ने हरदी चौराहे पर विभिन्न दुकानों के बाहर लगे होर्डिंग जला दिए। राजी चौराहे पर टायर में आग लगा दी जिसे दमकल वाहनों ने बुझाया। भीड़ ने सधुवापुर चौराहे और भगवानपुर चौराहे पर भी उपद्रव किया और धाबली व छप्पर आदि आग के हवाले कर दिये। तब पुलिस और पीएसी जवानों ने मोर्चा संभाला और लाठी फटकार कर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा।
परिजन बोले, हमें न्याय चाहिए… दोषियों का एनकाउंटर करें
मृतक युवक रामगोपाल मिश्रा के परिजनों ने प्रशासन से न्याय मांगा है। उन्होंने कहा कि दोषियों का उनके सामने एनकाउंटर कर उनके घरों पर बुलडोजर चलाया जाए।
दो गांवों में भी आगजनी
प्रदर्शन और आगजनी की घटनाएं चौराहों के साथ गांवों में भी फैल रही है। आक्रोशित भीड़ ने चंदपईया और कबडियनपुरवा गांव में भी तोड़फोड़ और आगजनी की जिसके बाद से पूरे क्षेत्र में भय है।
एडीजी कानून व्यवस्था के सामने की तोड़फोड़, करनी पड़ी फायरिंग
विसर्जन जुलूस में मृतक रामगोपाल का शव गांव पहुंचा तो भीड़ उग्र हो गई और जगह-जगह तोड़फोड़ और आगजनी शुरू कर दी। तोड़फोड़ व आगजनी की सूचना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एडीजी कानून व्यवस्था अमिताभ यश को बहराइच भेजा। बहराइच पहुंच तत्काल अमिताभ यश प्रभावित क्षेत्र पहुंचे। इस दौरान महसी के रमपुरवा चौकी पर आक्रोशित भीड़ ने एडीजी के सामने ही तोड़फोड़ शुरू कर दी। उन्होंने अपनी पिस्टल से हवा में फायरिंग की और पिस्टल लहराते हुए प्रदर्शन कर रहे लोगों को दौड़ाया। लोग मौके से भाग गए। इसके बाद मौके पर पीएसी तैनात कर दी गई। वहीं एडीजी अमिताभ यश टीम के साथ महराजगंज कस्बा चले गये।
उधर, पुलिस प्रशासन के काफी समझाने के बाद परिजन माने और शव का अंतिम संस्कार कर दिया। सावधानी को इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। इसके पहले, महसी और महराजगंज के पूरे क्षेत्र में आगजनी होती रहीं। पुलिस प्रशासन और स्थानीय प्रतिनिधि परिवार के संपर्क में रहे और उन्हें शव के अंतिम संस्कार को मना लिया। इस बीच प्रशासन ने पूरी सख्ती दिखाते हुए रोड को पूरी तरह से खाली कर दिया।
पुलिस ने आंसू गैस और लाठीचार्ज किया
बहराइच में विरोध प्रदर्शन हिंसक होने पर पुलिस ने आंसू गैस और लाठीचार्ज किया। महासी के महाराजगंज इलाके में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान गोली लगने से एक युवक की मौत पर लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
30 उपद्रवी हिरासत में
इस घटना पर प्रदेश सरकार एक्शन में है। मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर होम सेक्रेटरी संजीव गुप्ता एवं एडीजी लॉ एंड ऑर्डर मौक़े पर पहुँचे। प्रशासन के अनुसार अब तक 30 उपद्रवी हिरासत में लिए जा चुके हैं।
6 कंपनी पीएएसी भेजी
हिंसा पर काबू पाने को 6 कंपनी पीएसी के साथ 4 एसपी रैंक के अफसर, दो एडिशनल एसपी, 6 सीओ, एक कंपनी आरएएफ को बहराइच भेज गया।
शोरूम में लगाई आग
