भारत-अमेरिका में वीजा, निवेश,रक्षा, अंतरिक्ष, माइक्रो चिप समेत 10 बड़े समझौते
Business News10 Major Deals Signed During Pm Modi Us Visit
भारी-भरकम डिफेंस डील, मेगा चिप फैक्ट्री और नए वीजा नियम… मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान हुए ये 10 बड़े समझौते
प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान कई महत्वपर्ण डील्स हुई हैं। इनमें सेमीकंडक्टर प्लांट, रेलवे, तकनीक, ड्रोन, जेट इंजन और स्पेस सेक्टर में समझौते शामिल है। जलनरल इलेक्ट्रिक की एयरोस्पेस यूनिट ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के साथ फाइटर जेट इंजन के लिए डील की है।
हाइलाइट्स
प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान हुए कई समझौते
एयरोस्पेस ने एचएएल के साथ फाइटर जेट इंजन के लिए की डील
जनरल एटॉमिक्स एमक्यू-9 रीपर सशस्त्र ड्रोन की खरीद पर एक मेगा
नई दिल्ली 25 जून : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 3 दिवसीय अमेरिका दौरा (PM Modi US Visit) समाप्ति हो चुका और वे अभी मिश्र में हैं । इस दौरान दोनों देशों के बीच कई बड़े समझौते (Deal) हुए हैं। इनमें सेमीकंडक्टर प्लांट, रेलवे, तकनीक, ड्रोन, जेट इंजन और स्पेस सेक्टर में डील शामिल है। भारत और अमेरिका में यह समझौता हुआ है कि दोनों देश जटिल तकनीक सुरक्षित रखेंगें और आपस में बांटेंगें। इसके अलावा अमेरिकी सेमीकंडक्टर कंपनी माइक्रॉन (US Chip Company Micron) गुजरात में अपना प्लांट लगाएगी। कंपनी यहां 2.7 अरब डॉलर का निवेश करेगी। अमेरिकी दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कई कंपनियों के सीईओ के साथ भी बैठक की। उन्होंने इन कंपनियों को भारत में निवेश के लिए आमंत्रित किया। आइए जानते हैं कि प्रधानमंत्री के इस दौरे के दौरान कौन-से समझौते हुए हैं।
जीई-एचएएल डील
जलनरल इलेक्ट्रिक की एयरोस्पेस यूनिट ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के साथ डील (GE HAL Deal) की घोषणा की है। दोनों कंपनियां भारत में भारतीय वायु सेना के लिए फाइटर जेट इंजन बनाएंगी। जीई-एचएएल डील से भारत में F414 फाइटर जेट इंजन को-प्रोड्यूस होगा। यह इंजन तेजस एयरक्राफ्ट में काम आएगा।
ड्रोन
भारत और अमेरिका ने जनरल एटॉमिक्स एमक्यू-9 रीपर सशस्त्र ड्रोन की खरीद पर एक मेगा डील की घोषणा की है। एमक्यू-9 रीपर ड्रोन भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा को काफी महत्वपूर्ण है। इस ड्रोन की तैनाती हिंद महासागर और चीनी सीमा पर देश की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। लगभग 29 हजार करोड़ रुपये के इस सौदे से भारत को 30 लड़ाकू ड्रोन मिलेंगें।
व्यापार
भारत और अमेरिका दोनों मिलकर एक ग्लोबल स्प्लाई चेन और वैल्यू चेन तैयार करेंगें। इससे विपरीत वैश्विक परिस्थितियों में इकॉनोमी को कम से कम नुकसान होगा। दोनों देश विश्व व्यापार संगठन में 6 लंबित विवादों को समाप्त करने पर सहमत हुए हैं। भारत भी अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा उपायों सेक्शन 232 के जवाब में लगाए गए प्रतिशोधी टैरिफ हटाने पर सहमत हुआ है।
खनिज
भारत मिनरल्स सिक्योरिटी पार्टनरशिप (MSP) में शामिल हुआ है। यह महत्वपूर्ण एनर्जी मिनरल्स सप्लाई चेन्स बनाने को अमेरिका के नेतृत्व वाली साझेदारी है। भारत इसमें यूरोपीय संघ सहित 12 दूसरे पार्टनर देशों को जॉइन करेगा।
सोलर पावर इन्वेस्टमेंट
भारतीय सौर पैनल निर्माता विक्रम सोलर लिमिटेड (VIKO.NS) समर्थित एक नए उद्यम ने गुरुवार को कहा कि वह अमेरिकी सौर ऊर्जा आपूर्ति श्रृंखला में 1.5 अरब डॉलर तक का निवेश करेगा। इसकी शुरुआत अगले साल कोलोराडो में एक कारखाने से होगी। नवगठित कंपनी वीएसके एनर्जी एलएलसी चीन के साथ प्रतिस्पर्धा करने को क्लीन एनर्जी मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर के निर्माण में अमेरिका की मदद करेगी।
भारतीय रेलवे
भारतीय रेलवे ने यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट/इंडिया (USAID/India) के साथ एक MoU साइन किया है। इसके अलावा क्लीन एनर्जी और ऊर्जा दक्षता समाधानों पर USAID/India के साथ सहयोग की परिकल्पना हुई है। इसके अलावा मिशन नेट जीरो कार्बन उत्सर्जन के टार्गेट को हासिल करने को रेलवे के कार्बन फुटप्रिंट्स को कम करने का प्रयास किया गया है।
iCET
अमेरिका और भारत के बीच जटिल तकनीक सुरक्षित रखने और इन्हें आपस में बांटने को लेकर डील हुई है। इसके अलावा इनिशिएटिव ऑन क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी (iCET) की शुरुआत भी की गई है।
अंतरिक्ष
प्रधानमंत्री मोदी के अमेरिका दौरे के दौरान अर्टेमिस एकॉर्ड्स समझौते पर भी मुहर लगी है। यह समान विचारधारा वाले देशों को नागरिक अंतरिक्ष खोज के मुद्दे पर एक साथ लाता है। नासा और इसरो दोनों साल 2024 में इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए एक जॉइंट ऑपरेशन पर सहमत हुए हैं। इससे दोनों देशों के बीच अंतरिक्ष सहयोग बढ़ेगा।
एडवांस कंप्यूटिंग
भारत और अमेरिका ने दोनों देशों में पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर के बीच जॉइंट रिसर्च की सुविधा के लिए एक संयुक्त भारत-अमेरिका क्वांटम समन्वय तंत्र स्थापित किया है। उन्होंने एआई एडवांस वायरलेस और क्वांटम तकनीक पर एक नई कार्यान्वयन व्यवस्था पर भी हस्ताक्षर किए हैं।
वीजा
बाइडन प्रशासन ने कहा कि वह भारतीयों के लिए अमेरिका में रहना और यहां काम करना आसान बनाएगा। एक सूत्र ने बताया कि यूएस विदेश मंत्रालय जल्द ही यह घोषणा कर सकता है कि H-1B visa पर कुछ भारतीय और अन्य विदेशी कर्मचारी विदेश गए बिना अपने वीजा को रिन्यू करा सकते हैं।