सालभर तैयारी,संसद हमले में कितने षड्यंत्रकारी, क्या है इनकी पृष्ठभूमि
Sagar Manoranjan Neelam Amol Lalit And Vishal Know All About These Accused Of Creating Ruckus In Lok Sabha
दो संसद में, तीन बाहर, पर्दे के पीछे कितने? अब तक अरेस्ट षडयंत्रकारियों को जानिए
लोकसभा में कूद-फांदकर धुआं फैलाते सागर और मनोरंजन के साथ नीलम, अमोल और ललित भी संसद भवन पहुंचे थे। नीलम और अमोल नारेबाजी कर रहे थे,ललित उनका वीडियो बना रहा था।इनके बारे में जैसे-जैसे जानकारियां सामने आ रही हैं,उनके षड्यंत्र का पता चल रहा है।
नई दिल्ली14 दिसंबर: संसद के निचले सदन लोकसभा और संसद परिसर में हंगामा मचाने वालों के बारे में आश्चर्यजनक सूचनाएं हैं। अब तक पूछताछ में पता चला है कि वो सभी एक फेसबुक ग्रुप ‘भगत सिंह फैन क्लब’ से जुड़े और एक-दूसरे के संपर्क में आए। मिलना-जुलना गुरुग्राम के विशाल उर्फ विक्की के घर होता था। बुधवार को संसद हमले की 22वीं वार्षिकी पर इन्होंने अपने षड्यंत्र को साकार करने की ठानी और सफल भी रहे। सभी पर आईपीसी और यूएपीए की कड़ी धाराओं में मुकदमा अंकित हुआ है और आगे छानबीन चल रही है। इस बीच लोकसभा सचिवालय ने आठ सुरक्षा कर्मी निलम्बित किए हैं। उधर,विपक्ष इस मुद्दे पर सरकार से जवाब चाहता है और सदन की कार्यवाही शोर-शराबे में चल नहीं पा रही। बहरहाल,बात षड्यंत्रकारियों की । इन सबका हैंडलर ललित बहुत जहरीला लगता है। उसने सोशल मीडिया पर लिखा- भारत को सिर्फ एक बम की जरूरत है। आइए इन सभी सिरफिरों की कुंडली खंगालें…
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दो संसद के अंदर, तीन बाहर लेकिन कितने पर्दे के पीछे? अब तक बंदी षडयंत्रकारियों को जानिए
27 वर्षीय सागर शर्मा उन दो में है जिन्होंने लोकसभा में घुसकर गदर काटा। दिल्ली में जन्मा लेकिन लखनऊ में रह रहा था। 12वीं पास सागर शर्मा माता-पिता और छोटी बहन के साथ किराए के घर में रहता है। ई-रिक्शा चलाता था। सागर के पिता बढ़ई हैं जबकि मां गृहिणी हैं। वह अपने फेसबुक पेज पर डाले पोस्ट में भगत सिंह और विदेशी क्रांतिकारी चे ग्वेरा का जिक्र करता था।
दूसरा सिरफिरा मनोरंजन डी सागर के साथ लोकसभा में था। 34 वर्षीय मनोरंजन कर्नाटक के मैसुरु निवासी है। उसने 10 साल पहले बेंगलुरु बीआईटी से कंप्यूटर इंजीनियरिंग में ग्रैजुएशन किया। बेरोजगार है। वह फेसबुक पर ‘भगत सिंह फैन क्लब’ पेज से अन्य आरोपितों के संपर्क में आया ।
कथित क्रांतिकारी गैंग में सबसे बड़ी नीलम वर्मा ही है। 37 वर्षीय नीलम वर्मा खुद को नीलम आजाद भी बताती है। हरियाणा के जिंद जिला स्थित गाशो खुर्द गांव निवासी है। कई डिग्रियां हैं। एमफिल किये नीलम हरियाणा टेट पास लेकिन बेरोजगार है । उसने चर्चित किसान आंदोलन में भाग लिया। एक वायरल वीडियो में वो भाजपा की निंदा कर लोगों से कांग्रेस या आईएनएलडी को वोट की अपील करती दिखी। नीलम को पहलवानों के धरने से दिल्ली पुलिस ने हिरासत में भी लिया था। उसके पिता हलवाई और दो भाई दूध कारोबारी हैं।
25 वर्षीय अमोल शिंदे महाराष्ट्र के लातुर जिला स्थित जरी बुद्रुक गांव निवासी है। बुधवार को नीलम के साथ संसद परिसर में नारेबाजी में था जब सागर और मनोरंजन लोकसभा में गदर काट रहे थे। पिता खेतिहर मजदूर। अमोल 12वीं पास है। पिता के मुताबिक,अमोल ने पुलिस और आर्मी भर्ती परीक्षाओं में भाग लिया , आसफलता हुआ तो खिंचा-खिंचा सा रहने लगा। पिता ने कहा कि अमोल ने बहुत गलत किया है।
ललिता झा इनका हैंडलर लगता है। बिहार निवासी ललित ने इंस्टाग्राम प्रोफाइल में खुद को टीचर बताया ,लेकिन अब खबरें हैं कि वो एक एनजीओ का महासचिव है। उसके इंस्टाग्राम पर आखिरी पोस्ट बेहद खतरनाक है। लिखा है- What India needs is a bomb (भारत को कुछ चाहिए तो वह है एक बम)। ललित झा संसद परिसर में ही था। वह नीलम और अमोल की ड्रामेबाजी का वीडियो शूट कर रहा था। हंगामा होते ही भाग गया।
विशाल शर्मा के घर संसद में हंगामे के षड्यंत्र की प्लानिंग बनी। सपत्नीक गुरुग्राम के सेक्टर 7 हाउसिंग बोर्ड कॉलोनीवासी है। विशाल शर्मा उर्फ विक्की उर्फ जंगली एक्सपोर्ट कंपनी में ड्राइवर रहा,अब ऑटो चलाता है। पड़ोसियों के मुताबिक, शराबी विशाल अक्सर पत्नी से झगड़ता है। सागर अक्सर विशाल के घर आता था, अन्य आरोपित कभी-कभार उसके घर आते थे। विशाल का आपराधिक बैकग्राउंड है।
होगी कड़ी कार्रवाई
दिल्ली पुलिस ने इन सब पर षड्यंत्र, सरकारी कर्मी को ड्यूटी करने से रोकने समेत यूएपीए की दो कठोर धाराओं में मुकदमा लिखा है। पुलिस इनसे पूछताछ कर जानना चाह रही है कि क्या कुछ और लोग हैं जिन्होंने पर्दे के पीछे से भूमिका निभाई। संभव है कुछ और लोगों के नाम उजागर हों।
What India Needs Is A Bomb Wrote Handler Lalit Jha Know The Detail Of Ruckus In Lok Sabha After One Year Long Conspiracy
‘भारत को कुछ नहीं, बस एक बम चाहिए’, सालभर का षड्यंत्र और सिरफिरों ने काट दिया संसद में गदर
दर्शक दीर्घा से कूदकर लोकसभा में हंगामा मचाने वालों ने पूछताछ में होश उड़ाने वाली बातें बताई हैं। पता चला कि यें सालभर से षड्यंत्र रच रहे थे।
मुख्य बिंदु
लोकसभा में हंगामा मचाने वालों की पूरी टीम थी
शुरुआती जांच में सालभर से षड्यंत्र रचने की आश्चर्यजनक जानकारी मिली
देश की संसद में अफरा-तफरी मचा दुनियाभर का ध्यान खींचने में सफल समूह की जानकारियां जैसे-जैसे बाहर आ रही हीं,वैसे-वैसे हैरानी भी बढ़ती जा रही है। लोकसभा में गदर काटने वालों के साथ-साथ संसद परिसर में प्रदर्शन करने वालों से प्रारंभिक पूछताछ में होश उड़ाने वाली बातें सामने आई हैं। पता चला है कि संसद में घुसकर ‘क्रांति’ का षड्यंत्र सालभर से चल रहा था। इन षडयंत्रकारियों कि हैंडलर ललित झा है। इसने अपने इंस्टाग्राम पर आखिरी पोस्ट डाला था, ‘भारत को कुछ चाहिए तो वह है एक बम।’ इससे पता चलता है कि देश और देशवासियों के खिलाफ कितना जहर भरा है ललित झा जैसे लोगों में। खैर,आइए जानते हैं कि ललित झा के उकसावे में सिरफिरों की इस टीम ने कैसे सालभर षड्यंत्र रचा। संसद को अपनी नफरती नीयत का निशाना बनाने को इन्होंने कब-कब रेकी की। फिर कैसे देश के चार राज्यों कर्नाटक,महाराष्ट्र,बिहार और हरियाणा से दिल्ली पहुंच षडयंत्रकारियों ने आखिरी प्रबंध कर तमाशा किया।
सेंध से पहले रेकी
अब तक की पूछताछ के आधार पर जो कहानी बनी,वो ये है कि लोकसभा में पकड़े गए चार घुसपैठियों में से एक ने दो बार संसद की रेकी की। पहली मानसून सत्र में और दूसरी बार हाल के 18 सितंबर को संसद के विशेष सत्र में,जब नए संसद भवन का उद्घाटन हुआ। जांच में आगे यह भी पता चला कि इनके वामपंथी चरमपंथी समूहों से संबंध हो सकते हैं।
भारत को कुछ चाहिए तो वह है एक बम।
ललित झा, सिरफिरों का हैंडलर
एक-एक को जानें
कर्नाटक के 34 साल के मनोरंजन डी ने जुलाई-अगस्त में विजिटर पास पर लोकसभा देखी। लखनऊ निवासी अपने साथी सागर शर्मा के साथ वह लोकसभा में तभी दबोचा गया जब दोनों ने गैलरी में कूद लाल-पीले रंग का धुआं छोड़ने वाले गैस कैनिस्टर खोले।
ध्यान रहे कि ये किरदार वो हैं जिनकी पहचान हो चुकी है, पर्दे के पीछे और कितने जहरीलों की फौज है, यह तो धीरे-धीरे सामने आएगा। बहरहाल, अब जानते हैं इनकी मिलीभगत और षडयंत्र की पूरी कहानी।
लोकसभा सचिवालय के अनुरोध पर गृह मंत्रालय ने जांच का आदेश दिया है। जांच समिति का गठन सीआरपीएफ के डीजी अनिश दयाल सिंह के नेतृत्व में अन्य सुरक्षा एजेंसियों और विशेषज्ञों के सदस्यों के साथ किया गया है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय
सालभर का षड्यंत्र और फिर…
इनके बीच फोन पर बातचीत (कॉल डिटेल) के विश्लेषण और उनकी शुरुआती पूछताछ से पता चला है कि आरोपित सालभर से एक-दूसरे के संपर्क में थे और कुछ महीने पहले मैसूरु में भी मिले। आरोपितों में से कम से कम एक ने बजट सत्र में संसद भवन में सुरक्षा व्यवस्था परखी। तब उन्हें पता चला कि सुरक्षाकर्मी आगंतुकों के जूते उतारने या उनकी जांच नहीं करते हैं। बस क्या था, बना ली संसद में गदर मचाकर देश-दुनिया को दहलाने का षड्यंत्र।
गुरुग्राम में जुटे सिरफिरे
प्लानिंग को कार्यरूप देने की आई तो विक्की के घर बैठक तय हुई। सागर शर्मा 10 दिसंबर को लखनऊ से, महाराष्ट्र के अमोल शिंदे और हिसार से नीलम कौर दिल्ली आए। सभी एक मेट्रो स्टेशन पर मिल विशाल शर्मा उर्फ विक्रम उर्फ विक्की के गुरुग्राम स्थित घर गए। उनके साथ मनोरंजन डी शामिल हुआ, जिसने दिल्ली को उड़ान भरी ।मुख्य षड्यंत्रकर्ता ललित सुबह शामिल हुआ। वो सभी सोमवार को दिल्ली आए।
और संसद हमले की बरसी पर कर दिया कांड
सागर ने बुधवार सुबह सांसद प्रताप सिम्हा के सचिव से पास लिए, कुछ भारतीय झंडे खरीदे और इंडिया गेट पर अन्य लोगों से मिला। अमोल ने प्रत्येक को स्मोक कैनिस्टर दिया। दोपहर 12 बजे दो लोग संसद में, जबकि तीन को बाहर विरोध प्रदर्शन करना था। लखनऊ का ई-रिक्शा चालक सागर साझा कड़ी था जो फोन और सोशल मीडिया पर सभी के संपर्क में था। नीलम विक्रम और उसकी पत्नी के संपर्क में थी और उन्हें समूह में शामिल किया। गुरुग्राम के सेक्टर 7 निवासी विक्रम ने बाकी लोगों को ठहराया था। पुलिस को संदेह है कि वह ‘फौजी गिरोह’ से जुड़ा है और उससे इसी सिलसिले में पूछताछ कर रही है।
इतना जहर भरा है इन सिरफिरों में!
संसद पर हमले की 22वीं बरसी के दिन जब इनका षड्यंत्र सफल रहा तो ललित ने इंस्टाग्राम पर वीडियो भी अपलोड किया है। वीडियो में नीलम संसद के बाहर धुआं छोड़ते हुए नारे लगाती दिख रही है। उसके आखिरी इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा है, ‘What India needs is a bomb।’ उसने बाहर से घुसपैठ का संचालन करते वीडियो बना अपने एनजीओ संचालक पार्टनर को भेजा । मामला आगे जांच को स्पेशल सेल को सौंपा जा रहा है।’ विक्की की पत्नी से भी पूछताछ हो रही है।