रविवार को हुई घटना के बाद सोमवार को भी हंगामा जारी रहा। घटना से प्रभावित महराजगंज के टीवीएस और हीरो एजेंसी में आग लगा दी गई है। प्रशासन ने भी यह माना है कि कुछ जगहों पर आगजनी हुई है लेकिन किसी प्रकार
की जनहानि नहीं हुई है।
बहराइच सांप्रदायिक हिंसा में जान गंवाने वाले रामगोपाल मिश्रा का पोस्टमार्टम सुबह साढ़े तीन बजे के बाद शुरू हुआ। पोस्टमार्टम सुबह सात बजे पूरा हुआ। इसके बाद शव उनके घर की तरफ रवाना किया गया। साथ पुलिस का बंदोबस्त मौजूद है। इस घटना के बाद क्षेत्र में अभी भी तनाव व्याप्त है। महराजगंज और महसी इलाके के निजी स्कूलों में छुट्टी कर दी गई।
12 से अधिक लोग घायल
मामले में सुधाकर तिवारी (45 वर्ष), सत्यवान (40 वर्ष), अखिलेश वाजपेयी (55 वर्षीय) विनोद मिश्रा (60 वर्ष), लाल विश्वकर्मा (55 वर्षीय) समेत 12 से अधिक लोग घायल हो गए। अधिकांश लोग निजी अस्पताल में इलाज करवा रहे हैं।
मुख्य आरोपित सलमान सहित 25 गिरफ्तार
बहराइच की सांप्रदायिक हिंसा में एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद बहराइच के कई हिस्सों में हिंसा हुई। इस बीच देर रात मुख्य आरोपित सलमान समेत कई लोगों पर एफआईआर किया। सूत्रों के अनुसार 20 से 25 लोगों के हिरासत में लेने की खबरें आ रही हैं। उधर दूसरी ओर पूजा कमेटी देर रात तक इस बात पर अड़ी रहीं कि आरोपितों की गिरफ्तारी हो। आरोपितों को फांसी देने के नारे देर रात सड़कों पर गूंजते रहे।
देर रात तक प्रदर्शन और आगजनी
घर पहुंचा मृतक का शव।
महराजगंज की घटना के विरोध में पूरे बहराइच जिले में बवाल बढ़ गया है। देर रात तक प्रदर्शन और जगह-जगह आगजनी होती रही। इस बीच पुलिस व प्रशासन बैकफुट पर दिखा। डीजीपी की सख्ती के बाद देर रात हरदी थाना प्रभारी और महसी चौकी प्रभारी को निलंबित किया गया। एक साथ पूरे जिले में विरोध शुरू होने पर आला अधिकारी भी सकते में नजर आए।
लापरवाही पर हरदी थाना प्रभारी व महसी चौकी प्रभारी निलंबित
महसी तहसील के हरदी थाना क्षेत्र के महराजगंज कस्बे में हुई घटना को लेकर लोगों में पुलिस प्रशासन के प्रति भारी आक्रोश है। जिसे देखते हुए एसपी वृंदा शुक्ला ने हरदी थाना प्रभारी सुरेश कुमार वर्मा व महसी चौकी इंचार्ज शिव कुमार को निलंबित कर दिया है। हालांकि सीओ पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उन पर कार्रवाई न होने से लोगों में अभी भी भारी आक्रोश है।
एसपी वृंदा शुक्ला ने बताया कि अपने दायित्यों में लापरवाही को लेकर एसएचओ व महसी चौकी प्रभारी को निलंबित किया गया है। पूरे घटना क्रम की सघन जांच की जा रही है। कर्तव्यों में लापरवाही बरतने वाले किसी को भी बक्शा नहीं जाएगा। हालांकि एसपी की कार्रवाई के बाद भी लोगों में आक्रोश बना हुआ है। लोगों का कहना है कि थाने की पुलिस के साथ-साथ सीओ रुपेन्द्र गौड़ ने भी लापरवाही बरती और लाठियां भांजी। ऐसे में इनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
बहराइच कांड की पूरी कहानी: दुर्गा प्रतिमा विसर्जन यात्रा.. बवाल और एक मौत, फिर बेकाबू हालात
