लोगों में गुस्सा पर ध्रुव राठी कर रहे लाल सिंह चड्ढा का प्रोपेगंडा

लाल सिंह चड्ढा फिल्म को लेकर लोगों में हैं गुस्सा तो वहीं उसे लेकर अब प्रोपोगैंडा भी हो रहे है और मीडिया का खेल जारी है

आमिर खान की बहुप्रतीक्षित फिल्म लाल सिंह चड्ढा, 11 अगस्त को अंतत: रिलीज होने ही जा रही है। इस फिल्म का काफी समय से इंतज़ार हो रहा था, क्योंकि एक बड़ा वर्ग है जो इस फिल्म का बॉयकाट कर रहा है तो वहीं आमिर खान के प्रशंसक एवं कथित सेक्युलर वर्ग इस फिल्म की प्रतीक्षा में है। पहले आमिर खान ने लोगों से अपील की थी कि वह उनकी फिल्म का बॉयकाट न करें, परन्तु अब फिल्म को लेकर प्रमोशन को लेकर सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग का सहारा लिया जा रहा है और फेसबुक पर कई पेज ऐसे बन गए हैं, जो आमिर खान की फिल्म के बहाने हिन्दुओं को ट्रोलर या हेटर कह रहे हैं।

ध्रुव राठी जैसों की सहायता लेकर लोगों को और चिढ़ा रहे हैं, वैसे ध्रुव राठी जैसे लोग इसका प्रमोशन करने के लिए आ गए हैं:

FIRST DAY FIRST SHOW OF LAL SINGH CHADDHA, ADVANCE BOOKING DONE ✅

MY EXPECTATIONS ARE VERY HIGH BECAUSE 3 IDIOTS, PK AND DANGAL ARE ALL TIME FAVORITE FILMS. HOPE THIS ONE IS JUST AS AMAZING!

— Dhruv Rathee (@dhruv_rathee) August 8, 2022
फिर भी यह लोग यह बताने में असमर्थ हैं कि कथित हेटर्स के दिल में इतनी घृणा या चिढ क्यों है? दरअसल इसी प्रश्न से बचने के लिए अब मानसिक खेल खेला जा रहा है और यह कहा जा रहा है कि फिल्म में कई लोगों की मेहनत होती है, इसलिए बॉयकाट क्यों किया जाए? परन्तु लोगों के दिल में इस फिल्म को लेकर मोह उत्पन्न नहीं हो पा रहा है और यही कारण है कि लोग अब एडवांस बुकिंग में भी घोटाले का आरोप लगा रहे हैं!

वहीं कुछ लोग तो ऐसे हैं जो अपने व्यक्तिगत खर्च पर लोगों को बॉयकाट के लिए जागरूक कर रहे हैं:

LISTEN TO HIM & SHARE 🔥#BOYCOTTLAALSINGHCHADDHA PIC.TWITTER.COM/VZMKRJJP83

— Radharamn Das राधारमण दास (@RadharamnDas) August 8, 2022
फिर इसे कुछ लोग हिन्दू और मुस्लिम भी बना रहे हैं। परन्तु यह भी महत्वपूर्ण है कि यदि हिन्दू मुस्लिम मामला ही होता तो क्यों सम्राट पृथ्वीराज फ्लॉप होती और क्यों शमशेरा फ्लॉप होती और क्यों रक्षाबंधन फिल्म को बॉयकाट करने की बात होती? दरअसल यह एक सामूहिक प्रतिकार है, और इसकी चपेट में वह सब आ रहे हैं, जिन्होनें हिन्दू धर्म चोट पहुंचाई है। इसके दायरे में वह सभी हैं जो समय समय पर हिन्दू नाम के नीचे हिन्दू विरोध में दबे हुए हैं।

जैसे लाल सिंह चड्ढा से ही जुड़े हुए अतुल कुलकर्णी, जिनके नाम को लेकर यह कहा जा रहा था कि फिल्म में आमिर खान ही नहीं है बल्कि अतुल कुलकर्णी भी है, वही अतुल कुलकर्णी जिन्होनें फिल्म ‘रंग दे बसंती’ में भगवा वस्त्र पहनकर गुंडे की भूमिका निभाई थी, और जो स्वयं को हिन्दू नहीं मानते हैं:

@TROLLOSSAL @ANSHULDDT AND WHAT MAKES YOU THINK I’M A ‘HINDU’ ??????!!!!!!!

