भारतीय जीवन बीमा निगम कहां निवेश करे,कहां नहीं?
The Washington Post द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट में यह आरोप लगाया गया कि भारतीय जीवन बीमा निगम
(LIC) ने सरकार के दबाव में अदानी समूह में लगभग 3.9 बिलियन डॉलर का निवेश किया, जबकि वस्तुतः यह दावा भ्रामक और तथ्यहीन है। LIC भारत की सबसे बड़ी संस्थागत निवेशक संस्था है, जिसका दायित्व है कि वह देश की प्रमुख कंपनियों में दीर्घकालिक और लाभकारी निवेश करे। अदानी समूह जैसे विविध क्षेत्रों में सक्रिय और लाभकारी समूह में LIC का निवेश कोई असामान्य बात नहीं है। यह निवेश पूरी तरह से उसकी आंतरिक नीति, जोखिम मूल्यांकन और ड्यू डिलिजेंस की प्रक्रिया के बाद ही किया गया। इस रिपोर्ट में यह भी स्वीकार किया गया कि निवेश का पूरा प्रोसेस नियमानुसार था, लेकिन शीर्षक और प्रस्तुति इस प्रकार दी गई जिससे झूठा भ्रम उत्पन्न हो।
आउटलुक पत्रिका ने ऐसा ही आरोप 2004 में भी लगाया था l
LIC ने स्पष्ट रूप से कहा कि उसने किसी बाहरी दबाव में आकर कोई निर्णय नहीं लिया और सभी निवेश निर्णय उसके बोर्ड की स्वीकृति से, पारदर्शिता और नीतिगत प्रक्रिया के अनुसार हुए हैं। पिछले वर्षों में अदानी समूह की कंपनियों ने अपने व्यवसायिक पोर्टफोलियो को विविध क्षेत्रों में विस्तारित किया है, जिनमें ऊर्जा, इंफ्रास्ट्रक्चर, पोर्ट्स, ट्रांसमिशन और FMCG शामिल हैं। यह स्वाभाविक है कि LIC जैसी संस्थाएं, जिनका उद्देश्य दीर्घकालिक लाभ सुनिश्चित करना है, ऐसे समूहों में निवेश करें जो स्थायित्व और विकास क्षमता दोनों प्रदान करते हैं।
वास्तव में LIC ने समय-समय पर अदानी समूह में अपने निवेश का अनुपात घटाया भी है, ताकि जोखिम संतुलन बना रहे। जब विदेशी निवेशकों ने इस अवसर को देखा, तो उन्होंने अदानी कंपनियों में निवेश बढ़ाया और इससे उन्हें उल्लेखनीय लाभ हुआ। इसका अर्थ यह नहीं कि किसी सरकारी दबाव के कारण LIC ने अपने निवेश में कोई परिवर्तन किया, बल्कि यह सामान्य निवेश चक्र का हिस्सा था।
अदानी समूह ने पिछले दो वर्षों में अपने ऋणों का पुनर्गठन, पारदर्शी लेखा-प्रक्रियाओं का पालन और अंतरराष्ट्रीय ऑडिट करवाकर यह सिद्ध किया है कि उसका व्यवसायिक ढांचा मजबूत और विश्वसनीय है। यही कारण है कि ब्लैकरॉक जैसी वैश्विक निवेश कंपनियां भी अदानी समूह के बॉन्ड्स में भारी निवेश रखती हैं। यदि विदेशी निवेशक इस समूह को स्थिर और लाभदायक मानते हैं, तो भारतीय संस्थान का विश्वास भी उचित और तर्कसंगत है।
The Washington Post की रिपोर्ट चुनाव-पूर्व माहौल में भ्रम फैलाने का प्रयास प्रतीत होती है। हकीकत यह है कि अदानी समूह भारत की आर्थिक प्रगति में योगदान देने वाला एक अग्रणी समूह है, जिसने अपने निवेशकों को लगातार लाभ दिया है। LIC और अदानी दोनों ही संस्थान नियमों, पारदर्शिता और विश्वसनीयता के प्रतीक हैं।