बहराइच में रविवार को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन यात्रा के दौरान हुई पत्थरबाजी और गोलीबारी में युवक रामगोपाल मिश्रा की मौत के बाद जारी बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार की सुबह आक्रोशित भीड़ ने हरदी, साधुवापुर, भगवानपुर और राजी चौराहे पर आगजनी की। एक धार्मिक स्थल भी ध्वस्त कर दिया। तोड़फोड़ व आगजनी की सूचना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एडीजी कानून व्यवस्था अमिताभ यश को बहराइच भेजा। बहराइच पहुंच तत्काल अमिताभ यश प्रभावित क्षेत्र पहुंचे। अब तक 30 उपद्रवी हिरासत में लिए गए हैं। समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि शासकीय चूक से ये घटना हुई। उधर, मृतक युवक रामगोपाल मिश्रा के परिजनों ने प्रशासन से दोषियों का उनके सामने एनकाउंटर करने की मांग की है। जानते हैं, कैसे विसर्जन यात्रा में विवाद शुरू हुआ?
पहले गाली-गलौज फिर पथराव
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार महसी तहसील की प्रतिमा शांति पूर्वक विसर्जन के लिए जा रही थी। महराजगंज कस्बे में पहुंचने पर दूसरे समुदाय के लोगों ने गाली गलौज शुरू कर दी। प्रतिमा के साथ चल रहे लोगों ने जब इसका विरोध किया तो छतों से पथराव शुरू कर दिया गया। इसके बाद विसर्जन रोक समिति सदस्यों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। आरोप है कि इस दौरान लोगों भीड़ मौके पर पहुंची और उपद्रव शुरू कर दिया।
पिटाई की, फिर पैरों के नाखून उखाड़े और मार दीं गोलियां
लोगों ने आरोप लगाया कि भगदड़ के दौरान दूसरे समुदाय के लोग रामगोपाल मिश्रा (24) को घसीट कर घर में ले गए। वहां उसकी बर्बरता के साथ पिटाई करते हुए पैर के नाखून उखाड़ लिए और उसे गोलियां मार दीं। गंभीर रूप से घायल राजन सहित 12 लोगों का इलाज मेडिकल कॉलेज में चल रहा है।
भीड़ ने सधुवापुर, हरदी चौराहा, राजी चौराहे पर की आगजनी
सोमवार सुबह आक्रोशित भीड़ ने हरदी चौराहे पर विभिन्न दुकानों के बाहर लगी होर्डिंग में आग लगा दी। वही, राजी चौराहे पर टायर में आग लगा दी जिसे दमकल वाहनों ने बुझाया। यही नहीं भीड़ ने सधुवापुर चौराहे और भगवानपुर चौराहे पर भी उपद्रव किया और धाबली व छप्पर आदि को आग के हवाले कर दिया। जिसके बाद पहुंची पुलिस और पीएसी के जवानों ने मोर्चा संभाला और लाठी फटकार कर प्रदर्शन कर रहे लोगों को खदेड़ा।
काफी मान-मन्नौव्वल के बाद रामगोपाल का हुआ अंतिम संस्कार
पुलिस प्रशासन के काफी समझाने के बाद परिजन माने और शव का अंतिम संस्कार कर दिया। एहतियात के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। इसके पहले, महसी और महराजगंज के पूरे क्षेत्र में आगजनी की घटनाएं होती रहीं। पुलिस प्रशासन और स्थानीय प्रतिनिधि परिवार के संपर्क में रहे और उन्हें शव के अंतिम संस्कार के लिए मना लिया। इस बीच प्रशासन ने पूरी सख्ती दिखाते हुए रोड को पूरी तरह से खाली कर दिया।
आगजनी के बाद उठता धुआं
सार्वजनिक स्थलों के साथ गांवों में उपद्रव
