फर्रूखाबाद रहस्य: लड़कियों की हत्या तो किसने,आत्महत्या तो क्यों?

पेड़ से लटकते दो शव और दुर्घटनास्थल पर चौंकाने वाले प्रमाण… फर्रुखाबाद की ‘डेथ मिस्ट्री’ में नया पेंच!
फर्रुखाबाद में दो लड़कियों की डेथ मिस्ट्री उलझती जा रही है. पुलिस ने जिले के भगवतीपुर गांव में एक आम के पेड़ से लटकती दो लड़कियों के शव 27 अगस्त सुबह मिले  थे. तत्काल मामला आत्महत्या का दिखता था, लेकिन अब परिजनों का कहना है कि उनकी बेटियों की हत्या हुई है.

फर्रुखाबाद में दो लड़कियों की डेथ मिस्ट्री उलझती जा रही है.

फर्रुखाबाद,31 अगस्त 2024,उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में दो लड़कियों की डेथ मिस्ट्री उलझती जा रही है. पुलिस ने जिले के भगवतीपुर गांव में आम के पेड़ से लटकती दो लड़कियों के शव 27 अगस्त सुबह मिले थे. तत्काल मामला सुसाइड का लग रहा था, लेकिन 18 और 15 साल की इन दो लड़कियों के घरवालों ने ये कह कर मामले उलझा दिया कि उनकी बेटियों ने जान दी नहीं, बल्कि उनकी जान ली गई है. मामला हत्या का है. लेकिन अब इस केस में पुलिस को दुर्घटनास्थल से  मिले प्रमाण चौंकाने वाला खुलासा करते हैं. फिलहाल इन प्रमाण का इशारा इस डेथ मिस्ट्री के  आत्महत्या और उसके लिए लड़कियों को मजबूर किया जाना लगता है.

इस खौफनाक कहानी की शुरुआत हुई 26 अगस्त जन्माष्टमी की रात को, जब गांव भगवतीपुर निवासी ये लड़कियां पास के मंदिर में सजी जन्माष्टमी की झांकी देखने घर से निकली. आस-पड़ोस में रहने वाली दोनों लड़कियों में बहुत अच्छी दोस्ती थी. मामला तब उलझा, जब लड़कियां देर रात तक घर नहीं लौटीं. इनमें एक लड़की की बुआ भी उसी गांव में रहती है और झांकी देखने से पहले वो लड़की शाम को बुआ के घर भी गई थी. ऐसे में लड़कियों के घरवालों को लगा कि शायद रात को झांकी देखने के बाद दोनों लड़कियां बुआ के घर पर ही सो गई होंगी. लेकिन सुबह पूरे गांव में तब कोहराम मच गया, जब दोनों के शव पेड़ से लटकते देखे गए.

दोनों ही शव एक ही दुपट्टे से लटक रहे थे. देखते ही देखते इस मंज़र ने पूरे गांव में कोहराम मचा दिया.  लोगों की भीड़ इकट्ठी हो गई जिन्होंने पुलिस को सूचित किया गया. खबर मिलते ही कायमगंज कोतवाली पुलिस दुर्घटना स्थल पहुंची। दोनों शव नीचे उतारे गये. इसके बाद पुलिस ने उन्हें पोस्टमार्टम भिजवा दिया, ताकि पता चल सके कि दोनों की मौत आत्महत्या है या फिर किसी ने उनकी हत्या कर शव पेड़ से टांग दिये है. आस-पास की तलाशी लेने पर पुलिस को दुर्घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट जैसी चीज़ तो नहीं मिली, लेकिन पुलिस को पेड़ पर ही मोबाइल फोन और एक लड़की के कपड़ों से सिम कार्ड जरूर मिला.

परिजनों ने कहा- हत्या कर बेटियों की लाश पेड़ से लटकाया

इन्हें पुलिस ने छानबीन को कब्जे में ले लिया. वैसे पुलिस ने इस मामले की तफ्तीश में बेशक सारे ऑप्शन खोल रखे हों, लेकिन लड़कियों के घरवालों का कहना है कि उनकी बेटियों ने आत्महत्या नहीं की, बल्कि किसी ने दोनों की हत्या कर उनके शव पेड़ से लटका दिये हैं. अब सवाल ये है कि जब घर वाले इसे कत्ल बता रहे हैं, तो आखिर पुलिस के पास ऐसा क्या प्रमाण है, जिससे उसे ये मामला आत्महत्या का लग रहा है. तो इसका जवाब है लड़कियों के पास से मिला मोबाइल फोन, सिम कार्ड और कॉल डिटेल.

पुलिस को दुर्घटनास्थल से एक मोबाइल फोन मिला था, जो दो लड़कियों में से एक के ममेरे भाई का था. जबकि छोटी लड़की के कपड़ों से एक सिम कार्ड मिला था. पुलिस ने इस सिम कार्ड की जांच की तो पता चला कि उस नंबर से ये दोनों लड़कियां दो अलग-अलग नंबरों पर बात किया करती थी. इनमें एक नंबर उसी गांव के दीपक नाम के एक लड़के का था, जबकि दूसरा उसके साथी पवन का. यानी शुरुआती छानबीन संकेत करती है कि दोनों लड़कियों की दीपक और पवन से दोस्ती थी. असल में पुलिस को मिली कॉल डिटेल में मौत की रात भी इस नंबर से उन दोनों लड़कों के नंबर पर घंटों देर तक बात किए जाने के प्रमाण सामने आए हैं.

आत्महत्या को मजबूर करने की उप्र पुलिस की थ्योरी

जांच में यह भी पता चला है कि मौत की रात भी मंदिर जाने की जगह दोनों लड़कियां देर तक इन्हीं लड़कों से बात कर रही थी. ऐसे में सवाल ये है कि क्या इन लड़कों ने दोनों लड़कियों से कोई ऐसी बात कह दी दोनों आत्महत्या को मजबूर हो गई? ऐसे में ये मामला एबेटमेंट सुसाइड यानी आत्महत्या को मजबूर करने का है.  इसी थ्योरी पर चलते हुए पुलिस ने अब दीपक और पवन पकड़ भी लिया है. गुरुवार को जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचे और दोनों ने गांव वालों को साफ कहा कि वो हर हाल में अनुसंधान से सच्चाई सामने लाएंगे. हालांकि घरवालों को सुसाइड की थ्योरी पर शक है. उनका कहना है कि गिरफ्तार लड़के उनकी बेटियों को टॉर्चर  करते थे.

पेड़ पर दोनों ही लड़कियों की लाश जिस तरह से लटकी हुई मिली, वो भी अपने-आप में संदेहास्पद  है. असल में दोनों लड़कियों के शव दुपट्टे के दो अलग-अलग छोर से लटके थे. दो दुपट्टों में गांठ लगा कर उन्हें एक-दूसरे से जोड़ा गया था और उसके एक छोर पर एक लड़की का शव लटक रहा था, जबकि दूसरे छोर पर दूसरी लड़की का शव. लड़कियों के गले में दुपट्टे का फंदा तो जरूर लगा था, लेकिन पेड़ की डाली के साथ दुपट्टे की कोई गांठ या फंदा नहीं था. यानी दोनों लड़कियां एक-दूसरे की वजन के सहारे पेड़ से झूल रही थी. ये अपने-आप में एक अजीब बात है. यदि आत्महत्या का मामला है तो दोनों ना सिर्फ इसके लिए एकमत थी, बल्कि दोनों ने पेड़ से एक साथ छलांग लगाई.

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