— atul kulkarni (@atul_kulkarni) December 12, 2013
यही जो हिन्दू न मानने वाली प्रवृति और उसके बाद हिन्दू धर्म को कथित रूप से सुधारने की बात करने वालों से हिन्दुओं को चिढ है। हिन्दुओं से घृणा करके हिन्दुओं के प्रति घृणा भरने वाले पूरे बॉलीवुड गैंग से चिढ है। आमिर खान, सलमान खान आदि की बात ही नहीं है, बस लोगों को नहीं देखनी है ऐसी फ़िल्में!

दरअसल बॉलीवुड को लेकर लोगों में इसलिए भी आक्रोश है कि वह लोग सिलेक्टिव गुस्सा दिखाते हैं, प्रोपोगैंडा गुस्सा दिखाते हैं, वह ऐसा दिखाते हैं जैसे कि भारत में ही और विशेषकर हिन्दुओं में सबसे अधिक कमियाँ हैं। कठुआ और उन्नाव काण्ड को लेकर एक झूठा आक्रोश लोगों ने फैलाया और उसे हिन्दुओं के विरुद्ध घृणा फैलाने के लिए प्रयोग किया गया।

उन्नाव काण्ड पर तो आर्टिकल 15 जैसी फिल्म तक बना दी गयी थी, जिसमें झूठ ही झूठ था। पीके तो उस हिन्दू घृणा का चरम थी, जिसे लेकर सबसे अधिक गुस्सा है, परन्तु यह न ही एक फिल्म तक सीमित है और न ही एक व्यक्ति तक! यह सहज प्रश्न उठता है कि आखिर ऐसी क्या बात है कि हिन्दुओं के प्रति घृणा ही बॉलीवुड का आधार है, जिस समय आमिर खान यह दुहाई दे रहे हैं कि वह देशभक्त हैं, उसी समय आमिर खान उस फैजू का समर्थन कर रहे हैं, जो तबरेज अंसारी के बहाने आतंक का समर्थन कर रहा है,

#AAMIRKHAN #LALSINGHCHADDHA PIC.TWITTER.COM/GJKQ5TDY2V

— Arun Pudur 🇮🇳 (@arunpudur) August 9, 2022
यह गुस्सा उस बात को लेकर है कि कैसे गोधरा काण्ड को लेकर मुनव्वर फारुकी ठहाके लेता है और फिर वही मुनव्वर फारुकी फ़िल्मी कलाकारों द्वारा सराहा ही नहीं जाता है, बल्कि उसका प्रचार तक किया जाता है। उसे रियल्टी शो भी जितवाया जाता है।

और वह भी ऐसी अभिनेत्री द्वारा जिन्हें राष्ट्रवादी माना जाता है और उस प्रोडक्शन हाउस द्वारा जिसकी मालकिन को भारत सरकार के सर्वोच्च पद्म पुरस्कार द्वारा सम्मानित किया गया है,

इसलिए यह सामूहिक क्रोध है, जो कंगना की धाकड़ को भी फ्लॉप कराता है और तापसी पन्नू की “शाबास मिट्ठू” सहित 1983 की क्रिकेट विश्वकप की जीत की फिल्म को भी।

इसे सामूहिक प्रतिकार के रूप में देखा जाना चाहिए, जो हिन्दू विरोधी बॉलीवुड गैंग का आम हिन्दू के द्वारा किया जा रहा है और अब यह देखा गया है कि बुकिंग में भी घालमेल किया जा रहा है।

NOW, THIS IS HOW LAL SINGH CHADHA IS PLANNING TO FOOL THE INDIANS. THE SAME SEATS HAVE BEEN BOOKED BY TWO DIFFERENT PERSONS. 😆😆😆😂😂😂😂😆😆😆😆 #BOYCOTTLALSINGHCHADHA PIC.TWITTER.COM/ERNIPGSNSK

— Anny (@Anny26457421) August 9, 2022
इस पर लोग तरह तरह के वीडियो साझा किए जा रहे हैं कि कैसे झूठ फैलाया जा रहा है:

LAL SINGH CHADDHA : KNOW THE TRUTH BEHIND PROPAGANDA BEING PEDDLED OF ” 80 PERCENT ADVANCE BOOKINGS ALREADY DONE “🤣🤣🤣

BINDAAS BOYCOTT !!!#BOYCOTTLALSINGHCHADHA PIC.TWITTER.COM/96LUCDZNI5

— Shambhavi (@shambhavi_002) August 9, 2022
आमिर खान की इस फिल्म का समर्थन कथित सेक्युलर लोग इसकारण कर रहे हैं क्योंकि राष्ट्रभक्त लोग इसका विरोध कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि इस फिल्म का विरोध नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि एक धर्म अपनी आलोचना को लेकर अधिक उदार होता है, इसलिए बुरा नहीं मानना चाहिए। यही बात तो परेशान करने वाली है कि जो धर्म अपनी आलोचनाओं को लेकर उदार है, उसी को लेकर क्यों घृणा के बीज क्यों बोए गए?

और आज तक घृणा फैलाई जा रही है, इतना ही नहीं इस फिल्म में तो सेना की छवि के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है:

FORGET ALL SINS OF AMIR KHAN

BUT NOW MOCKING ARMY SOLDIER

ARMY SACRIFICES LIFE FOR CITIZENS DURING WAR OR PEACE

HOW COME ANY TRUE NATIONALIST ACCEPT PORTRAYAL OF ARMY SOLDIER AS HALF MENTAL

RAISE VOICE AGAINST IT

UNPARDONABLE !@RADHARAMNDAS #BOYCOTTLALSINGHCHADHA PIC.TWITTER.COM/Z6OBWK8NFO

— Saffron Swamy (@SaffronSwamy) August 9, 2022
लोग आमिर खान की पाकिस्तानियों के साथ खिंचाई गयी तस्वीर को भूले नहीं हैं: वह उन तस्वीरों को याद रखे हुए हैं:

CAN ANY INDIAN TAKE SELFIES AND EAT FOOD WITH PAKISTANIS? #BOYCOTTLALSINGHCHADHA #BOYCOTTLAALSINGHCHADDHA PIC.TWITTER.COM/SYROJYOTEZ

— 🇮🇳 ramana garikipati 🎦 (@ramana4456) August 1, 2022
लोग सत्यमेव जयते को नहीं भूले हैं, जिसमें हिन्दुओं के हर पर्व का उपहास उड़ाया गया था। लोगों को अभी तक याद है, दरअसल इस सेयुलारिज्म की एकतरफा बात से लोग चिढ़े हुए हैं

BOYCOTT BOLLYWOOD
A KHAN SAID EK BAAR SHIVLING P DUDH CHADHANE SE 20/- BARBAAD JATEIN H. 🙄
1 GLASS MILK = 20/-
1 TICKET PRICE = 200/-
YOU CAN FEED 20 POOR CHILDREN . #BOYCOTTLALSINGHCHADHA
YE TOH SUPER DUPER FLOP HONI CHAHIYE 👇👇 #BOYCOTTLALSINGHCHADHA PIC.TWITTER.COM/N1ZTPREDYG

— Krishna gamer (@Krishna13751940) August 9, 2022
एवं यह किसी संस्थान या संगठन द्वारा समर्थित न होकर एक स्वत: स्फूर्त अभियान है, जिसमें लोगों का वह आक्रोश सम्मिलित है जिसके चलते हिन्दू साधु संतों की ऐसी छवि बॉलीवुड ने बनाई है कि पालघर में साधुओं को मार डाला जाता है, परन्तु लोग इसलिए चुप रह जाते हैं क्योंकि उनके मस्तिष्क में गेरुआ वस्त्रों के प्रति घृणा इस हद तक भर दी गयी है कि वह यह समझ ही नहीं पा रहे हैं कि यह उनका ही संहार है!

परन्तु अब लोग समझ रहे हैं, कन्हैया लाल की हत्या के बाद जिस प्रकार से हत्याओं का दौर चालू है, उस समय भी फिल्म उद्योग द्वारा हिन्दुओं को ही कट्टर, हिन्दुओं को पिछड़ा एवं हिन्दुओं को ही हिंसक दिखाने की जो जिद्द और सनक है, यह प्रतिकार उसका है!

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