प्रदर्शन और आगजनी की घटनाएं चौराहों के साथ गांवों में भी फैल रही हैं। सूत्रों के अनुसार आक्रोशित भीड़ ने चंदपईया और कबडियनपुरवा गांव में भी तोड़फोड़ और आगजनी की। जिसके बाद से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है।
पुलिस ने फायरिंग कर भीड़ को खदेड़ा
विसर्जन जुलूस में मृत हुए रामगोपाल का शव गांव पहुंचने के बाद भीड़ उग्र हो गई। भीड़ ने जगह जगह तोड़फोड़ और आगजनी शुरू कर दी। तोड़फोड़ व आगजनी की सूचना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एडीजी कानून व्यवस्था अमिताभ यश को बहराइच के लिए रवाना किया। बहराइच पहुंचने के बाद तत्काल अमिताभ यश प्रभावित क्षेत्र पहुंचे। इस दौरान महसी के रमपुरवा चौकी पर आक्रोशित भीड़ ने एडीजी के सामने ही तोड़फोड़ शुरू कर दी। जिसके बाद उन्होंने अपनी पिस्टल से हवा में फायरिंग की और पिस्टल लहराते हुए प्रदर्शन कर रहे लोगों को दौड़ाया। जिसके बाद लोग मौके से भाग गए। इसके बाद मौके पर पीएसी तैनात कर दी गई। वहीं एडीजी अमिताभ यश टीम के साथ महराजगंज कस्बे की ओर रवाना हुए।
पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और 30 को हिरासत में लिया
बहराइच में विरोध प्रदर्शन हिंसक होने पर पुलिस ने आंसू गैस और लाठीचार्ज का सहारा लिया। वहीं घटना पर प्रदेश सरकार एक्शन में है। सीएम योगी के निर्देश पर होम सेक्रेटरी संजीव गुप्ता एवं एडीजी लॉ एंड ऑर्डर मौके पर पहुंचे। प्रशासन के अनुसार अब तक 30 उपद्रवी हिरासत में लिए जा चुके हैं।
छह कंपनी पीएएसी रवाना
इस घटना पर काबू पाने के लिए 6 कंपनी पीएसी के साथ 4 एसपी रैंक के अफसर, दो एडिशनल एसपी, 6 सीओ, एक कंपनी आरएएफ को बहराइच भेज गया। इसके बाद भी भीड़ काबू नहीं आ रही। घटना से प्रभावित महराजगंज के टीवीएस और हीरो एजेंसी में आग लगा दी गई है। प्रशासन ने भी यह माना है कि कुछ जगहों पर आगजनी हुई है लेकिन किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है।
सपा प्रमुख ने शासन और प्रशासन को घेरा
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, ‘मेरी अपील है कि कानून व्यवस्था बनी रहे। घटना दुखद है। सरकार को न्याय करना चाहिए। जिस समय ये जुलूस निकला उस समय पुलिस को इस बात का ध्यान रखना चाहिए था कि रूट पर सुरक्षा है या नहीं, पर्याप्त पुलिस की तैनाती है या नहीं। लाउडस्पीकर पर क्या बजाया जा रहा था? प्रशासन को इसका ध्यान रखना चाहिए था। शासन की चूक की वजह से ये घटना हुई’। पाकिस्तान का च
लापरवाही पर हरदी थाना प्रभारी व महसी चौकी प्रभारी निलंबित
महसी तहसील के हरदी थाना क्षेत्र के महराजगंज कस्बे में हुई घटना को लेकर लोगों में पुलिस प्रशासन के प्रति भारी आक्रोश है। जिसे देखते हुए एसपी वृंदा शुक्ला ने हरदी थाना प्रभारी सुरेश कुमार वर्मा व महसी चौकी इंचार्ज शिव कुमार को निलंबित कर दिया है। हालांकि सीओ पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उन पर कार्रवाई न होने से लोगों में अभी भी भारी आक्रोश है।