लव जिहाद: कब्र से निकलवा कर मौत की वजह जानना चाहते हैं नीलम के पिता

 

Love jihad: पिता का आरोप तब्बू बनकर शादी की, बाद में बनाया तालिब, लड़की ने खाया जहर

छतरपुर मे सिविल लाईन थाना क्षेत्र के एक पिता ने अपनी बेटी के ससुराल वालों पर लव जिहाद करने के बाद हत्या का आरोप लगाया है.

झांसी: लव जिहाद का शिकार हुई नीलम से अफरोज बनी महिला की संदिग्ध हालत में मौत, 11 दिन बाद कब्र से निकाला गया शव

झांसी 16 जुलाई।उत्तर प्रदेश के झांसी (Jhansi) में कथित लव जिहाद (Love Jihad) मामले में पीड़िता युवती की संदिग्ध परिस्थितियों में जान चली गई. मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस ने कब्र में दफन उसके शव को खोदकर बाहर निकाला है. पुलिस को अब शव की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार है. बता दें कि अफरोज बेगम (Afroz Begum) बनी नीलम अहिरवार (Neelam Ahirwar) ने कुछ दिनों पहले जहर खा लिया था. उसकी झांसी मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गई थी. मामले में पीड़िता के पिता ने आरोपित और उसके परिजनों पर लव जिहाद और हत्या का आरोप लगाया हैं.

नाबालिग को प्रेमजाल में फंसाया, फिर निकाह

दरअसल, मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के सिविल लाइन इलाके की रहने वाली नीलम अहिरवार को चार साल पहले छतरपुर जिले के सिविल लाइन क्षेत्र के रहने वाले तब्बू उर्फ तालिब खान बहला फुसलाकर भगा ले गया था. इस वक्त नीलम नाबालिग थी. पुलिस ने तालिब के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लड़की को बरामद कर लिया था. पुलिस ने नीलम को सौंपना चाहा लेकिन बेटी के कृत्य से झुब्ध पिता किशोरीलाल ने उसे अपनाने से मना कर दिया. इसके बाद लड़की कुछ दिन आश्रय गृह में रही और वहां से निकलने के बाद तब्बू उर्फ तालिब के साथ रहने लगी. तालिब ने नीलम से निकाह कर लिया और उसका नाम बदलकर अफरोज बेगम रख दिया.

जबरन मांस खिलाया, कलमा पढ़ने को किया मजबूर

जुलाई 2021 के पहले सप्ताह में किशोरी लाल ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर शिकायती पत्र देकर बताया कि उनकी बेटी ने उन्हें फोन कर बताया है कि ससुरालीजन उसे प्रताड़ित कर रहे हैं. उससे जबरन कलमा फढ़वाया जा रहा है, और मांस खाने को मजबूर किया जा रहा है. पिता के मुताबिक लड़की खुद को बचाने की गुहार लगा रही थी. जब पिता ने बेटी के ससुराल जाकर उससे मिलना चाहा तो ससुरालीजनों ने उसे मिलने नहीं दिया और वापस भगा दिया.

ससुरालीजनों ने चुपके से दफना दिया शव

इसके बाद 6 जुलाई को नीलम उर्फ अफरोज ने छतरपुर में जहर खा लिया था. गंभीर हालत में नीलम अहिरवार को ससुराल वालों ने इलाज के लिए झांसी मेडिकल कॉलेज भर्ती कराया था. इलाज के दौरान नीलम उर्फ अफरोज की मौत हो गई थी. ससुरालवालों ने इसके बाद उसके शव को पुलिस को बिना सूचना दिए झांसी के प्रेम नगर थाना क्षेत्र के एक कब्रिस्तान में दफना दिया था. नीलम के पिता ने मामले में ससुरालवालों पर बेटी को जहर देकर हत्या करने की शिकायत मध्य प्रदेश की छतरपुर पुलिस से की थी. इसके बाद छतरपुर पुलिस ने झांसी पुलिस और जिला प्रशासन से सम्पर्क कर नीलम उर्फ अफरोज के शव को कब्र से बाहर निकालकर पोस्टमार्टम कराये जाने की बात की. झांसी जिला प्रशासन की अनुमति के बाद अब कार्यपालक मजिस्ट्रेट, छतरपुर पुलिस की मौजूदगी में नीलम अहिरवार का शव कब्र से निकाला.


पुलिस को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतज़ार

इस मामले में छतरपुर पुलिस के सीओ लोकेंद्र सिंह का कहना है कि मृतका के पिता की लिखित शिकायत के आधार पर झांसी जिला प्रशासन से संपर्क करके अफरोज उर्फ नीलम का शव कब्र खोदकर पोस्टमार्टम के लिए बाहर निकाला गया है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद जो भी कारण सामने आएगा, उसके आधार पर आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

पिता का आरोप है कि उसकी बेटी की शादी हिंदू नाम रखकर तब्बू ने की थी, लेकिन वह बाद में वह तालिब निकला. उसका पूरा परिवार मुस्लिम है. जो लव जिहाद है. उनका आरोप है इसी वजह से उनकी बेटी की हत्या इन लोगों ने कर दी है.

हिंदूवादी संगठन सामने आया

वहीं लव जिहाद का मामला सामने आते ही हिंदूवादी संगठन सामने आ गये. पहली बार जिला प्रभारी मंत्री बनकर आये ओमप्रकाश सकलेचा को ज्ञापन देने आये. हिंदूवादी संगठन ने इस मामले को गंभीरता से प्रशासन को न लेने पर प्रभारी मंत्री के खिलाफ नारेबाजी कर वापिस जाओ के नारे लगाये.

लव जिहाद नहीं हुआ है

वहीं इस मामले को एसपी सचिन शर्मा का कहना हैं कि इस मामले को लव जिहाद मानने को तैयार नहीं है. उनका कहना हैं कि वह जांच कर रहे है. वैसे युवती की मौत जहरीला पदार्थ खाने से झांसी में हुई है, फिर भी वह जांच कर रहे है

 

विवाहिता की मौत व उसे कब्रिस्तान में दफन करने के बाद युवती के परिजनों की शिकायत पर छतरपुर पुलिस दो दिन से झांसी में डेरा डाले रही। युवती ने मुस्लिम युवक से प्रेम विवाह किया था। हालत बिगड़ने पर ससुराल वालों ने झांसी में उसका इलाज कराया, जहां उसकी मौत हो गई।

5 जुलाई को युवती को ससुराल वालों ने प्राइवेट व मेडिकल कालेज में भर्ती कराया। मौत के बाद  ससुराल वाले युवती को छतरपुर न ले जाकर झांसी के प्रेमनगर थाना क्षेत्र में रहने वाले रिश्तेदार की मदद से ईदगाह कब्रिस्तान में दफन कर दिया। इसकी जानकारी जब युवती के परिजनों को हुई तो उन्होंने ससुराल वालों पर जहर देकर मारने का आरोप लगा  शिकायत छतरपुर सिविल लाइन पुलिस में दर्ज कराई। छतरपुर पुलिस झांसी आई और इस मामले में छानबीन करते हुये प्रेमनगर पुलिस से बात की।

एमपी पुलिस की माने तो युवती ने जहर खाया था, तो उसका पोस्टमार्टम कराये बिना कैसे दफना दिया गया? जब युवती व युवक दोनों छतरपुर के रहने वाले है तो फिर उसे छतरपुर की जगह झांसी में ही क्यों दफनाया? युवती को दफन करने से पहले इसकी जानकारी मायके पक्ष को क्यों नही दी गई? ऐसे कई सवाल युवती के परिजनों द्वारा उठाये जाने के बाद छतरपुर पुलिस झांसी पहुंची।

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