महाकुंभ में अफवाह फैलाने में 14 सोशल मीडिया एकाउंट पर मुक़दमा
प्रयागराज: महाकुंभ को लेकर गलत खबरें फैलाने वाले 14 सोशल मीडिया अकाउंट्स पर FIR
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक पुराना वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें झारखंड के धनबाद में 1 जनवरी 2025 को हुई लाठीचार्ज की घटना दिखाई गई थी. लेकिन इसे प्रयागराज महाकुंभ का बताकर यह अफवाह फैलाई
प्रयागराज, 09 फरवरी 2025.उत्तर प्रदेश सरकार ने महाकुंभ 2025 को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर भ्रामक खबरें फैलाने वाले 14 अकाउंट्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है. राज्य सरकार की ओर से रविवार को जारी आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई.
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक पुराना वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें झारखंड के धनबाद में 1 जनवरी 2025 को हुई लाठीचार्ज की घटना दिखाई गई थी. लेकिन इसे प्रयागराज महाकुंभ का बताकर यह अफवाह फैलाई गई कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने लापता रिश्तेदारों की तलाश कर रहे श्रद्धालुओं पर बर्बर लाठीचार्ज किया.
सरकार ने की सख्ती
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (DGP) प्रशांत कुमार के निर्देश पर सोशल मीडिया की सख्ती से निगरानी की जा रही है. जांच के बाद यह पुष्टि हुई कि यह वीडियो प्रयागराज का नहीं बल्कि धनबाद, झारखंड का था. कुंभ मेला पुलिस ने भी अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट्स से इसका खंडन किया और असली फैक्ट सामने रखे. सरकार ने इसे सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाकर पुलिस और प्रशासन की छवि खराब करने और जनता में भ्रम फैलाने की साजिश बताया है.
FIR दर्ज, होगी कार्रवाई
सरकार ने इस मामले में कोतवाली कुंभ मेला थाना में 14 सोशल मीडिया अकाउंट्स के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है और आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है. उत्तर प्रदेश प्रशासन ने साफ कर दिया है कि महाकुंभ 2025 से जुड़ी किसी भी तरह की झूठी या भ्रामक खबर फैलाने वालों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.महाकुंभ में अफवाह फैलाने वाले 14 एक्स अकाउंट पर केस:झारखंड का वीडियो पोस्ट कर लिखा, योगी की पुलिस श्रद्धालुओं की पिटाई कर
महाकुंभ को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर गलत जानकारी, वीडियो, फोटो अपलोड करने वालों पर कार्रवाई तेज हो गई। सोशल मीडिया प्लेटफार्मों की निगरानी में लगी पुलिस टीमें जांच के बाद एफआईआर कर रही हैं।
पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश प्रशान्त कुमार के निर्देशन में भ्रामक पोस्ट एवं अफवाह फैलाने वालों को लगातार चिह्नित कर उनके विरुद्ध कार्रवाई हो रही है।
सोशल मीडिया टीम के मुताबिक, मॉनिटरिंग के दौरान संज्ञान में आया कि कई एक्स (ट्विटर) अकाउंट से धनबाद, झारखण्ड के वीडियो को भ्रामक रूप से महाकुंभ प्रयागराज का बताकर यह अफवाह फैलाई जा रही है कि “महाकुंभ, प्रयागराज में अपने गुमशुदा परिजन की तलाश करने वाले श्रद्धालुओं को योगी की पुलिस पीट रही है।”
इस वीडियो का Fact Check करने पर यह धनबाद झारखण्ड में वहां की पुलिस का मिला। 01 जनवरी 2025 को हुई लाठीचार्ज की घटना से सम्बन्धित होना पाया गया।
