लुलु मॉल में नमाज पढ़ने पर चार हिरासत में, चार हनुमान चालीसा में

लुलु मॉल में नमाज पढ़ने वालों पर एक्शन:4 लड़के हिरासत में; अबू धाबी से टॉप मैजमेंट को कंट्रोवर्सी संभालने का आया मैसेज
लखनऊ

लखनऊ के लुलु मॉल में नमाज पढ़ने वालों तक पुलिस पहुंच गई है। मंगलवार को 4 लड़के हिरासत में लिए गए हैं। इनमें एक सीतापुर का रहने वाला है। पार्किंग और मॉल के अंदर मिले CCTV फुटेज के जरिए इनकी पहचान हुई है। पुलिस ने इनके नाम अभी ओपन नहीं किए हैं। पुलिस इनकी कॉल डिटेल, सर्विलांस लोकेशन यानी घटना के वक्त उनकी मौजूदगी का पता लगा रही है।

उधर, कंट्रोवर्सी को कंट्रोल करने के लिए अबू धाबी हेड ऑफिस को आगे आना पड़ा है। हेड ऑफिस से आदेश आने के बाद जीएम ऑपरेशन्स समीर वर्मा की जगह रीजनल डायरेक्टर जयकुमार गंगाधर ने कमान संभाली। वह लुलु मॉल के यूपी टॉप मैनेजमेंट के सबसे सीनियर अफसर हैं। उनकी देख-रेख में यूपी के सभी प्रोजेक्ट्स हैं। इनमें वाराणसी और कानपुर के बनने वाले मॉल के अलावा NCR-नोएडा की प्लानिंग भी शामिल है।

लुलु मॉल के विवाद पर पहली बार मुुख्यमंत्री योगी बोले। उन्होंने कहा, “माहौल खराब करने की कोशिश हो रही है। अराजकता फैलाने पर कड़ी कार्रवाई होगी। सड़कों और सार्वजनिक स्थानों पर किसी प्रकार के धार्मिक आयोजन नहीं होंगे।”

रविवार को फूड कोर्ट में उमड़ी भारी भीड़। आसपास के जिलों से भी लोग पहुंच रहे हैं।

खुलते ही शुरू हुए विवाद, फिर भी आए 7 लाख लोग
10 जुलाई को उद्घाटन करने खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंचे। मॉल के मालिक यूसुफ अली ने खुद गोल्फ-कार्ट में ड्राइव कर योगी को घुमाया। मगर, दो दिन बाद ही मॉल में नमाज पढ़ने का वीडियो वायरल हो गया और विवाद खड़ा हो गया। हिंदू संगठनों ने विरोध जताया। हनुमान चालीसा पढ़ी। इसके बाद कई तरह की अफवाहें फैली। इनमें कर्मचारियों की मजहबी प्रोफाइलिंग से लेकर उनके रेशियो तक की बात हुई।

इसके बावजूद इस मॉल में लोगों के आने का सिलसिला जोरों से चला। 11 जुलाई को मॉल पब्लिक के लिए खोला गया था। अब तक 7 लाख से ज्यादा लोग मॉल घूमने आ चुके हैं। सिर्फ वीकेंड यानी शनिवार-रविवार को ही ढाई लाख लोग लुलु मॉल पहुंचे। भारी भीड़ के चलते रविवार को दोपहर में ही पार्किंग फुल हो गई। पहले सप्ताह यूनीक्लो शोरूम का उद्घाटन करने फिल्म एक्ट्रेस कीर्ति खरबंदा भी आईं।

मॉल का फंचुरा नाम वाला एक हिस्सा भी लोगों के आकर्षण का केंद्र बना है। यहां अपने बच्चों के साथ लोग पहुंच रहे हैं।

30 करोड़ से ज्यादा की हुई खरीदारी

पिछले 7 दिनों में मॉल आए लोगों ने 30 करोड़ से ज्यादा की खरीदारी कर डाली है। यहां PR का काम देखने वाले एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि सबसे ज्यादा फूड सेक्शन में बिक्री हो रही है। उसके बाद लुलु के खुद के सुपर मॉल में लोग खरीदारी कर रहे हैं।

बड़ी खरीदारी करने वालों का कहना है कि वे लोग बिहार समेत अन्य राज्यों से आ रहे हैं। इतनी दूर से आने के बाद बिना खरीदारी के वापस जाना ठीक नहीं लग रहा है। बिहार के भागलपुर से लखनऊ आए नवनीत कुमार कहते हैं कि मॉल बहुत खूबसूरत है। आम लोगों के मनोरंजन के लिए यह अच्छी जगह है।

इसके अलावा यहां 15 स्क्रीन का सिनेमा हॉल भी खुलना है। मगर, कोविड-19 के बाद सिनेमा इंडस्ट्री की खराब स्थिति को देखते हुए इस को 6 महीने के लिए टाल दिया गया है। अब 15 की जगह PVR 10 या 11 स्क्रीन का अपना मल्टीप्लेक्स शुरू करेगा।

