पंजाब में खालिस्तान विरोधी हिंदू नेताओं पर रुक नहीं रहे हमले
खालिस्तानियों के खिलाफ बोलना पड़ रहा महंगा, पंजाब में हो रहे हिंदू नेताओं पर लक्षित हमले
लुधियाना स्थित शिवसेना नेता संदीप थापर उर्फ गोरा पर शुक्रवार को दो निहंग सिखों ने तलवारों से हमला किया, जो उनके खालिस्तान विरोधी, भिंडरावाले और अमृतपाल विरोधी पोस्ट से नाराज़ थे. क्रूर हमले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है जिसमें थापर को निहंगों के सामने हाथ जोड़ते देखा जा सकता है.
नई दिल्ली,07 जुलाई 2024,खालिस्तान विचारकों या खालिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ बोलना पंजाब में मुखर धार्मिक और हिंदू नेताओं को महंगा पड़ रहा है. जांच में आया है कि सक्रिय ISI समर्थन वाले खालिस्तानी आतंकवादी राज्य में धार्मिक नेताओं को टार्गेट करके हत्याओं का षड्यंत्र रच रहे थे. पिछले तीन महीनों में ऐसे दो हमले सामने आए हैं, जिनमें एक हिंदू नेता की गोली मारकर हत्या कर दी गई.
लुधियाना में शिवसेना नेता पर हमला
लुधियाना स्थित शिवसेना नेता संदीप थापर उर्फ गोरा पर शुक्रवार को दो निहंग सिखों ने तलवारों से हमला किया, जो उनके खालिस्तान विरोधी, भिंडरावाले और अमृतपाल विरोधी पोस्ट से नाराज़ थे. क्रूर हमले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है जिसमें थापर निहंगों के सामने हाथ जोड़ते देखे जा सकते है. आरोपित निहंगों ने दिनदहाड़े 40 सेकंड में थापर पर 12 बार हमला किया.
लुधियाना पुलिस कर रही है जांच
लुधियाना पुलिस ने दो आरोपितों 30 वर्षीय हरजोत सिंह जोता और 34 वर्षीय सरबजीत सिंह साबा पकड़े हैं. तीसरा आरोपित टहल सिंह उर्फ लाडी भागा हुआ है. उनके पिछले आपराधिक इतिहास को खंगालने की प्रारंभिक जांच में पता चला कि गिरफ्तार आरोपितों में से एक नशेड़ी था. हिंदू नेता पर हमले में शामिल निहंगों ने दावा किया है कि वे निहंगों के बाबा बुड्ढा दल समूह से हैं. क्या आरोपितों के खालिस्तानी ठगों से संबंध थे,के जवाब में लुधियाना पुलिस आयुक्त ने कहा कि मामले की सभी कोणों से जांच हो रही है.
कुलदीप सिंह चहल ने कहा, “फिलहाल जांच जारी है. हम हमले के वास्तविक उद्देश्य का पता लगाने को आरोपितों से पूछताछ कर रहे हैं. तीसरे आरोपित की गिरफ्तारी को तलाश हो रही है. हम उनके पिछले आपराधिक रिकॉर्ड की भी जांच कर रहे हैं.”
भाजपा नेत्री लक्षमीकांता चावला ने उठाए सवाल
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि आरोपितों से मिले मोबाइल फोन को फॉरेंसिक जांच को भेजा जा रहा है. कॉल रिकॉर्ड से पता चलेगा कि क्या आरोपित का किसी गैरकानूनी संगठन से कोई संबंध था. प्रमुख भाजपा और हिंदू नेताओं ने राज्य में बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं. वरिष्ठ भाजपा नेता लक्ष्मीकांता चावला ने लुधियाना पुलिस पर संदीप थापर की सुरक्षा में कटौती करने का आरोप लगाया. चावला ने कहा, “पुलिस और जिस निहंग समूह से आरोपित जुड़े हैं उसके नेता को लोगों को बताना चाहिए कि क्या हमलावर निहंगों की आड़ में अपराधी हैं. आपराधिक कृत्य में शामिल क्या असली निहंग हैं .”
