बृजभूषण शरण पर चलेगा यौन उत्पीडन का केस, पहलवानों को मिलेगी चार्जशीट की प्रति
Rouse Avenue Court Allowe Sexual Harassment Case Against Wrestling Federation President Brij Bhushan Sharan Singh
बृजभूषण के खिलाफ चलेगा यौन उत्पीड़न का केस, कोर्ट ने पहलवानों को चार्जशीट देने का आदेश दिया
Sexual Harassment Case brij Bhushan Sharan Singh: दिल्ली की राउज ऐवन्यू कोर्ट ने कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न का मुकदमा चलाने की इजाजत दे दी है। साथ ही कोर्ट ने प्रदर्शकारी पहलवानों को चार्जशीट देने का आदेश दिया है। पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ लड़ाई अब सड़कों पर नहीं, कोर्ट में लड़ने का इरादा बनाया है।
नई दिल्ली 26 जून: दिल्ली की राउज ऐवन्यू कोर्ट ने कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न का मुकदमा चलाने की इजाजत दे दी है। कोर्ट ने पहलवानों को चार्जशीट देने का आदेश दिया है। दरअसल पहलवानों ने बृजभूषण के खिलाफ दर्ज चार्जशीट की कॉपी लेने के लिए राउज एवेन्यू कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। अदालत ने चार्जशीट की कॉपी हासिल करने के लिए पहलवानों की ओर से दायर की गई याचिका को हरी झंडी दे दी है। इससे पहले प्रदर्शनकारी पहलवानों ने रविवार को कहा कि भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ लड़ाई अब सड़कों पर नहीं, बल्कि अदालत में लड़ी जाएगी। पहलवानों ने एक दिन पहले ही यह दावा किया था कि वे अपना आंदोलन फिर से शुरू करने के लिए सड़कों पर उतर सकते हैं। विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया ने एक जैसे ट्वीट पोस्ट किए, जिसमें उन्होंने कहा कि सरकार ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आरोपपत्र दायर करने का अपना वादा पूरा किया है।
तीनों पहलवानों ने टि्वटर पर एक बयान में कहा, ‘इस मामले में पहलवानों का संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक हमें न्याय नहीं मिल जाता, लेकिन यह लड़ाई अदालत में होगी, सड़क पर नहीं। डब्ल्यूएफआई में सुधार के संबंध में वादे के मुताबिक चुनाव प्रक्रिया शुरू हो गई है। हम 11 जुलाई के चुनाव को लेकर सरकार द्वारा किए गए वादों के पूरा होने का इंतजार करेंगे।
विनेश और साक्षी ने यह बयान पोस्ट करने के कुछ मिनट बाद ट्वीट किया कि वे कुछ दिन के लिए सोशल मीडिया से ‘ब्रेक’ ले रहे हैं। एशियाई खेलों के ट्रायल्स से छूट मिलने के लिए साथी पहलवानों के विरोध का सामना कर रहे आंदोलनकारी पहलवानों ने शनिवार को आईओए के तदर्थ पैनल से इस तरह की छूट की मांग करने से इनकार किया और कहा कि अगर यह साबित हो गया तो वे कुश्ती छोड़ देंगे। लंदन ओलंपिक कांस्य पदक विजेता और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता योगेश्वर दत्त ने शुक्रवार को तदर्थ पैनल के फैसले पर सवाल उठाए थे कि क्या ये पहलवान इस तरह की छूट हासिल करने के लिए ही विरोध कर रहे थे। उन्होंने जूनियर पहलवानों, उनके कोच और अभिभावकों से इस अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने की बात कही थी।
बजरंग, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट की तिकड़ी ने शनिवार को सोशल मीडिया पर 40 मिनट के अपने संबोधन में दावा किया था कि बृजभूषण के खिलाफ उनकी लड़ाई जारी रहेगी और वे बृजभूषण के खिलाफ दायर आरोपपत्र का मूल्यांकन करने के बाद विचार करेंगे कि इस लड़ाई को कैसे जारी रखा जाए।