हिंदू घृणा छल: सोनी के क्राइम पेट्रोल ने दलित श्रद्धा को बनाया ईसाई, आफताब को मिहिर
सोनी टीवी क्राइम पेट्रोल ने किया खेल: श्रद्धा और आफताब की कहानी को बनाया ईसाई ऐना और मिहिर की कहानी
December 30, 2022
Sonali Mishra
श्रद्धा और आफताब की कहानी अभी लोगों के दिलों में ताजा है और साथ ही यह भी कि कैसे आफताब ने श्रद्धा की हत्या करके उसके टुकड़े टुकड़े कर दिए थे। उसने खुद ही यह बताया था कि कैसे उसे अपने किए का कोई अफ़सोस नहीं है क्योंकि उसे जन्नत में हूरें मिलेंगी!
मगर जब इस सच्ची कहानी को परदे पर डालने की बात आई तो सोनी टीवी ने खेल करते हुए आफताब के सारे कारनामे किसी मिहिर पर थोप दिए। आफताब की सारी हरकतें मिहिर पर डाल दीं! आफताब और श्रद्धा के लिव इन में रहने को मिहिर और एना की मंदिर में शादी के रूप में दिखाया गया। जहां एक और श्रद्धा के पिता ने कहा था कि उन्हें आफताब के अभिभावकों ने किस तरह भगाया था, और किस तरह आफताब के घर वालों को अपने बेटे की हर हरकत पता थी कि कैसे वह श्रद्धा को मारता था, तो वहीं सोनी टीवी के क्राइम पेट्रोल में मिहिर की माँ को मंदिर जाने वाला दिखा दिया गया और मंदिर का धागा देते हुए दिखाया।
आफताब की क्रूरता को और मजहबी क्रूरता को एक ऐसी घटना में बदल दिया गया जिससे लड़कियां उसी मजहबी हिंसा का शिकार बनेंगी। क्योंकि इसमें अपराधी मजहबी आफताब नहीं बल्कि मिहिर है। आफताब ने श्रद्धा को दिल्ली आकर मार डाला था। और बहुत आराम से वह चुपचाप उसके शव को टुकड़े टुकड़े करके फेंकता रहा था।
इस इतने जघन्य हत्या काण्ड, जिसमें मजहबी कट्टर सोच का बहुत बड़ा हाथ था, उसे पूरी तरह से हिन्दू ही नहीं ठहराया है, बल्कि उसे हिन्दुओं द्वारा कथित अल्पसंख्यक पर अत्याचार के रूप में दिखाया है कि एक धर्म के रूप में हिन्दू कितना कट्टर है।
आफताब की मजहबी कट्टर सोच को हिन्दुओं के सिर पर थोपकर सोनी टीवी ने न जाने कितनी लड़कियों की मृत्यु पर अट्टाहास किया है, विकृत अट्टाहास किया है। न जाने कितनी लड़कियों की पीड़ाएं इस विकृत विमर्श की बलि चढ़ गयी हैं।
आफताब को बना दिया हिंदू, श्रद्धा को ईसाई:एक एपिसोड की वजह से चैनल को बायकॉट करने लगे लोग, बोले- हिंदू विरोधी मानसिकता बाहर आ गई
एक टीवी चैनल में दिखाए जाने वाले क्राइम शो के एपिसोड की वजह से बवाल हो गया है। दरअसल शो के लेटेस्ट एपिसोड में श्रद्धा और आफताब केस पर बेस्ड एक स्टोरी दिखाई गई। इस स्टोरी में बिल्कुल वहीं कहानी दिखाई गई जो कि कुछ दिन पहले श्रद्धा-आफताब केस में हुई थी, लेकिन मेकर्स ने इस एपिसोड में आफताब से इंस्पायर वाले रोल में दिखने वाले शख्स का नाम बदलकर मिहिर (हिंदू) रख दिया
जबकि श्रद्धा के रोल में जो विक्टिम है उसका नाम बदलकर अन्ना फर्नांडिस (ईसाई) रख दिया है। जब ये बात सोशल मीडिया में वायरल हुई तो लोगों ने चैनल का नाम लेकर बायकॉट ट्रेंड शुरू कर दिया। बायकॉट कर रहे लोगों का कहना है कि चैनल ने आरोपित और विक्टिम का धर्म बदल दिया है जो उनकी दूषित मानसिकता को दिखाता है।
