महावीर सट्टा एप प्रमोटर ने बघेल को दिये 508 करोड़?

ED CLAIMS PAYMENT BY MAHADEV APP PROMOTERS TO CM BHUPESH BAGHEL RECEIVED MONEY FROM PROMOTERS OF MAHADEV APP
ईडी का दावा,महादेव एप के प्रमोटर्स से CM बघेल को मिले 508 करोड़ रुपये,मुख्यमंत्री बघेल ने कहा इससे बड़ा मजाक कुछ और नहीं हो सकता

ED Claims Payment made by Mahadev App promoters
Payment by Mahadev App promoters to CM Bhupesh महादेव सट्टा एप में बड़ा खुलासा हुआ है. ईडी ने अपनी जांच बाद खुलासा किया है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को महादेव एप के प्रमोटर्स ने 508 करोड़ रुपये का पेमेंट किया है. ईडी ने इस बाबत प्रेस रिलीज जारी कर यह दावा किया है. इस पूरे मामले पर मुख्यमंत्री बघेल ने अपना रिएक्शन दिया है. उन्होंने कहा है कि इससे बड़ा मजाक कुछ और नहीं हो सकता है.

नई दिल्ली/रायपुर 03 नवंबर । महादेव सट्टेबाजी ऐप में एक चौंकाने वाला अनावरण हुआ है.ईडी ने शुक्रवार को दावा किया है कि फॉरेंसिक जांच और कैश कूरियर के बयान से महादेव सट्टेबाजी केस में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पैसे देने की बात सामने आई है. ईडी ने दावा किया है कि महादेव सेट्टेबाजी एप के प्रमोटरों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लगभग 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया है.

ED का गिरफ्तार एजेंट के हवाले से दावा:महादेव सट्‌टेबाजी ऐप के प्रमोटर्स ने CM बघेल को दिए 508 करोड़ रुपए
कोर्ट ने असीम दास और कॉन्स्टेबल भीम सिंह यादव को 7 दिन की ED की रिमांड पर भेजा है।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर कहा है कि महादेव सट्‌टेबाजी ऐप के प्रमोटरों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपए का भुगतान किया था। ED ने यह दावा- गुरुवार को गिरफ्तार किए गए कैश कूरियर असीम दास के हवाले से किया है। साथ ही ED ने कहा है कि अब इसकी जांच की जा रही है।

ईडी के इस दावे पर मुख्यमंत्री बघेल ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि इससे बड़ा मजाक कुछ और हो नहीं सकता

ईडी के दावे पर सीएम भूपेश बघेल की प्रतिक्रियाएजेंट असीम दास की गिरफ्तारी से हुआ खुलासा: ईडी ने यह आरोप एक एजेंट असीम दास की गिरफ्तारी और उससे पूछताछ के बाद लगाया है. ईडी ने कहा है कि असीम दास के पास से 5.39 करोड़ रुपये नगद मिला था. जिसमें उसकी गिरफ्तारी हुई थी. उससे पूछताछ में यह खुलासा हुआ है कि असीम दास को यूएई में महादेव एप के प्रमोटरों ने कैश दिया था. जिसे कांग्रेस पार्टी को चुनावी खर्च के लिए पहुंचाना था.

“असीम दास ने स्वीकार किया है कि जब्त की गई धनराशि महादेव ऐप प्रमोटरों ने छत्तीसगढ़ राज्य में चुनावी खर्चों के लिए एक राजनेता ‘बघेल’ तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई थी. दास से पूछताछ और उसके पास से बरामद फोन की फॉरेंसिक जांच के अलावा शुभम सोनी (महादेव नेटवर्क के उच्च पदस्थ आरोपियों में से एक) के भेजे गए ईमेल की जांच से कई चौंकाने वाले आरोप सामने आए हैं. इस केस में नियमित भुगतान किया गया है. अब तक महादेव ऐप प्रमोटरों ने एछत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लगभग 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया है. इसलिए यह जांच का विषय है”-

ईडी की तरफ से जारी किया गया बयान

गुरुवार को असीम दास की हुई गिरफ्तारी

ईडी ने एक बयान जारी कर कहा कि खुफिया इनपुट के आधार पर गुरुवार को असीम दास को गिरफ्तार किया गया था. जिससे यह खुलासा हुआ है कि छत्तीसगढ़ चुनाव में पैसों को पहुंचाने का काम भी किया जा रहा था. यह पैसे प्रमोटरों की तरफ से भेजने का काम किया जा रहा था. यह नकदी राज्य के दुर्ग जिले के भिलाई स्थित होटल ट्राइटन में खड़ी एक एसयूवी से जब्त की गई.

कई बेनामी खातों का भी पता चला

ईडी ने यह भी दावा किया है कि कुछ बेनामी खातों का पता चला है. जिसमें करीब 15.59 करोड़ रुपये रखे गए हैं. उन्हें धन शोधन निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत फ्रीज कर दिया गया है. ईडी ने जांच के बाद कहा कि इस कैश की जब्ती के दौरान एक पुलिस कांस्टेबल भीम यादव को भी गिरफ्तार किया गया है. भीम यादव ने पिछले तीन वर्षों में अनधिकृत रूप से दुबई की यात्रा की है. इसके अलावा महादेव ऐप के प्रमोटरों रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर से भी उसने मुलाकात की है. महादेव ऐप के प्रमोटरों की तरफ से किए गए कई आयोजन में उसने हिस्सा लिया है. ईडी ने यह भी दावा किया कि उनकी यात्रा का खर्च महादेव ऐप की मनी लॉन्ड्रिंग और टिकटिंग कंपनी आहूजा ब्रदर्स की रैपिड ट्रैवल्स ने उठाई थी. असीम दास और भीम यादव छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ अधिकारियों और राजनेताओं के लाभ के लिए महादेव ऐप प्रमोटरों से रिश्वत की रकम प्राप्त करने के माध्यम थे.
असीम दास और भीम यादव को कोर्ट में किया गया पेश:
असीम दास और भीम यादव को कोर्ट में पेश किया गया है. रायपुर की कोर्ट ने उन्हें सात दिन की ईडी हिरासत में भेज दिया है. ईडी ने हाल में महादेव सट्टा एप केस में एक आरोप पत्र दाखिल किया है. जिसमें मुख्य प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल सहित कुल 14 आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है. ईडी ने यह भी दावा किया है कि बड़े पैमाने पर महादेव सट्टा एप की कमाई को हवाला के जरिए ट्रांसफर किया जाता था. बड़े पैमाने पर हवाला ऑपरेशन सट्टेबाजी की आय को ऑफ-शोर खातों में भेजने का काम किया जाता था.
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ईडी ने महादेव ऐप जांच को लेकर पहले भी किए कई अनावरण
ईडी महादेव सट्टेबाजी एप को लेकर पहले भी कई खुलासे कर चुकी है. ईडी ने जांच में कहा था कि महादेव एप के जरिए अवैध धन को राज्य में राजनेताओं और नौकरशाहों को रिश्वत के रूप में साझा किया गया था. ईडी ने इस केस में कई फिल्मी हस्तियों के नाम का भी खुलासा किया था. उनसे पूछताछ के लिए अभिनेताओं और अभिनेत्रियों को समन भी भेजा गया था.

मुख्यमंत्री बघेल की प्रतिक्रिया

ईडी के इस दावे पर कि उन्हें महादेव ऐप प्रमोटरों द्वारा 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि, “क्या इससे बड़ा मजाक हो सकता है?… अगर आज मैं किसी को पकड़ूं और उससे पीएम मोदी का नाम लेने के लिए कहूं, तो क्या वे ऐसा करेंगे. ईडी उससे पूछताछ करे? किसी की प्रतिष्ठा को धूमिल करना बहुत आसान हो गया है”

मेरी छवि धूमिल करने की कोशिश

ईडी के इस दावे पर कि उन्हें महादेव ऐप प्रमोटर्स ने 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था,छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट किया, कि’जैसा कि मैंने पहले कहा है,भारतीय जनता पार्टी ईडी,आईटी,डीआरआई और सीबीआई जैसी एजेंसियों की मदद से छत्तीसगढ़ चुनाव लड़ना चाहती है.चुनाव से ठीक पहले ईडी ने मेरी छवि धूमिल करने का कुत्सित प्रयास किया है.ये ईडी के जरिए कांग्रेस सरकार को बदनाम करने की कोशिश है. ‘महादेव ऐप’ की कथित जांच के नाम पर ईडी ने सबसे पहले करीबी लोगों के घरों पर छापेमारी की. उन्हें बदनाम करने को और अब एक अज्ञात व्यक्ति के बयान के आधार पर मुझ पर 508 करोड़ रुपये लेने का आरोप लगाया है.ईडी और आईटी जैसी एजेंसियों से लड़ने को छत्तीसगढ़ की जनता हमारे साथ है। हम लड़ेंगे और लड़ेंगे जीतना”

सिंहदेव ने इसे तथ्यहीन बताया

उपमुख्यमंत्री टीएस सिंह देव ने भी इस मुद्दे पर कहा कि, “चूंकि चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है, इसलिए हमने मान लिया है कि ईडी इस तरह से कार्रवाई करेगी ताकि कांग्रेस को नुकसान हो. आपने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को बदनाम करने को एक और कहानी शुरू कर दी है. क्या कोई तथ्य हैं?…यह निंदनीय है.”

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