भाजपा विधायकों को ठगने की कोशिश में दिल्ली से दो धरे, एक भागा
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- Youth arrested for demanding Extortion from Male by posing as son of Home Minister
Haridwar: गृहमंत्री का बेटा बनकर मंत्री बनाने के नाम पर विधायकों से मांगी रंगदारी, दिल्ली से एक तो रुद्रपुर से दूसरा आरोपित गिरफ्तार
- Youth arrested for demanding Extortion from Male by posing as son of Home Minister
हरिद्वार 18 फरवरी 2025.14 जनवरी को रानीपुर विधायक आदेश चौहान को फोन कर बात करने वाले ने खुद को गृहमंत्री अमित शाह का पुत्र जयशाह बनकर बातचीत की थी। ठग के होने का पता चलने पर जब विधायक ने स्पष्ट बातचीत की तो उसने धमकी देते हुए पांच लाख की रंगदारी मांगी थी।
गृहमंत्री अमित शाह का पुत्र जयशाह बनकर रानीपुर विधायक आदेश चौहान को फोन कर धमकी देते हुए पांच लाख की रंगदारी मांगने के मामले का पुलिस-सीआईयू ने राजफाश कर दिया। पुलिस ने दिल्ली से एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। एक आरोपित को ऊधमसिंहनगर पुलिस ने दबोच लिया, जबकि मुख्य आरोपित हाथ नहीं आ सका है। तीनों आरोपितों ने मिलकर रानीपुर विधायक के अलावा रुद्रपुर विधायक शिव अरोड़ा और भीमताल विधायक सरिता आर्य को भी ऐसा ही फोन आया था, उन्हें मंत्री बनाने का झांसा देकर रुपये मांगे गए थे। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया.
वरिष्ठें पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र ने बताया कि 14 जनवरी को रानीपुर विधायक आदेश चौहान को फोन कर बात करने वाले शख्स ने खुद को गृहमंत्री अमित शाह का पुत्र जयशाह बनकर बातचीत की थी। ठग के होने का पता चलने पर जब विधायक ने स्पष्ट बातचीत की तो उसने धमकी देते हुए पांच लाख की रंगदारी मांगी थी। रकम न देने पर अभद्रता करते हुए सोशल मीडिया पर उन्हें बदनाम करने की देने की धमकी दी थी। मामला संज्ञान में आते ही तुरंत मुकदमा दर्ज कर सीआईयू-पुलिस की टीमें गठित कर आरोपितों की खोजबीन में लगाई गई। बहादराबाद थानेदार नरेश राठौड़ की अगुवाई में बाजार चौकी प्रभारी यशवीर सिंह नेगी, मुख्य आरक्षी देशराज, आरक्षी बलवंत सिंह, सीआईयू के आरक्षी नरेंद्र सुराग मिलने पर दिल्ली पहुंचे।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सुराग मिलने पर आरोपित प्रियांशु पंत ( मूल निवासी बेरीनाग बागेश्वर हाल पता ए ब्लॉक मयूर विहार थाना गाजीपुर पूर्वी दिल्ली ) को मयूर विहार पूर्वी दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपित के कब्जे से घटना में इस्तेमाल मोबाइल फोन बरामद हुआ। आरोपित उवेश अहमद (निवासी मयूर विहार पूर्वी दिल्ली) को रुद्रपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसे बी वारंट पर हरिद्वार लाया जाएगा। फरार मुख्य षडयन्त्रकर्ता गौरव नाथ (निवासी सपेरा बस्ती मयूर विहार पूर्वी दिल्ली ) की तलाश की जा रही है। नैनीताल और रुद्रपुर कोतवाली में भी इनके खिलाफ मुकदमे दर्ज हैं।
पिछले साल नासिक से जेल गया था मुख्य आरोपित