नाम और धर्म को बदल कर पूरी कहानी श्रद्धा-आफताब वाली दिखा दी
इस सप्ताह टेलीकास्ट होने वाले क्राइम शो के लेटेस्ट एपिसोड में विक्टिम श्रद्धा वाकर को एक ईसाई लड़की अन्ना फर्नांडिस’ के रूप में दिखाया गया है। उसके हत्यारे बॉयफ्रेंड आफताब पूनावाला की जगह पर मिहिर नाम के हिंदू लड़के को दिखाया गया है। एपिसोड में दोनों एक मंदिर में शादी करते हुए भी नजर आ रहे हैं।
एपिसोड में दिखाया गया है कि आरोपित की मां काफी ज्यादा हिंदू रीति रिवाजों को मानने वाली है। आफताब ने श्रद्धा के साथ जैसा किया था, एपिसोड में ठीक वैसा ही दिखाया गया है । बस नाम, धर्म और जगह को बदल दिया गया है। इस एपिसोड में दिखाया गया है कि मिहिर, अन्ना के शरीर को काटकर शहर के कई हिस्सों में फेंक देता है।
अब इसको लेकर काफी ज्यादा कंट्रोवर्सी हो गई है। सोशल मीडिया पर लोग चैनल को बायकॉट करने की बात कर रहे हैं। बायकॉट करने वाले लोगों का कहना है कि चैनल ने गुनहगार के धर्म को बदलकर काफी गलत किया है। लोगों का कहना है कि चैनल ने तथ्यों और चरित्रों के साथ छेड़छाड़ की है जो कतई स्वीकार नहीं की जाएगी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, चैनल ने आफताब-श्रद्धा वाले केस को दिखाया लेकिन आरोपित और विक्टिम का धर्म चेंज कर दिया
सोशल मीडिया पर चैनल के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूट रहा है
सोशल मीडिया पर चैनल के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूट रहा है।
लोगों का कहना है कि चैनल के अंदर असली गुनहगार का नाम लेने की हिम्मत नहीं है
बायकॉट करने वाले लोगों का कहना है कि चैनल के अंदर असली आरोपी का नाम लेने की हिम्मत नहीं है।
आफताब ने श्रद्धा के साथ क्या किया था?
श्रद्धा वाकर केस ने पूरे देश को झकझोर के रख दिया था। 18 मई 2022 को आफताब पूनावाला ने अपनी 26 साल की प्रेमिका श्रद्धा की बेरहमी से हत्या कर दी। उसके शव को आरी से काटा। नया फ्रिज लाया ताकि टुकड़े उसमें रख सके और बदबू दबाने को अगरबत्ती इस्तेमाल की। आफताब 18 दिन तक रोज रात 2 बजे उठता और शव के टुकड़े जंगल में फेंक आता था।
18 मई 2022 को आफताब पूनावाला नाम के शख्स ने अपनी 26 साल की प्रेमिका श्रद्धा की बेरहमी से हत्या कर दी।
आफताब ने वारदात से पहले अमेरिकी क्राइम शो डेक्स्टर समेत कई क्राइम मूवीज और शोज देखे थे। इसके बाद ही उसने श्रद्धा का मर्डर किया और आरी से काटकर उसकी बॉडी के 35 टुकड़े किए। उसने बॉडी पार्ट्स को सुरक्षित रखने के लिए बाजार से एक बड़ा फ्रिज भी खरीदा था।
वह रोज कुछ टुकड़े फ्रिज से निकालता और जंगल में ठिकाने लगाने निकल पड़ता। यह सिलसिला 18 दिन तक चलता रहा। इतना ही नहीं, आफताब ने सबूत मिटाने के लिए गूगल पर खून साफ करने का तरीका भी सर्च किया था।
आफताब ने श्रद्धा की हत्या करके उसकी बॉडी के 35 टुकड़े किए थे।
आफताब ने हत्या की क्या वजह बताई?
