उप्र में निर्विरोध चुने गए 12 विधान पार्षद
UP में निर्विरोध चुने गए 12 MLC:डिप्टी CM और BJP प्रदेश अध्यक्ष समेत 6 दिन पहले राजनीति में आए पूर्व IAS विधान परिषद सदस्य बने
रिटायर्ड अफसर एके शर्मा ने रामायण की चौपाइयों से भाजपा नेतृत्व व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जताया आभार
चुनाव में 13 नामांकन हुए थे, निर्दलीय महेश चन्द्र शर्मा का नामांकन रद्द होने के बाद 12 उम्मीदवारों का निर्विरोध चुना जाना तय था
देहरादून 21 जनवरी। उत्तर प्रदेश विधान परिषद की 12 सीटों पर नामांकन कराने वाले सभी 12 उम्मीदवारों को निर्विरोध चुन लिया गया है। नवनिर्वाचित सदस्यों में डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह समेत छह दिन पहले नौकरशाही से सियासी पिच पर उतरे गुजरात कैडर के पूर्व IAS एके शर्मा समेत भाजपा के कुल 10 और समाजवादी पार्टी के दो नेता शामिल हैं। गुरुवार को विधान भवन के कार्यालय में रिटर्निंग अफसर ने सभी नवनिर्वाचित विधान परिषद सदस्यों को प्रमाण पत्र दिए। नामांकन के आखिरी दिन 18 जनवरी को 13 नामांकन हुए थे। इनमें से निर्दलीय महेश चन्द्र शर्मा का नामांकन रद्द होने के बाद 12 सदस्य निर्विरोध चुने गए।
ये 12 सदस्य पहुंचे विधान परिषद
भाजपा से उप मुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, पूर्व IAS अरविंद शर्मा, लक्ष्मण आचार्य, बुंदेलखंड विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष कुंवर मानवेंद्र सिंह, प्रदेश महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ला, अश्विनी त्यागी, सलिल विश्नोई, धर्मवीर प्रजापति और सुरेन्द्र चौधरी MLC बने हैं। सपा से विधान परिषद दल के नेता अहमद हसन और राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी भी विधान परिषद के लिए निर्वाचित हुए हैं। भाजपा MLC एके शर्मा ने निर्वाचन के बाद गोस्वामी तुलसीदास कृत रामायण की चौपाई करहु प्रणाम जोरि जुग पानी… लिखकर भाजपा शीर्ष व प्रदेश नेतृत्व और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया है। बता दें कि एके शर्मा को मोदी का खास माना जाता है।
30 जनवरी को पूरा हो रहा था कार्यकाल
आगामी 30 जनवरी 2021 को विधानसभा क्षेत्र की परिषद में 12 सीट की सदस्यता समाप्त हो रही थी। परिषद के सभापति रमेश यादव‚ उप मुख्यमंत्री व नेता सदन डॉक्टर दिनेश शर्मा‚ नेता विपक्ष अहमद हसन के साथ ही भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह का कार्यकाल भी खत्म होगा। इनके साथ ही आशू मलिक‚ रामजतन राजभर‚ वीरेंद्र सिंह‚ साहब सिंह सैनी‚ धर्मवीर सिंह अशोक‚ प्रदीप कुमार जाटव‚ लक्ष्मण प्रसाद आचार्य का कार्यकाल भी खत्म होना है।