हर्ष की हत्या में 6 बंदी,12 हिरासत में,कर्फ्यू, एक करोड़ क्राउड फंडिंग शुरू
बजरंग दल कार्यकर्ता के हत्यारोपितों कीजिए गिरफ्तारी:शिवमोगा में हिंसा के बाद हरकत में पुलिस; 6 गिरफ्तार, 12 से चल रही है पूछताछ
बेंगलुरु 23 फरवरी।कर्नाटक पुलिस शिवमोगा में हिंसा के बाद बजरंग दल कार्यकर्ता हर्ष की हत्या के मामले में एक्टिव हो गई है। पुलिस ने हत्या करने वाले सभी आरोपितों की पहचान कर लेने का दावा किया है। पुलिस ने इस मामले में अभी तक नदीम और कासिफ सहित 6 आरोपितों को गिरफ्तार भी कर लिया है। आरोपितों को पुलिस ने रात 3 बजे गिरफ्तार किया, जिसका सीसीटीवी वीडियो फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
जांच में जुटी पुलिस ने कहा है कि 12 अन्य लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की जा रही है। जल्द ही अन्य आरोपितों को भी पकड़ लिया जाएगा। इधर, राज्य सरकार ने हिंसा की स्थिति पैदा होने देने के लिए स्थानीय प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है।
स्कूल-कॉलेज बंद, बुधवार तक शहर में धारा 144 लागू
शिवमोगा में हिंसा फैलने के बाद पुलिस ने बुधवार शाम तक के लिए शहर में धारा 144 लागू कर दी है। स्कूल-कॉलेजों बंद कर दिये गये हैैं। पुलिस टीम इस बात की जांच में जुटी है कि बजरंग दल कार्यकर्ता हर्ष के अंतिम संस्कार के दौरान हिंसा कैसे फैली? दरअसल, हर्ष के अंतिम शव यात्रा के दौरान भीड़ उग्र हो गई थी और उसने पुलिस टीम पर पथराव किया था। साथ ही सरकारी गाड़ियों में आग भी लगा दी थी।
पुलिस ने शहर में बुधवार शाम तक के लिए धारा 144 लागू कर दी है।
मंत्री ने कहा- सभी एंगल से जांच कर रही पुलिस
कर्नाटक सरकार के गृह मंत्री ए. ज्ञानेंद्र ने बताया कि शुरूआती जांच में हिजाब कनेक्शन नहीं निकला है। पुलिस की टीम सभी एंगल से जांच कर रही है। पूरे मामले की मॉनिटरिंग एडीजी स्तर के अधिकारी कर रहे हैं। हमने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
अंतिम संस्कार के दौरान भड़की थी हिंसा
हर्ष की हत्या के बाद सोमवार को उसके अंतिम संस्कार के दौरान हिंसा भड़क उठी थी। करीब 8 किमी तक निकली शव यात्रा के दौरान मुस्लिम बहुल इलाके आजाद नगर में भीड़ जुट गई थी। दुकानों पर तोड़फोड़ की गई थी। बाहर खड़े वाहनों में आग लगा दी गई थी। शाम तक तनाव बरकरार रहा। शहर के सीगेहट्टी इलाके में उपद्रवियों ने कई वाहनों में आग लगा दी। पुलिस ने बलप्रयोग कर किसी तरह भीड़ को हटाया। बढ़ते हंगामे के मद्देनजर शहर में धारा 144 लागू कर दी गई है।
सोमवार को शवयात्रा के दौरान भीड़ बेकाबू हो गई, जिसके बाद हिंसा भड़क गई।
परिवार का आरोप- हत्या करने पर इनाम देने का था ऐलान
हर्ष की हत्या के बाद उसके परिवार ने आरोप लगाते हुए कहा है कि हत्या करने वाले को 10 लाख रुपये इनाम देने का ऐलान किया गया था। परिवार ने कहा कि हर्ष कुछ दिन पहले ही बजरंग दल छोड़ चुका था। उसे धमकियां मिल रही थीं और इसकी शिकायत पुलिस को दी गई थी।
हिजाब गर्ल मुस्कान के बाद अब शिवमोगा के पोस्टर बॉय हर्ष पर ठनी रार
हिजाब विवाद के बाद कर्नाटक में बजरंग दल के कार्यकर्ता हर्ष की हत्या ने राजनीतिक रंग ले लिया है। कर्नाटक सरकार के मंत्री और शिवमोगा के विधायक केएस ईश्वरप्पा ने खुलकर कहा है कि इस हत्या के पीछे मुस्लिम गुंडे जिम्मेदार हैं। वहीं, हिजाब विवाद पर कुछ न बोलने वाली विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने भी इस्लामिक कट्टरपंथियों पर निशाना साधा है।
हर्ष की हत्या से इलाके में तनाव की स्थिति है। पूरे इलाके में कर्फ्यू लगाकर RAF की तैनाती की गई है। वहीं, हर्ष के परिवार के लिए हिंदू संगठनों ने क्राउडफंडिंग से एक करोड़ रुपए जुटाने का अभियान चलाया है। अब तक 16 लाख रुपए इकट्ठा किए जा चुके हैं।
शिवमोगा से पहले बागलकोट जिले में भी प्रकाश लुनार नाम के एक हिंदू एक्टिविस्ट पर हमला किया गया था। उन्हें भी गंभीर चोटें आई हैं। उन्हें लेकर भी कहा जा रहा है कि इरादा उनकी हत्या करने का ही था।
इस बार मंत्री ईश्वरप्पा ने संभाली कमान, कहा- इसके लिए कांग्रेस जिम्मेदार
हिजाब विवाद में कर्नाटक के एजुकेशन मिनिस्टर बीसी नागेश ने मोर्चा संभाला था, तो इस बार ग्रामीण विकास और पंचायत राज मंत्री ईश्वरप्पा राज्य सरकार की तरफ से सामने आए हैं। मंत्री ईश्वरप्पा ने कहा, ‘मैं शिवमोगा को अच्छी तरह जानता हूं। वहां की हर घटना की जानकारी मेरे पास आ जाती है। हर्ष की हत्या के पीछे मुस्लिम गुंडे हैं।’ क्या इसके पीछे हिजाब विवाद है? इस पर ईश्वरप्पा ने कहा कि इसके पीछे कांग्रेस है।
शिवमोगा सीट से ही विधायक केएस ईश्वरप्पा के बयान ने आग में घी डालने का काम किया। ईश्वरप्पा ABVP के कार्यकर्ता रहे हैं तो सीधे राजनीति में आने से पहले इनकी पहचान RSS स्वयंसेवक के रूप में रही है। हालांकि पिछली बार की तरह ही इस बार भी राज्य के CM बसवराज बोम्मई ने मंत्री के बयान से पल्ला झाड़ लिया है। ईश्वरप्पा से यह पूछे जाने पर कि आपके बयान पर आपके ही मुख्यमंत्री ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, उन्होंने कहा, ‘मुख्यमंत्री अपना काम कर रहे हैं। जांच के बाद सारी बात सामने आ ही जाएंगी।’
हिजाब पर चुप्पी के बाद हत्या पर वीएचपी ने साधा
निशाना हिजाब मामले में खुलकर वीएचपी ने बयान नहीं दिया था, लेकिन बजरंग दल के कार्यकर्ता की हत्या के बाद वीएचपी ने इस्लामिक कट्टरपंथियों पर जमकर निशाना साधा है। पदाधिकारी सुरेंद्र जैन ने कहा, ‘शिवमोगा में कार्यकर्ता हर्ष की हत्या घोर निंदनीय है। यह नतीजा इस्लामिक कट्टरपंथी नेताओं द्वारा रोजाना मुस्लिम समाज के भीतर फैलाए जहर का है। यह जहर कभी सीएए, कभी हिजाब और कभी नमाज के नाम पर फैलाया जा रहा है। सिमी का दूसरा संस्करण पीएफआई खुलेआम काम कर रहा है। अगर ऐसी घटनाओं का प्रतिरोध शुरू हो गया तो देश मुश्किल में पड़ जाएगा।’
वीएचपी के प्रवक्ता विनोद बंसल ने सवाल उठाया, ‘इस्लामिक जिहादियों के हत्थे अभी और कितने लोग चढ़ेंगे। हर्ष को पहले भी धमकियां मिलीं। प्रशासन को इसके बारे में जानकारी दी गई, लेकिन कुछ नहीं हुआ। एक के बाद एक संपूर्ण देश में हिंदू युवाओं की हत्या हो रही हैं। यह निंदनीय है। राज्य सरकार इस मामले में पूरी जांच कर हमलावरों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करे।’
पदाधिकारी शशिकांत शर्मा ने कहा, ‘जो लोग इस हत्या के पीछे हैं, उन्हें फौरन गिरफ्तार किया जाए। आतंकवादी संगठन सिमी बैन है। इसी तरह अन्य संगठनों को भी खोज कर निकालना चाहिए और बैन करना चाहिए।’
बीजेपी का गढ़ है शिवमोगा, येदियुरप्पा और ईश्वरप्पा भी यहीं के
शिवमोगा कर्नाटक में बीजेपी के बड़े चेहरे और पूर्व CM बीएस येदियुरप्पा का गढ़ है। यहां की शिकारीपुर विधानसभा सीट से येदियुरप्पा 8 बार विधायक रहे हैं। हालांकि किसी भी मामले में येदियुरप्पा का अब तक कोई बयान नहीं आया है।
स्थानीय पत्रकार शिवकुमार ने बताया, ‘शिवमोगा में हिंदूवादी संगठन काफी एक्टिव हैं। इसे बीजेपी का गढ़ भी कहा जाता है। हर्ष को पहले भी धमकियां मिली थीं, लेकिन शिवमोगा के भीतर उस पर हमला हो जाएगा, इसका किसी को भी अंदाजा नहीं था, शायद उसे भी नहीं।’
हिजाब पोस्टर गर्ल की तर्ज पर हर्ष के लिए क्राउडफंडिंग
हिजाब विवाद की पोस्टर गर्ल मुस्कान को पांच लाख रुपए के इनाम के साथ और भी गिफ्ट इस्लाम के पैरोकारों की तरफ से मिले थे। वहीं अब हिंदूवादी संगठनों ने इसी तर्ज पर हर्ष के लिए लोगों से चंदा देने की अपील की है। टारगेट एक करोड़ रुपए का है। एक दिन में 16 लाख से ज्यादा की रकम इकट्ठा हो गई है। हर घंटे यह आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है।
क्राउडफंडिंग की मुहिम हिंदू ह्यूमन राइट्स के लिए लड़ने का दावा करने वाली ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की पूर्व प्रेसिडेंट रश्मि सामंत ने शुरू की है। क्राउडफंडिंग के लिए तैयार की गई पोस्ट में लिखा गया है कि हर्ष अपने घर में अकेला कमाने वाला था। वह बेखौफ कार्यकर्ता था। 8 सालों में उसके खिलाफ कई फतवे जारी किए गए।
बागलकोट हमले के लिए भी हिजाब विवाद को ही मान रहे वजह
शिवकुमार ने कहा, ‘हिजाब विवाद के बाद से ही पूरे कर्नाटक में हिंदू बनाम मुस्लिम झगड़े तेज हो गए हैं। सोशल मीडिया पर झड़पें हो रही हैं। बागलकोट के प्रकाश लुनार ने टीपू सुल्तान से संबंधित एक पोस्ट पर स्माइली इमोजी लगाकर पोस्ट किया था।
ऐसा नहीं है कि इस तरह की सोशल मीडिया पोस्ट पर कमेंट पहली बार आए हैं, लेकिन चूंकि हिजाब विवाद अभी थमा नहीं था, तो लुनार पर 19 फरवरी को हमला हो गया। उसके हाथ और पैर पर चाकू से हमला हुआ। समय से अस्पताल पहुंचने की वजह से वह बच गया। इस हमले के पीछे हिजाब विवाद ही वजह है।’