आफताब से जब मर्डर करने की वजह पूछा गया तो उसने बताया कि उसके और श्रद्धा में अक्सर झगड़ा होता रहता था। वह शादी को दबाव बना रही थी। आफताब के कई दूसरी लड़कियों से भी रिश्ते थे और श्रद्धा को उस पर शक हो रहा था। इस बात पर भी दोनों में विवाद होता था। आफताब का कहना है कि इन्हीं सब से तंग आकर उसने श्रद्धा का मर्डर किया था।
कल्पना ही नहीं की जा सकती है कि हिन्दुओं के साथ इस हद तक छल किया जा सकता है! यह छल ही है और यह छल बहुत बड़ा छल है। यह छल इसलिए बहुत बड़ा छल है कि इससे उसी धर्म की क्रूर छवि प्रस्तुत की जा रही है जिसकी लड़कियां दरअसल सबसे अधिक मारी जा रही हैं। जिसकी लड़कियां झारखंड से लेकर दिल्ली तक मारी जा रही हैं। और यह भी नहीं कि आज से लड़कियां शिकार हो रही हैं, बल्कि यह कई वर्षों से हो रहा है।
हर स्तर पर हो रहा है! परन्तु पिछले कुछ वर्षों में यह बहुत तेजी से हुआ है और बहुत अधिक हुआ है। जब क्राइम पेट्रोल पर आफताब को मिहिर बनाकर उसके कट्टर मजहबी अपराध को हिन्दुओं पर थोपा जा रहा था, उसी समय नॉएडा में एक जिम में इंतज़ार ने हिन्दू नाम सोनू रखकर एक हिन्दू महिला को शादी का झांसा देकर फंसाया था।
अब इंतजार और उसका भाई और अब्बा दोनों ही बिसरख पुलिस थाने द्वारा हिरासत में लिए जा चुके है
जब इस घिनौने अपराध को लेकर उसी हिन्दू धर्म को बदनाम किया जा रहा था, जो पाकिस्तान और बांग्लादेश में भी अपनी स्त्रियों को दिनों दिन खो रहा है, उसी समय बांग्लादेश में लावण्या राजबंसी जो कि मात्र बीस वर्ष की थीं, उन्हें उनके शौहर साजू मिया ने मार डाला था।
बांग्लादेश में मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने यह रिपोर्ट की है लावण्या राजबंशी जिसका अपहरण कर लिया गया था और फिर जिसका जबरन मजहबीकरण कर लिया गया था, उसकी हत्या भी कर दी गयी। उसकी हत्या उसकी शादी के तीसरे दिन हो गयी।
मगर यह सब हत्याएं भी धीरे धीरे जब परदे पर आएंगी तो उसमें भी वही होगा कि हिन्दू युवक किसी कथित अल्पसंख्यक लड़की को मारता हुआ दिखाई देगा!
श्रद्धा वॉकर जिसे आफताब ने मारा, इसमें केवल घरेलू हिंसा शामिल नहीं थी, बल्कि उसमें काफिर और जन्नत की हूर वाली अवधारणा भी थी, उसे ऐना डिसूजा बनाकर मिहिर के हाथों मरवाकर उन हिन्दुओं को बदनाम किया गया है, जिनके विरुद्ध इस समय लगभग सारे ही विमर्श हैं।
सोनी टीवी ने जो किया है, उसे ही हिन्दूफोबिया कहते हैं। यही हिन्दू फोबिया अर्थात हिन्दुओं के प्रति घृणा है कि जहां पर हिन्दू पीड़ित है, जहाँ पर हिन्दू शोषण और उत्पीडन का शिकार है और जिस विषय को लेकर हिन्दू लड़कियां मारी जा रही हैं, वहां पर हिन्दुओं को ही उत्पीड़क घोषित कर दिया जाए!
इसे ही कल्चरल जीनोसाइड कहा जाता है और इसे ही छवियों का अतिक्रमण कहा जाता है, जहां पर सदियों से पीड़ित समाज को ही ऐसा उत्पीड़क घोषित कर दिया जाए कि उसकी लड़कियां अपने ही समाज से कटकर वहां पहुँच जाएं जहां पर उनकी देह के शिकारी बैठे हुए हैं!
वह उनकी देह के ही शिकारी नहीं हैं, बल्कि वह उनकी धार्मिक पहचान के भी शिकारी हैं। परन्तु हमारा जो टीवी का संसार है, टीवी का जो विमर्श है वह पूरी तरह से हिन्दू लड़कियों को उस संसार में लेकर जाता है, जहाँ पर उनकी धार्मिक पहचान से घृणा ही उत्पन्न होती है और कुछ नहीं और फिर उस घृणा के चलते ही वह किसी शिजान, किसी आफताब का शिकार होती हैं और फिर जब आफताब और शिजान द्वारा उन पर किए गए अत्याचारों का फिल्मांकन होता है तो वह फिर किसी मिहिर के माध्यम से होता है और फिर वह उसी जाल में फंस जाती हैं, जहां कोई आफताब उनके शिकार के लिए तैयार होता है!