मामले को NIA को सौंपे जाने की मांग
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि संदीप थापर पर हमला ‘योजनाबद्ध’ नहीं था,वहीं उनके परिजनों का कहना है कि उन्हें कट्टरपंथी तत्वों से जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं.संदीप की पत्नी ऋतु थापर ने आशंका जताई कि उन्हें कट्टरपंथी खालिस्तानियों से काफी समय से हत्या की धमकियां मिल रही थीं.यह हमला एक गहरे विवाद की ओर इशारा करता है.हम मांग करते हैं कि मामला एनआईए को सौंपा जाए.” तीन दिन की रिमांड और हमलावरों को ‘नशेड़ी’ बता इसे धार्मिक रंग देकर मामले को रफा-दफा करने की कोशिश होगी.
गनमैन किनारे खड़ा रहा; 2 हमलावर गिरफ्तार; बाबा बुड्ढा दल से जुड़े हुए
शिवसेना नेता संदीप थापर पर सिविल अस्पताल के बाहर हमला करते निहंग और हमले के बाद जारी वीडियो में बात करते निहंग।
पंजाब के लुधियाना में शुक्रवार दोपहर को शिवसेना टकसाली नेता एवं सुखदेव थापर के वंशज संदीप थापर पर सिविल अस्पताल के बाहर 3 निहंगों ने हमला कर दिया। निहंगों ने दिनदहाड़े बीच सड़क उनकी स्कूटी घेरकर उन पर तलवारों से वार किए। पुलिस ने फतेहगढ़ साहिब से 2 निहंग पकड़े है। एक आरोपित अभी भी फरार है। पुलिस उसकी तलाश में छापेमारी कर रही है।
पुलिस कमिश्नर कुलदीप चहल ने बताया कि एसएसपी फतेहगढ़ साहिब रवजोत ग्रेवाल की टीम ने इन्हें यूनिवर्सिटी के पास से गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी बाबा बुड्ढा दल से हैं। आरोपियों का सारा रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है।
शिवसेना नेता की स्कूटी भी बरामद कर ली गई है। शिवसेना नेता के साथ मौजूद पुलिस के गनमैन के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है। अगर वह भी दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ भी जांच शुरू की जाएगी।
लुधियाना में पकड़े आरोपियों के बारे में बताते पुलिस कमिश्नर कुलदीप चहल।
गनमैन से छीन ली थी रिवॉल्वर
हमले के वक्त गनमैन संदीप के साथ था। उसके पास रिवॉल्वर थी जो निहंगों ने उससे छीन ली। तब गनमैन बचाव करने की जगह किनारे हो गया। हमला करने के बाद निहंग संदीप की ही स्कूटी लेकर फरार हो गए। इसके बाद संदीप को सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें सीएमसी में भर्ती कराया गया। वहीं इस घटना के बाद हिंदू नेता भड़क गए और सड़क जाम कर दी। इसे देख पुलिस बल तैनात किया गया है। माहौल तनावपूर्ण है।
हिंदू नेताओं ने लुधियाना बंद का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि अगर आरोपित नहीं पकड़े नहीं गए तो पूरे पंजाब में प्रदर्शन करेंगे। वहीं इस घटना की केंद्रीय राज्यमंत्री रवनीत बिट्टू और लुधियाना से सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने कड़ी निंदा की। उन्होंने पुलिस को आरोपितों को पकड़ने के निर्देश दिए ।
लुधियाना वेस्ट से AAP विधायक गुरप्रीत गोगी ने कहा कि जिसने भी हमारे शहर को आग लगाने की कोशिश की, उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा। मैं इस बारे में पुलिस कमिश्नर से बात करूंगा।
वारदात के निहंगों ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर धमकाया।
सिख धर्म किसी का विरोध नहीं करता
वारदात के बाद निहंगों ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए कहा कि जो भी हमारे धर्म, मर्यादा और शहीदों के खिलाफ बोलेगा, हम उसके साथ वैसा ही करेंगे जैसा हमने आज लुधियाना में किया। उन्होंने कहा कि हम जाति के खिलाफ बोलने वाले किसी भी व्यक्ति को नहीं छोड़ेंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि सिख धर्म किसी का विरोध नहीं करता है और न ही यह जाति या धर्म के आधार पर भेदभाव करता है। उन्होंने कहा कि जीभ में हड्डी नहीं होती लेकिन हड्डी तुड़वा देती है। हमारे धर्म और शहीदों के खिलाफ बोलने वालों को जुबां पर कंट्रोल करना चाहिए। हमें कहते हैं कि निहंग कुछ करते नहीं। मौका मिला तो इसी तरह खालसा अपना रूप दिखाता रहेगा।
उधर, डीसीपी जसकरन सिंह तेजा संदीप थापर से मिलने अस्पताल पहुंचे। उन्होंने कहा कि आरोपियों पर 307 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। शहर में नाकाबंदी करवा दी है। जल्द आरोपी काबू कर लिए जाएंगे। पूरे इलाके में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है।
पहले गाली-गलौज, फिर हमला किया
संदीप थापर ने बताया कि वह एक धार्मिक समागम में शामिल होकर अपने गनमैन के साथ घर लोट रहे थे। सिविल अस्पताल के पास 3 निहंग उनके पास आए और गाली-गलौज करने लगे। इसके बाद तलवार से उन पर हमला कर दिया। आरोपियों ने उनके गनमैन की रिवॉल्वर भी छीन ली।
पहले से मिल रही थी धमकियां
संदीप थापर ने बताया कि उन्हें पहले भी कई बार अज्ञात लोगों से फोन पर जान से मारने की धमकियां मिल चुकी हैं। उन्होंने कई बार पुलिस को बताया, लेकिन पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया और आज उन पर हमला हुआ। जिसमें वह बाल-बाल बच गए, लेकिन उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
उन्होंने कहा कि इस हमले के लिए लुधियाना के सीपी कुलदीप चहल जिम्मेदार हैं। जिनसे वह तीन महीने से लगातार सुरक्षा की गुहार लगा रहे हैं।
हिंदू नेताओं ने सड़क जाम कर पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया।
हिंदू नेताओं ने सड़क जाम कर दिया धरना
घटना के बाद हिंदू नेताओं ने सड़क जाम कर दिया धरना दिया और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। मौके पर पहुंचे शिवसेना नेता भानु प्रताप और अमित कौंडल ने कहा कि संदीप थापर को लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं और पुलिस सब कुछ जानते हुए भी हाथ पर हाथ धरे बैठी रही।
यहां तक कि सीपी साहब ने भी उनकी शिकायत को नजरअंदाज किया, जिसे वह बर्दाश्त नहीं करेंगे। लुधियाना में गुंडागर्दी फैल चुकी है और पुलिस इसे रोकने में नाकाम साबित हो रही है।
शिव सेना नेता संदीप थापर का सिविल अस्पताल में इलाज चल रहा है।
अस्पताल में भी लगे सीपी मुर्दाबाद के नारे
सिविल अस्पताल के अंदर हिंदू नेताओं ने पुलिस कमिश्नर लुधियाना कुलदीप चहल और सीपी मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। उन्होंने सरकार से सीपी को हटाने की मांग की। मामले की जांच कर रहे एसीपी अक्षय जैन ने कहा कि थाना डिवीजन नंबर-2 की पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। आरोपितों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
सीपी कुलदीप चहल ने कहा कि उन पर या किसी पर भी इस तरह के आरोप लगाना पूरी तरह से गलत हैं। हमने पहले ही उन्हें गनमैन मुहैया करा दिया है। हम लुधियाना में किसी को भी कानून हाथ में नहीं लेने देंगे।
डीसीपी जसकरण सिंह तेजा ने कहा- आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
कांग्रेस प्रधान लुधियाना सांसद बोले- सख्ती से निपटे पुलिस
पंजाब कांग्रेस के प्रधान और लुधियाना से सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने शिवसेना नेता संदीप थापर ‘गोरा’ पर हुए हमले को क्रूर और बर्बर बताते हुए कहा कि शहर में अराजकता से भय का वातावरण व्याप्त है। अपराधियों में कानून का कोई डर नहीं है। उन्होंने बताया कि कैसे थापर के निजी सुरक्षा गार्ड ने उन पर बर्बर हमला होते कुछ नहीं किया । उन्होंने मांग की कि दोषियों से कानून के अनुसार सख्ती से निपटना चाहिए और उम्मीद जताई कि पुलिस उन्हें जल्द से जल्द गिरफ्तार करेगी।
तीन महीने के भीतर दूसरा क्रूर हमला
तीन महीने ऊ किसी हिन्दू नेता पर यह दूसरा क्रूर हमला है. इससे पहले 13 अप्रैल को नंगल, रूपनगर स्थित विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के नेता विकास प्रभाकर की दो पाकिस्तान समर्थित गुर्गों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी, जो 16 अप्रैल को गिरफ्तार हुए थे. पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह आतंकी मॉड्यूल पुर्तगाल से वित्त पोषित था और पाकिस्तान स्थित हैंडलर के क्षेत्र में आतंक फैलाने के बड़े षड्यंत्र के अनावरण को यह मामला एनआईए को सौंप दिया गया है.
इससे पहले 4 नवंबर 2022 को अमृतसर स्थित शिव सेना नेता सुधीर सूरी की खालिस्तानी समर्थक संदीप सिंह ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. सुधीर सूरी की हत्या के मामले और संदीप थापर पर हमले के बीच समानता यह है कि दोनों को पंजाब पुलिस ने सुरक्षा दी थी जो इन नेताओं की सुरक्षा करने में विफल रही. राज्य में नौ वर्षों में धार्मिक नेताओं पर हमलों और उनकी हत्याओं के कम से कम 20 मामले सामने आए.
पहले भी हुई हैं हत्याएं
12 नवंबर 2022 को महंत संत शीतल दास की मोहाली के बुढ़ानपुर में हत्या कर दी गई थी. 12 नवंबर 2022 को शहीद बाबू लाभ सिंह नगर में माता की चौकी पर कट्टरपंथियों ने हमला कर दिया था. खालिस्तानियों ने 10 नवंबर, 2022 को कोटकपुर में डेरा सच्चा सौदा के एक अनुयायी की हत्या कर दी. 29 अगस्त, 2022 और 21 मई, 2022 को ददुआना, अमृतसर और जीरकपुर, मोहाली में ईसाई सभाओं पर कट्टरपंथी तत्वों ने हमला किया .
अलगाववादी समूह ने 31 जनवरी, 2021 को फिल्लौर में एक पुजारी और एक प्रीस्ट पर हमला किया था. खालिस्तानियों ने 20 नवंबर, 2020 को बठिंडा में डेरा सच्चा सौदा के एक अनुयायी की हत्या कर दी, इसके अलावा अक्टूबर 2020 में तरनतारन में शौर्य चक्र पुरस्कार विजेता बलविंदर सिंह संधू की हत्या कर दी गई. रेडिकल गुंडों ने 2016-17 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, शिव सेना और ईसाइयों की आठ हत्याओं का भी षड्यंत्र रचा था.
इस बीच, सुरक्षा खतरे को ध्यान में रखते हुए, पंजाब पुलिस लगभग एक दर्जन हिंदू नेताओं को प्रदान की गई सुरक्षा की समीक्षा कर सकती है, जो कट्टरपंथी खालिस्तानी समूहों के निशाने पर थे.
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