10 बीघे भूमि विवाद में छह हत्यायें, इनमें पांच परिजन
देवरिया में एक हत्या के बाद 5 मर्डर…14 अभिरक्षा में:दरवाजा तोड़कर पति, पत्नी, दो बेटियों और बेटे का गला काटा, गोली मारी; 15 घंटे बाद हुआ अंतिम संस्कार
घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने सबसे पहले लाशों को वहां से हटाया। तनाव को देखते हुए पीएसी तैनात कर दी गई है।
देवरिया 02 अक्टूबर। देवरिया में दिल दहलाऊ हत्यायें हुई है। यहां जमीनी विवाद में दबंग पूर्व जिला पंचायत सदस्य की हत्या के बाद एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या कर दी गई। दूसरे परिवार में पति-पत्नी, दो बेटियों और बेटे का गला काटा गया, गोली मारी गई, ईंट से सिर कूंच दिए गये। हमलावर इतने बेरहम थे कि उन्होंने 8 साल के बच्चे तक को नहीं छोड़ा। उस बच्चे पर कई वार किए और उसे मरा समझकर छोड़ गए।
हालांकि, उसकी सांसें चलती रहीं, उसे गंभीर हालत में गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में एडमिट कराया गया है। जिस घर में यह वारदात हुई वहां नरसंहार जैसे हालात थे। हर तरफ खून ही खून और लाशें दिख रही थीं। दुर्घटना सोमवार सुबह रुद्रपुर तहसील के फतेहपुर गांव की है। इस जघन्य हत्याकांड पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेम यादव की हत्या के बाद हुआ।
मामला दो परिवार प्रेम यादव और सत्य प्रकाश दुबे से जुड़ा हुआ है। दो जातियों के चलते गांव और आसपास जबरदस्त तनाव है। संवेदनशीलता देख मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ से प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद और स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार को मौके पर भेजा है।
घटनास्थल पर पहुंचे दोनों अफसर,अफसरों से पूछताछ की
दोनों अफसर मौके पर पहुंच गए हैं। संजय प्रसाद ने कहा है कि इस मामले में अफसरों की लापरवाही की जांच हो रही है। किसी को भी बक्शा नहीं जाएगा। जो भी जिम्मेदार होगा। उस पर एक्शन लिया जाएगा। वहीं,प्रशांत कुमार ने बताया कि 14 लोग अभिरक्षा में हैं। उनसे पूछताछ हो रही है। मुख्यमंत्री योगी खुद गोरखपुर में हैं। वह पल-पल की रिपोर्ट ले रहे हैं।
15 घंटे बाद किया गया अंतिम संस्कार
सोमवार देर रात 10 बजे रामपुर कारखाना क्षेत्र के पटना घाट पर सत्यप्रकाश दुबे उनकी पत्नी और तीनों बच्चों के शवों का 15 घंटे बाद अंतिम संस्कार हुआ। इस दौरान जिला प्रशासन की टीम मौके पर मौजूद रही।
पूरा मामला क्रमवार
सुबह सत्य प्रकाश दुबे के घर के पास मिला पूर्व पंचायत सदस्य का शव
सोमवार सुबह 6 बजे प्रेम यादव का शव गली में पड़ा मिला। उनकी गला काटकर हत्या हुई थी। हत्या किसने की यह स्पष्ट नहीं था। लेकिन,यादव परिवार का शक सत्य प्रकाश दुबे पर गया। वजह थी प्रेम यादव और सत्य प्रकाश दुबे के बीच जमीन को लेकर चल रहा विवाद। प्रेम यादव सुबह इसी विवाद के चलते सत्य प्रकाश के घर गए थे। उसके बाद सत्य प्रकाश दुबे के घर से करीब 20 मीटर दूर प्रेम यादव का शव पड़ा मिला।
सत्य प्रकाश के घर का दरवाजा तोड़कर घर में घुसे हमलावर
प्रेम यादव का शव मिलने पर उनके परिजन-रिश्तेदार आग-बबूला हो गए। यादव कुनबे के 20-25 लोग हाथ में लाठी-बंदूक और गड़ासे लेकर सत्य प्रकाश के घर पहुंच गए। भीड़ आता देखकर सत्य प्रकाश ने घर का दरवाजा बंद कर लिया।
बदले की आग में परिजन दरवाजा तोड़कर सत्य प्रकाश के घर में घुस गए। जो सामने आता गया उसकी हत्या करते गए। सत्य प्रकाश के घर में 6 लोग थे। हमलावरों ने पूरा परिवार मार दिया। सिर्फ 8 साल का बच्चा अनमोल जिंदा बचा जिसकी हालत गंभीर है।
मुख्यमंत्री के आदेश पर प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद और स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार ने घटनास्थल पर अधिकारियों को बुला आसपास के लोगों से पूछताछ की।
बच्चों,महिला और बच्चियों किसी को भी नहीं छोड़ा..मारते चले गए
ग्रामीणों के अनुसार, पाशविक हमलावरों ने बच्चों, महिला और बच्चियों तक को नहीं बख्शा। सबसे पहले सत्य प्रकाश दुबे ने हमलावरों को रोकने की कोशिश की तो उनको गोली मार गड़ासे से वार किए। पति बचाने आई उनकी पत्नी किरण पर भी हमलावर टूट पड़े। उसकी गला काट हत्या कर दी ।
इसके बाद हमलावरों ने सत्य प्रकाश की बेटी सलोनी (18 वर्ष) को गोली मार चाकू से वार किए। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद 10 साल की बेटी नंदनी और 15 साल के बेटे गांधी को भी मार डाला। सबसे आखिर में 8 साल के बेटे अनमोल पर हमला किया। उस पर कई वार किए और उसे मरा समझकर छोड़ गए। हालांकि,जब पुलिस मौके पर पहुंची तो उसकी सांसें चल रही थीं। उसे गोरखपुर मेडिकल कॉलेज भेजा गया।
घटना स्थल पर भारी पुलिस फोर्स मौजूद है। गांव में तनाव की स्थिति है।
घर में नरसंहार जैसा सीन…लाशें-लाशें ही नजर आईं
इस जघन्य हत्याकांड की सूचना पड़ोसियों ने पुलिस को दी। 6 लोगों की हत्या की खबर सुनकर पुलिस के हाथ-पैर फूल गए। आनन-फानन में कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची। तब तक ज्यादातर हमलावर मौके से भाग गए थे। सत्य प्रकाश दुबे का पूरा घर रक्तरंजित था। लाशें इधर-उधर बिखरी हुईं थीं। पूरे घर में चारों तरफ खून ही खून दिख रहा था, नरसंहार साफ़ दिख रहा था। पुलिस ने सभी को चेक किया तो सिर्फ अनमोल की सांस चल रही थी।
भीड़ देखती रही…बचाने की हिम्मत नहीं की
ग्रामीणों ने बताया कि हमलावर इतने अक्रामक थे कि किसी की सत्य प्रकाश के परिवार को बचाने की हिम्मत नहीं हुई। हमलावर लगातार फायरिंग कर रहे थे और धारदार हथियारों के साथ लगातार लोगों को धमका रहे थे। हालात यह थे कि घर के बाहर भीड़ तो थी, लेकिन कोई बचाने आगे नहीं आया। बताया जा रहा है कि 20-25 मिनट के अंदर ही इस पूरे हत्याकांड को अंजाम दिया गया। इसके बाद पुलिस के पहुंचने से पहले ही हमलावर फरार हो गए। पुलिस ने दो हमलावर को गिरफ्तार भी किया है।
6 हत्याओं की इस रंजिश का कारण…एक खेत
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, दोनों परिवार के बीच यह विवाद 7 साल से चल रहा है। फतेहपुर गांव वासी प्रेम यादव राजनीतिक होने के साथ जमीन क्रय-विक्रय भी करता था। उन्होंने गांव में भी कई लोगों के खेत खरीदे हैं। सत्य प्रकाश दुबे का एक भाई साधु दुबे है।
बताया जा रहा है कि दबंग प्रेम यादव ने साधु दुबे की जमीन अपने नाम लिखवा ली थी और अपने प्रभाव से दाखिल खारिज भी करा लिया था। । उसके बाद उसे अपने ही पास रख लिया। इसे लेकर सत्य प्रकाश दुबे लगातार कोर्ट में विरोध करता था। उनका कहना था कि मेरा भाई का दिमाग कमजोर है और वह इस लायक नहीं है कि जमीन बेच सके। जिस खेत को प्रेम यादव ने लिखवाया था वह सत्यप्रकाश के घर के पास ही था। सात साल पहले भी इसी खेत को लेकर पंचायत हो चुकी थी। तब दोनों में समझौता हो गया था। रविवार को सत्य प्रकाश दुबे उसी खेत की फसल काटने गए थे, जिसे लेकर भी विवाद हुआ था।
आसपास के कई गांव में तनाव, पीएसी तैनात
एक ही गांव में छह लोगों की हत्या के बाद से तनाव है। पूरा गांव दो गुटों में बंटा है। हालात और न बिगड़े इसलिए कई थानों की फोर्स और पीएसी तैनात है। पूरा गांव छावनी में बदल गया है। पुलिस ने सबसे पहले गांव से शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजे हैं।
पुलिस अधीक्षक बोले- टीम गठित, हत्यारे जल्द पकड़े जाएंगे
पुलिस अधीक्षक डॉक्टर संकल्प शर्मा ने बताया कि पुलिस मौके पर है। मामला दो जातियों का है। ऐसे में गांव में तनाव है। पुलिस की टीम गठित की है। जल्द ही आरोपितों को पकड़ लिया जाएगा। इस मामले में दो लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। बाकी के बारे में भी पता किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी ने घटना का लिया संज्ञान
देवरिया मामले पर सीएम योगी ने किया ट्वीट।