अब मिलूंगा तीन माह बाद, 110 वीं ‘मन की बात’ में मोदी ने गायी महिला महिमा

Prime Minister Narendra Modi Radio Program Mann Ki Baat 110th Episode What Is Special
अब तीन महीने बाद मिलूंगा… प्रधानमंत्री मोदी ने ‘आखिरी’ मन की बात में महिला महिमा के अतिरिक्त और क्या-क्या कहा, जानें
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर आकाशवाणी के मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ का अगले तीन महीने प्रसारण नहीं होगा।इस कार्यक्रम की 110वीं कड़ी में मोदी ने कहा कि मार्च के महीने में आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में भी ऐसा ही हुआ था।

नई दिल्ली 25 फरवरी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम मन की बात का 110वें एपिसोड महिला दिवस और नारी शक्ति को समर्पित रहा। इस कार्यक्रम में  प्रधानमंत्री  मोदी ने भाषा को संरक्षित कर रहे लोगों का भी जिक्र किया। इनमें से एक नाम अरुणाचल प्रदेश के तिरप जिले की शिक्षक बनवंग लोसू का भी था। इनके कार्यों के बारे में प्रधानमंत्री   मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में बताया। प्रधानमंत्री     मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में कहा कि भारत की सुन्दरता यहां की विविधता और हमारी संस्कृति के अलग-अलग रंगों में भी समाहित है। मुझे ये देखकर अच्छा लगता है कि कितने ही लोग निस्वार्थ भाव से भारतीय संस्कृति के संरक्षण और इसे सजाने-संवारने के प्रयासों में जुटे हैं। आपको ऐसे लोग भारत के हर हिस्से में मिल जाएंगे। इनमें से बड़ी संख्या उनकी भी है, जो भाषा के क्षेत्र में काम कर रहे हैं।
उन्होंने अरुणाचल प्रदेश में तिरप के बनवंग लोसू का जिक्र करते हुए कहा कि वह एक टीचर हैं। उन्होंने वांचो भाषा के प्रसार में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यह भाषा अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड और असम के कुछ हिस्सों में बोली जाती है। उन्होंने एक भाषा विद्यालय बनवाया है। उन्होंने वांचो भाषा की एक लिपि भी तैयार की है। वो आने वाली पीढ़ियों को भी वांचो भाषा सिखा रहे हैं।
प्रधानमंत्री   मोदी ने इसके साथ ही कहा कि हमारे देश में बहुत सारे ऐसे लोग भी हैं, जो गीतों और नृत्यों से अपनी संस्कृति और भाषा को संरक्षित करने में जुटे हैं। कर्नाटक के वेंकप्पा अम्बाजी सुगेतकर का जीवन इस मामले में बहुत प्रेरणादायी है। यहां के बागलकोट के रहने वाले सुगेतकर एक लोक गायक हैं। इन्होनें 1000 से अधिक गोंधली गाने गाए हैं, साथ ही, इस भाषा में, कहानियों का भी खूब प्रचार- प्रसार किया है। उन्होंने बिना फीस लिए, सैकड़ों विद्यार्थियों को प्रशिक्षण भी दिया है।

प्रधानमंत्री   मोदी से ‘मन की बात’ कार्यक्रम में शिक्षक बनवंग लोसू का जिक्र होने पर अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने खुशी जाहिर की और अपने सोशल मीडिया एकाउंट एक्स पर लिखा कि बहुत खुशी की बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में वांचो भाषा के संरक्षण के लिए अविश्वसनीय काम कर रहे तिरप जिले के शिक्षक बनवंग लोसू की पहल को साझा किया। लोसू ने वांचो को ऑनलाइन उपयोग के लिए अमेरिका स्थित यूनिकोड कंसोर्टियम में भी सूचीबद्ध किया है। इसका मतलब है कि इसे दुनिया भर में इंटरनेट पर इस्तेमाल किया जा सकता है। प्रधानमंत्री की मान्यता दूसरों को भी इसी तरह के प्रयास करने के लिए प्रेरित करेगी।

111वीं कड़ी में नई ऊर्जा के साथ मिलूंगा: मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि लोकसभा चुनाव के दृष्टिगत ‘मन की बात’ का प्रसारण अगले तीन महीने नहीं होगा और इसके बाद आकाशवाणी के इस मासिक रेडियो कार्यक्रम की 111वीं कड़ी में वह ‘नई ऊर्जा’ के साथ लोगों से मिलेंगे।इस कार्यक्रम की 110वीं कड़ी में मोदी ने मार्च के महीने में आदर्श चुनाव आचार संहिता (एमसीसी) लागू होने की संभावना जताई और पहली बार मतदान के पात्र युवाओं से रिकार्ड संख्या में मतदान की अपील की। निर्वाचन आयोग के एमसीसी दिशानिर्देश सरकारों पर आधिकारिक कार्यक्रमों या सार्वजनिक-वित्त पोषित मंचों का उपयोग किसी ऐसी चीज के लिए करने पर रोक लगाती है जिनसे सत्तारूढ़ पार्टी का प्रचार हो या राजनीतिक लाभ मिले। उन्होंने कहा, ‘देश में लोकसभा चुनाव का माहौल है और जैसा पिछली बार हुआ था, संभावना है कि मार्च के महीने में आचार-संहिता भी लग जाएगी।’

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *