मनसादेवी भगदड में आठ की मौत,दो दर्जन घायल

मनसा देवी भगदड़ में आठ की मौत, मुख्यमंत्री धामी ने अस्पताल पहुंचकर जाना घायलों का हाल 

हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर मार्ग पर रविवार सुबह भगदड़ मचने से बड़ी दुर्घटना हो गयी। दुर्घटना में आठ लोगों की मौत हो गई।  पांच लोग गंभीर घायल हैं, 23 लोग सामान्य रूप से घायल हैं।  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी हरिद्वार पहुंचे और अस्पताल में घायलों का हाल जाना।

मुख्यमंत्री ने दिए मजिस्ट्रियल जांच के निर्देश, दो-दो लाख अनुग्रह की घोषणा, हेल्पलाइन नंबर जारी

इनकी हुई मौत

1- वकील (45 वर्ष)
2- आरुष 6 रामपुर मुरादाबाद
3- विशाल (19 वर्ष)
4-विपिन (18 वर्ष)
5-शांति (60 वर्ष)
6- रामभरोसे (65 वर्ष)
7- अज्ञात (19 वर्ष)
8-विक्की (25 वर्ष)

ऐसे हुआ हादसा

मनसा देवी मंदिर दर्शन जाने वाले पैदल मार्ग पर तब हड़कंप मच गया जब श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के बीच अचानक भगदड़ मच गई। नौ बजे के आसपास मंदिर की चढ़ाई कर रहे श्रद्धालुओं के बीच किसी ने बिजली के करंट की अफवाह फैला दी, जिससे अफरा-तफरी हो गई।

देखते ही देखते लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे। चीख-पुकार बीच कई श्रद्धालु दब गए। दुर्घटना में एक बच्चे समेत 35 श्रद्धालु घायल हो गए। उन्हें तत्काल जिला अस्पताल पहुंचाया गया। इनमें आठ श्रद्धालुओं की मौत की पुष्टि की गई है।
दो-दो लाख मुआवजे की घोषणा

हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर मार्ग पर हुई भगदड़ जन्य दुर्घटना पर मुख्यमंत्री धामी ने भी शोक व्यक्त किया। उन्होंने दुर्घटना के मजिस्ट्रियल जांच के निर्देश दिए हैं। साथ ही प्रदेश सरकार से मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि प्रदान की जाएगी।

भीड़ तेजी से आई और रौंदते चली गई, रामपुर के तीन युवकों की मौत, प्रत्यक्षदर्शी की आंखों देखी

भगदड़ मचने से रामपुर के तीन युवकों समेत आठ की मौत हो गई। घटना की जानकारी मिली तो रामपुर में शोक की लहर दौड़ गई। तीनों युवकों के परिजन हरिद्वार पहुंच चुके हैं। एक प्रत्यक्षदर्शी  ने बताया कि भगदड़ मची तो भीड़ एक दूसरे को रौंदते आगे निकल गई।
हरिद्वार मनसा देवी में हुई भगदड़ में जान गंवाने वाले रामपुर निवासी
हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर में मची भगदड़ में रामपुर के तीन युवकों की मौत जबकि दो लोग घायल हो गए। सभी हरिद्वार में गंगाजल लेने गए थे। जान गंवाने वालों में विक्की सैनी(20 वर्ष),विपिन सैनी (18 वर्ष) और विशाल (22 वर्ष) शामिल हैं। तीनों युवक हरिद्वार से जल ले मनसा देवी मंदिर में दर्शन को गए थे। दुर्घटना के शिकार लोगों में बिलासपुर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम नगरिया कला के मजरा निवासी मुनीम टीकाराम सैनी का 20 साल का बेटा विक्की सैनी है। वह गुरु तेग बहादुर साहब राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में द्वितीय वर्ष का छात्र था।
Mansa Devi stampede: The crowd came running and trampled people, three youths of Rampur died
मनसा देवी मार्ग पर भगदड़
विक्की शुक्रवार शाम करीब पांच बजे अपने चचेरे भाई सचिन (पुत्र गोविंद राम) के साथ कांवड़ का जल लेने बाइक से हरिद्वार गया था। उसके साथ ही अजीमनगर थाना क्षेत्र के ग्राम बहादुरगंज निवासी हलवाई का काम करने वाला फुफेरा भाई विपिन सैनी व जय किशन सैनी भी बाइक से साथ गए थे।
मनसा देवी मार्ग पर भगदड़
घायल जयकिशन के अनुसार वे चारों लोग प्रसाद चढ़ाने भीड़ के बीच मनसा देवी मंदिर जा रहे थे। इस बीच भगदड़ मची तो अचानक भीड़ आई और सभी को रौंदते निकल गई।  इसमें विक्की, जय किशन, सचिन, विपिन दब गए। घायल सचिन ने किसी तरह जय किशन को खींचकर घायलावस्था में बचाया। विक्की और विपिन की मौके पर ही मृत्यु हो गई।

मनसा देवी मार्ग पर भगदड़
सभी को हरिद्वार के जिला अस्पताल भेजा गया। जय किशन ने नौ बजे फोन कर सूचना अपने व विक्की के परिजनों को दी। परिजनों को जय किशन ने बताया कि दुर्घटना में विक्की और विपिन की मृत्यु हो चुकी है और वह दोनों घायल हैं। घटना के बाद चारों परिवारों के लोग तुरंत ही हरिद्वार रवाना हो गए।

मनसा देवी मार्ग पर भगदड़
कोतवाली पुलिस ने भी विक्की के घर पहुंच कर दुर्घटना की जानकारी ली। ग्राम प्रधान सविता देवी व चौधरी लोकेंद्र सिंह ने घर पहुंचकर घटना की असलियत जानी।कोतवाली प्रभारी बलवान सिंह ने बताया कि मृतक के परिजन शव लेने हरिद्वार रवाना हो गए हैं।

मनसा देवी मंदिर में दर्शन करने आए प्रत्यक्षदर्शी संतोष
काश जय किशन की बात मानी होती
हरिद्वार दुर्घटना के प्रत्यक्षदर्शी ग्राम मुरसैना निवासी जय किशन ने फोन पर बताया कि सुबह आठ बजे से ही विक्की, विपिन, सचिन जल्दी मनसा देवी चलने को कह रह थे। वह सभी से कह रहा था कि अभी बहुत भीड़ है, लेकिन कोई नहीं माना। इसके बाद सभी मनसा देवी के दर्शन को जाने लगे। इसके बाद भगदड़ में विक्की व विपिन की जान चली गई और वह व सचिन घायल हो गए।

मनसा देवी मंदिर में मची भगदड़
परिजनों के मना करने पर भी जबरन हरिद्वार गया था विक्की
ग्राम नगरिया कला के मजरा निवासी विक्की के तहेरे भाई धर्मपाल सैनी आदि ने बताया कि शुक्रवार शाम विक्की अपने चचेरे भाई सचिन के साथ हरिद्वार जाने की तैयारी कर रहा था तो उसके माता-पिता व परिवार के अन्य लोगों ने भी मना किया था। उन्होंने कहा कि चार दिन के बाद उनके मोहल्ले से 80 लोगों का जत्था जाएगा तब वह उनके साथ जल लेने हरिद्वार चला जाए, लेकिन वह नहीं माना और बाइक से चला गया।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोबाल
सचिन की भी जा सकती थी जान
दुर्घटना में घायल घटना के प्रत्यक्षदर्शी जय किशन ने बताया कि भगदड़ में हम चारों दब गए थे। उसने अपने पास ही सचिन को भी जब गंभीर हालत में तड़पते देखा तो किसी तरह सचिन को खींचकर भीड़ से बाहर निकाला। अगर वह सचिन को भीड़ से तुरंत बाहर न निकालता तो उसकी भी जान जा सकती थी।

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