भूमि कब्जाने में उद्यमी सुधीर बिन्दलास समेत पांच गिरफ्तार

जमीन कब्जाने के मामले में उद्योगपति सुधीर विंडलास सहित पांच गिरफ्तार, सरकारी जमीन पर कब्जे का भी आरोप
इसी कड़ी में 25 जनवरी 2022 को दून पैरामेडिकल कालेज के मालिक संजय सिंह चौधरी की शिकायत पर राजपुर थाने में चौथा मुकदमा दर्ज किया गया जिसमें सुधीर के साथ उनके भाई प्रदीप विंडलास को भी आरोपित बनाया गया। इन मामलों में सीबीआइ सुधीर और उनके साथियों को काफी समय से तलाश रही थी। गुरुवार को सुधीर और उनके सहयोगी रवि दयाल समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया।

देहरादून 21 दिसंबर: जमीन कब्जाने के मामले में सीबीआइ ने उद्योगपति सुधीर विंडलास सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। सुधीर विंडलास व अन्य आरोपितों पर एक परियोजना की आड़ में आसपास की सरकारी व निजी भूमि कब्जाने का आरोप है। आरोपितों के विरुद्ध चार मुकदमे दर्ज हैं। इन मुकदमों में नामजद अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी भी सीबीआइ जल्द कर सकती है।
उद्योगपति सुधीर विंडलास व उनके सहयोगियों के विरुद्ध राजपुर थाने में जमीन पर कब्जा करने और धोखाधड़ी से बेचने के चार मुकदमे दर्ज हैं। इनमें से एक मुकदमा वर्ष 2018 में और बाकी के तीन वर्ष 2022 में दर्ज हुए। सुधीर के विरुद्ध सबसे पहले दुर्गेश गौतम निवासी राजपुर ने वर्ष 2018 में पुलिस की एसआइटी (भूमि) से शिकायत की थी।
दुर्गेश का आरोप था कि सुधीर और उनके साथियों ने राजपुर में करीब एक हेक्टेयर सरकारी भूमि पर कब्जा कर लिया है। इसमें कुछ तहसील कर्मचारियों की मिलीभगत का आरोप भी था। एसआइटी की जांच के बाद मामले में 14 फरवरी 2018 को राजपुर थाने में सुधीर व अन्य के खिलाफ जालसाजी के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया था।

इसके बाद वर्ष 2022 में दून पैरामेडिकल कालेज के मालिक संजय सिंह चौधरी ने आरोप लगाया कि सुधीर ने अपने स्टाफ के साथ मिलकर जोहड़ी गांव स्थित उनकी जमीन को फर्जी दस्तावेज बनाकर बेच दिया है। यह आरोप भी लगाया कि न्यायालय में झूठे प्रमाण पत्र लगाकर जमीन बिक्री के करार को एकतरफा खत्म करा दिया गया।

इस मामले में नौ जनवरी 2022 को राजपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। सुधीर के विरुद्ध तीसरा मुकदमा 13 जनवरी 2022 को सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट कर्नल सोबन सिंह दानू की शिकायत पर दर्ज हुआ। राजपुर थाने में दर्ज इस मुकदमे में सुधीर पर सोबन सिंह दानू को सरकार की ओर से जोहड़ी गांव में आवंटित भूमि कब्जाने का आरोप है।

इसी कड़ी में 25 जनवरी 2022 को दून पैरामेडिकल कालेज के मालिक संजय सिंह चौधरी की शिकायत पर राजपुर थाने में चौथा मुकदमा दर्ज किया गया, जिसमें सुधीर के साथ उनके भाई प्रदीप विंडलास को भी आरोपित बनाया गया। इन मामलों में सीबीआइ सुधीर और उनके साथियों को काफी समय से तलाश रही थी। गुरुवार को सुधीर और उनके सहयोगी रवि दयाल समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया।

पुलिस ने नहीं की कार्रवाई तो सीबीआइ को ट्रांसफर हुए मुकदमे

राजपुर थाने में सुधीर विंडलास पर दर्ज मुकदमों की जांच जिला पुलिस कर रही थी। इस बीच शिकायतकर्ता संजय सिंह चौधरी ने पुलिस पर मामलों में कोई कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए प्रदेश सरकार से आग्रह किया कि मुकदमों की जांच सीबीआइ से कराई जाए।

इस पर 11 अक्टूबर 2022 को सरकार ने सुधीर विंडलास पर दर्ज सभी मुकदमों की जांच सीबीआइ से कराने की संस्तुति की। इसके बाद चारों मुकदमे सीबीआइ की एंटी करप्शन शाखा देहरादून को ट्रांसफर कर दिए गए।

CBI arrested four people including industrialist Sudhir Windlass
Reactions

-राजपुर में बेशकीमती जमीन को जालसाजी कर बेचने का है आरोप
-इस साल सीबीआई को हुई थी जांच ट्रांसफर
-जनवरी 2022 में राजपुर थाने में दर्ज किए गए थे तीन मुकदमे
उद्योगपति सुधीर विंडलास पर राजपुर में बेशकीमती जमीनों का धोखाधड़ी कर एक अन्य कारोबारी को बेचने का आरोप है। इस साल की शुरुआत में सरकार की संस्तुति पर सीबीआई ने विंडलास समेत 20 लोगों के खिलाफ चार मुकदमे दर्ज किए थे। इन चारों आरोपितों की गिरफ्तारी की सीबीआई के अधिकारियों ने पुष्टि की है। आरोपितों को शुक्रवार सुबह सीबीआई स्पेशल कोर्ट में पेश किया जाएगा। गौरतलब है कि जनवरी 2022 में देहरादून के एक कारोबारी ने राजपुर थाने में सुधीर विंडलास और उनके परिजनों व कर्मचारियों के खिलाफ दो मुकदमे कराए थे। आरोप था कि विंडलास ने जमीनों के फर्जी दस्तावेज बनाकर उन्हें बेचा है। इसमें कई मृत लोगों को भी जिंदा दर्शाया गया था। जिनके स्थान पर अपने कर्मचारियों व साथियों को खड़ा किया गया था। इसके बाद एक मुकदमा पूर्व सैन्य अधिकारी ने दर्ज कराया।
विंडलास पर इनकी जमीन हथियाने का भी आरोप है, उद्योगपति विंडलास के खिलाफ 2018 में इसी तरह का एक मुकदमा दर्ज किया गया था। शुरूआत में इन सभी मुकदमों की जांच जिला पुलिस ने की। लेकिन पीड़ित पक्ष जिला पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं हुआ। इसके बाद पीड़ित पक्ष ने सरकार से सीबीआई से जांच कराने की मांग की थी। सरकार ने गहन विचार कर इन मुकदमों को सीबीआई को ट्रांसफर करने की संस्तुति कर दी थी। सरकार की संस्तुति के बाद सीबीआई की एंटी करप्शन शाखा देहरादून में चार मुकदमे सुधीर विंडलास समेत 20 लोगों के खिलाफ दर्ज किए। जांच के दौरान सीबीआई ने उनके घर, ठिकानों और संस्थान पर भी छापे मारे। इसी बीच बृहस्पतिवार शाम को उद्योगपति सुधीर विंडलास, रवि दयाल व दो अन्य को गिरफ्तार कर लिया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *