हरीश रावत का सपरिवार वोट निकला डिफेंस कॉलोनी में
हरीश रावत वोटर लिस्ट विवाद, जिला निर्वाचन अधिकारी ने दिया जवाब, जानिये क्या कहा – UTTARAKHAND NIKAY CHUNAV 2024
दिनभर हरीश रावत वोटर लिस्ट में ढूंढते रहे नाम, शाम 6 बजे के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी ने दिया जवाब
हरीश रावत वोटर लिस्ट विवाद
देहरादून 23 जनवरी 2025: प्रदेशभर में आज निकाय चुनाव के लिए वोटिंग हुई. जिसमें आज पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का वोटर लिस्ट से नाम गायब होने का मामला सुर्खियों में बना रहा. हरीश रावत ने खुद इस बात की जानकारी दी. हरीश रावत ने राज्य निर्वाचन आयोग से इसे लेकर जानकारी मांगी. देर शाम देहरादून जिलाधिकारी ने इसे लेकर स्थिति स्पष्ट की है. जिला निर्वाचन अधिकारी ने जानकारी देते हुये बताया कि हरीश सिंह रावत का नाम वोटर लिस्ट में मौजूद है. इसके लिए जिलाधिकारी ने लिस्ट भी जारी की है. उनके पुत्र, विधायक पुत्री और पत्नी रेणुका रावत समेत पांच परिजनों के वोट 185 डिफेंस कॉलोनी पते पर बने हुए हैं जबकि वे अपना वोट उस माजरा में ढुंढ़वा रहे थे जहां उन्होंने लोकसभा चुनाव में वोट डाला था। उनका मतदान केंद्र उनके घर से सौ मीटर दूर डीएवी पब्लिक स्कूल में था। इस चक्कर में वे मतदान से वंचित रह गए। डिफेंस कॉलोनी का एक भाग वार्ड 54 तो शेष वार्ड 58 में आता है।
इसके पहले पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने जानकारी देते हुए बताया कि वे वोट देने वार्ड नंबर 76 पहुंचे थे. जिसके लिए उन्होंने कार्यकर्ताओं से मतदाता सूची से पर्ची लाने के लिए कहा. कार्यकर्ताओं ने मतदान केंद्र पर सूची में हरीश रावत का नाम खोजा तो पता चला कि उनका नाम सूची में नहीं है. तब हरीश रावत ने कहा कि उनको इस बारे में पहले से सचेत रहना चाहिए था.
इस मामले को लेकर हरीश रावत ने भाजपा को घेरा. हरीश रावत ने कहा कि आज सुबह से ही इस तरह की शिकायतें आ रही हैं. विशेष तौर पर दलित, कमजोर वर्ग के लोगों के परिवार के परिवार के नाम काटे गये हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा की ये चुनावी रणनीति है. उन्होंने कहा कि जो मतदाता उनके पक्ष में नहीं रहता वे उसका नाम कटवा देते हैं. हरीश रावत ने कहा कि वे आगे से इसे लेकर सावधान रहेंगे. इसके साथ ही उन्होंने निर्वाचन आयोग से इसे लेकर जानकारी मांगी थी । देर शाम को जिला निर्वाचन अधिकारी ने इसकी जानकारी दी. उन्होंने इसे लेकर एक सूची जारी की. जिसमें हरीश रावत का नाम वार्ड 58 की मतदाता सूची में सपरिवार मौजूद था.
बाद में हरीश रावत ने फेसबुक पोस्ट में माना कि बीएलओ उनके घर पहुंचे थे लेकिन उन्होंने अपना वोट माजरा में ही रहने देने को कहा था।