उप्र पुलिस और प्रदेश सरकार की छवि धूमिल करने एवं आम जनमानस के मन में सरकार के प्रति विद्वेष फैलाने का प्रयास करने वाले 14 एक्स (ट्विटर) अकाउंट को चिन्हित करके उनके विरुद्ध कोतवाली कुम्भ मेला में अभियोग पंजीकृत कराते हुए विधिक कार्रवाई की जा रही है।
ये हैं 14 एक्स (ट्विटर) अकाउंट
1- Sanjay Kalyan (@sanjaykalyan_)
2- किरण पट्टनायक (@kiran_patniak)
3- Mahfooz Hasan (@MahfoozHasan16)
4- R.N SONU ANSARI (@RNSONUANSARI1)
5- बोलता बहुजन (@BoltaBahujan_)
6- Zuber Khan (@ZuberKh14482101)
7- शुभम कोरी- (@D9cqyCj2Rd8zP3d)
8- Satyapal Arora (@JanAwaaz3)
9- Naveen Mishra (@NaveenM96466923)
10- Ghanshyam Kumar(G.K.Bhartiya) (@gkbhartiya1992)
11- लोकशाही मैं गुलाम (@india141951)
12- DHARMESH SINGH (@dharmeshkumar37)
13- Md Zubair Akhtar (@zubairakhtar_)
14-Anand Kamble(AKamble@72444
महाकुंभ को लेकर भ्रामक वीडियो डाल रहे थे भाजपा के पूर्व MLA, अफवाह उड़ाने के मामले में पुलिस ने लपेट दिया
बांदा की तिंदवारी सीट से भाजपा के पूर्व विधायक बृजेश कुमार प्रजापति ने सोशल मीडिया पर महाकुंभ को लेकर कुछ ऐसा दावा किया, जिसके बाद अब वह फंस गए हैं.
प्रयागराज महाकुंभ को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस अलर्ट पर है. सोशल मीडिया पर भी पैनी नजर रखी जा रही है. महाकुंभ को लेकर भ्रमक जानकारी फैलानों वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है. इसी बीच भाजपा के पूर्व विधायक के खिलाफ भी अब पुलिस ने कार्रवाई की
बता दें कि बांदा की तिंदवारी सीट से भाजपा के पूर्व विधायक बृजेश कुमार प्रजापति ने सोशल मीडिया पर महाकुंभ को लेकर बेतुका दावा किया जिसमें अब वह फंस गए हैं. उन्होंने नेपाल की एक घटना की वीडियो प्रयागराज महाकुंभ की बताकर अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट की थी. अब इसी को लेकर पुलिस ने उनके खिलाफ आईटी एक्ट में मुकदमा लिखा है.
क्या पोस्ट किया था?
भाजपा के पूर्व विधायक बृजेश कुमार प्रजापति ने नेपाल के वीडियो को प्रयागराज का वीडियो बताकर कर एक साथ तीन शव निकालने के वीडियो और फोटो पोस्ट किए थे. पोस्ट में दावा किया गया था कि एक ही परिवार के 3 लोगों की भगदड़ में जान चली गई. मगर ये वीडियो नेपाल की पुरानी दुर्घटना का था.
कुंभ मेला पुलिस ने सोशल मीडिया पर नेपाल के पुराने वीडियो को प्रयागराज महाकुंभ का बताकर पोस्ट करने के आरोप में भाजपा के पूर्व विधायक बृजेश कुमार प्रजापति पर मुकदमा लिख लिया है.
भाजपा छोड़ स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ थे
बता दें कि बृजेश कुमार प्रजापति ने साल 2022 में भाजपा छोड़ दी थी. इस दौरान वह स्वामी प्रसाद मौर्य के खेमे में चले गए थे और उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ समाजवादी पार्टी ज्वाइंन कर ली थी. फिलहाल अब वह स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ जुड़े हुए हैं.
सोशल मीडिया पर गलत जानकारी फैलाने वालों पर प्रशासन सख्त रुख अपना रहा है. सरकार लगातार डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की निगरानी कर रही है ताकि महाकुंभ जैसे बड़े आयोजन को लेकर किसी तरह की अफवाह न फैले.
महाकुंभ 26 फरवरी तक चलेगा. महाकुंभ का आयोजन हर 12 साल में एक बार होता है. यह देश के 4 जगहों पर ही लगता है.