ड्रोन, पिंजड़े, शिकार…फिर भी ऑपरेशन भेड़िया विफल, आखिर कैसे खत्म होगा आतंक
बहराइच में इन दिनों भेड़ियों ने आंतक मचा रखा है. वन विभाग की तरफ से भेड़ियों को पकड़ने के लिए ड्रोन, पिंजडे और जाल का इस्तेमाल किया जा रहा है. बावजूद इसके अभी तक भेड़ियों को पकड़ा नहीं जा सका है. जिसके चलते इलाके के लोग द
ड्रोन, पिंजड़े, शिकार…फिर भी ऑपरेशन भेड़िया नाकामड्रोन, पिंजड़े, शिकार…फिर भी ऑपरेशन भेड़िया नाकाम
बहराइच,
03 सितंबर 2024,उत्तर प्रदेश के बहराइच में इन दिनों भेड़ियों ने आतंक मचा रखा है. जिसके चलते बहराइच के 35 गांव के लोग दहशत में हैं. अब तक आदमखोर भेड़ियों के हमले में 9 बच्चों सहित 10 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, कई लोग हमले में घायल भी हो चुके हैं. भेड़ियों को पकड़ने के लिए 5 वन प्रभागों बहराइच, कतर्नियाघाट वाइल्ड लाइफ, श्रावस्ती, गोंडा और बाराबंकी की लगभग 25 टीमें लगी हुई हैं
भेड़ियों को पकड़ने के लिए मुख्यमंत्री योगी ने भी वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दे दिया है. जिसके बाद से वनविभाग के अधिकारी मौके पर डटे हुए हैं. लेकिन भेड़ियों का अभी तक रेस्क्यू नहीं किया जा सकता और
वन विभाग की तरफ से भेड़ियों का रेस्क्यू करने के लिए पिंजरे का इस्तेमाल किया जा रहा है. ड्रोन से उनके हर गतिविधियों पर नजर रखने की कोशिश की जा रही है और पिंजरे में बकरी रखी जा रही हैं, ताकि लालच में भेडिया अंदर आए और फंस जाए. इसके अलावा भेड़ियों के रेस्क्यू के लिए जाल का भी इस्तेमाल किया जा रहा है.
लाठी लेकर घूम रहे हैं लो
आदमखोर भेड़िये के आतंक से ग्रामीण दहशत में हैं. दिन में भी अगर वो खेतों में जा रहे हैं तो लाठी-डंडे लेकर साथ में चल रहे हैं. ताकि अगर भेड़ियां उनपर हमला करे तो उससे बचा जा सके.
बच्चे ही हो रहे हैं शिकार
भेड़ियों द्वारा 14 वर्ष तक के बच्चों को ही अपना शिकार बनाया जा रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि भेड़िया बच्चों को पकड़ने के बाद गर्दन मुंह से दबा देता है. जिससे बच्चों की आवाज बाहर नहीं निकलती है और वो बच्चों को जंगलों की तरफ लेकर भाग जाता है.
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