बॉयकॉट लुलु मॉल के पोस्टर लगी गाड़ी। पुलिस ने इसे मॉल तक पहुंचने से पहले ही रोक लिया।

करीब 3500 एम्प्लॉई हैं लुलु मॉल में

लुलु मॉल में अभी करीब 3 हजार 500 एम्प्लॉइ हैं। अकेले इसके हाइपर मार्केट में ही 1200 लोग काम कर रहे हैं। इसके अलावा लुलु कनेक्ट और लुलु फैशन मार्ट के शोरूम में भी एम्प्लॉई हैं। साथ ही मॉल का मैनेजमेंट देखने वाली टीम भी है। इसमें मैनेजमेंट लेवल से लेकर स्टॉफ वर्कर शामिल हैं। इसमें ज्यादातर स्टॉफ उत्तर प्रदेश से है। प्रदेश से बाहर के स्टॉफ की संख्या 100 के अंदर है। लखनऊ के लुलु मॉल में 80% वर्कर मुस्लिम नहीं, बल्कि हिंदू हैं। यह बात मॉल के रीजनल डायरेक्टर जयकुमार गंगाधर ने कही।

10 जुलाई को सीएम योगी आदित्यनाथ ने लुलु मॉल का उद्घाटन किया था।

आइए अब आपको बताते हैं लुलु मॉल को लेकर शुरू हुए विवादों के बारे में…

जितना बड़ा मॉल खुला, उतने ही बड़े विवाद भी हुए। सबसे पहले 13 जुलाई को लुलु मॉल में नमाज पढ़ने का वीडियो वायरल हुआ। इसके बाद हनुमान चालीसा पढ़ी गई। इसी बीच 80% मुस्लिम और 20% हिंदू कर्मचारी होने का आरोप लगाकर मॉल का बॉयकॉट करने की अपील की जाने लगी। सोशल मीडिया पर इसको लेकर बयानबाजी आने लगी। हैशटैग लुलु मॉल ट्रेंड करने लगा।

रविवार को करणी सेना के कार्यकर्ता तीन गाड़ियों पर मॉल के बॉयकॉट का पोस्टर लगाकर निकले। हालांकि पुलिस ने इन्हें मॉल तक पहुंचने से पहले ही रोक लिया।

मॉल में हर दिन 1 लाख से ज्यादा लोग आ रहे हैं, जिससे यहां की पार्किंग भी फुल हो जा रही है।

अब तक 4 लोगों की हो चुकी है गिरफ्तारी, DCP और थाना प्रभारी हटाए गए

मॉल परिसर में धार्मिक क्रिया कलाप के संबंध में पुलिस अब तक 4 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। थाना सुशांत गोल्फ सिटी की टीम ने इन्हें गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया है। अरेस्ट होने वालों में सरोज नाथ योगी, कृष्ण कुमार पाठक, गौरव गोस्वामी और अरशद अली शामिल है। इसके अलावा शासन ने थाना प्रभारी गोल्फ सिटी के एसएचओ अजय प्रताप सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया। साथ ही DCP साउथ जोन गोपाल चौधरी का तबादला कर दिया गया।

लुलु मॉल के हर फ्लोर पर भीड़ दिख रही है। यहां हर दिन 1 लाख से ज्यादा लोग आ रहे हैं।

जानिए, मॉल के उद्घाटन से लेकर अब तक क्या-क्या हुआ

10 जुलाई : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ सुशांत गोल्फ से लुलु मॉल का उद्घाटन किया था।
11 जुलाई : मॉल आम पब्लिक के लिए खुला, 1 लाख से ज्यादा लोग पहुंचे।
13 जुलाई : मॉल परिसर में नमाज पढ़ने का वीडियो वायरल हुआ, इसके बाद से ही विवाद शुरू हुआ।
14 जुलाई : वीडियो वायरल होते ही हिंदू महासभा के शिशिर चतुर्वेदी ने मॉल में सुंदरकांड पाठ करने का ऐलान किया।
15 जुलाई : पुलिस के साथ मॉल प्रशासन के बड़े अफसर हिंदू महासभा के नेता के घर पहुंचे और उन्हें मॉल में आकर किसी प्रकार के प्रदर्शन न करने की अपील की। मॉल प्रशासन ने सुशांत गोल्फ सिटी में नमाज पढ़ने वालों खिलाफ FIR दर्ज करवाई। शिशिर मान गए और इस बीच कुछ दिनों तक विवाद में ठंडा पड़ने के उम्मीद है।
16 जुलाई : हिंदू महासभा संगठन के बाद तमाम लोगों की विवाद में एंट्री हुई। करणी सेना संगठन ने मॉल में हनुमान चालीसा पाठ करने का ऐलान किया था जिस पर पुलिस ने संगठन के सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेजा।
17 जुलाई : विवाद बढ़ने के बाद मॉल प्रशासन ने एम्प्लॉई के धर्म पर बयान जारी कर दिया। कहा कि मॉल में 80% से ज्यादा हिंदू वर्कर हैं। मुस्लिम, क्रिश्चियन, सिख समेत अन्य धर्म के लोग 20% हैं।

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