पुलिस अधीक्षक नगर पंकज गैरोला ने बताया कि मुख्य आरोपित गौरवनाथ ने पिछले साल अक्तूबर माह में खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय में सचिव बताकर विधायक से रंगदारी मांगी थी। इस मामले में नासिक से उसे जेल भेजा गया था। आरोपित ने जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद प्रियांशु, उवेश के साथ मिलकर यहां विधायकों को कॉल पैसे वसूलने की योजना बनाई थी। उसकी योजना थी कि पैसे मिलने के बाद तीनों आपस में बांट लेंगे।
Ransom demanded in name of Home Minister’s son Not only Uttarakhand but Manipur MLAs were also
गृहमंत्री के बेटे के नाम मांगी रंगदारी: नया अनावरण… उत्तराखंड ही नहीं मणिपुर के विधायकों को भी किया था फाेन
14 फरवरी को रानीपुर विधायक आदेश चौहान को कॉल कर बात करने वाले व्यक्ति ने खुद को गृहमंत्री अमित शाह का बेटा जय शाह बताया था और धमकी देते हुए पांच लाख मांगे थे। इसके अलावा रुद्रपुर और भीमताल के विधायक को भी फोन किया गया था।
गृहमंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह के नाम से फोन कर भाजपा विधायकों से पैसे मांगने के मामले में नया अपडेट सामने आया है। तीनों आरोपितों ने उत्तराखंड ही नहीं बल्कि मणिपुर के विधायकों को भी गृहमंत्री के बेटे के नाम से फोन कर ठगी करने का प्रयास किया था। दो विधायकों की तरफ से मणिपुर में मुकदमे दर्ज कराए गए। मणिपुर पुलिस ने बहादराबाद पुलिस से संपर्क साधकर ये जानकारी दी.
14 फरवरी को रानीपुर विधायक आदेश चौहान को कॉल कर बात करने वाले व्यक्ति ने खुद को गृहमंत्री अमित शाह का बेटा जय शाह बताया था और धमकी देते हुए पांच लाख मांगे थे। इसके अलावा रुद्रपुर और भीमताल के विधायक को भी फोन किया गया था। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर आरोपितों की खोजबीन शुरू कर दी थी। सोमवार को बहादराबाद पुलिस ने दिल्ली से आरोपित प्रियांशु को गिरफ्तार किया था। एक आरोपित उवेश अहमद को रुद्रपुर पुलिस ने दबोचा था। मुख्य षड्यंत्रकर्ता गौरव नाथ हत्थे नहीं चढ़ सका था।
गिरफ्तार आरोपितों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि उन्होंने मौज-मस्ती और अय्याशी के लिए भाजपा विधायकों से ठगी का प्रयास किया था। यह भी पता चला है कि आरोपितों ने उत्तराखंड के 12 विधायकों को ठगी के लिए कॉल किया था। हालांकि, अन्य नौ विधायकों के नाम अभी पता नहीं चले हैं। इसका राजफाश गिरोह के सरगना की गिरफ्तारी के बाद हो सकता है।
पुलिस के मुताबिक तीनों आरोपितों ने मिलकर 14 फरवरी को मणिपुर के विधायकों को भी फोन किया था। दो विधायकों की तरफ से मणिपुर के थानों में मुकदमे दर्ज कराए गए थे। वहां के थाना प्रभारी ने इंटरनेट पर आरोपितों की गिरफ्तारी की खबर देखने के बाद बहादराबाद थाना प्रभारी नरेश राठौड़ का नंबर लेकर उनसे बातचीत की और अपने यहां हुए इसी तरह के घटनाक्रम की जानकारी दी।
पड़ताल में पता चला कि इन्हीं तीनों आरोपितों ने मणिपुर में भी विधायकों को फोन किया था। पुलिस अधीक्षक नगर पंकज गैरोला ने बताया कि भागे मुख्य आरोपित की तलाश में टीमें छापे मार रही हैं। मणिपुर पुलिस का भी सहयोग किया जाएगा।