पीएम केयर्स फंड निर्मित 35 आक्सीजन प्लांट लोकार्पित, देवभूमि से मिली अलग दिशा: मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने आक्सीजन प्लांट का किया उद्घाटन, कहा- देवभूमि उत्तराखंड से मेरे जीवन को मिली अलग दिशा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को सेना के हेलीकाप्टर से सुबह करीब 11 बजे एम्स ऋषिकेश के हेलीपैड पर लैंड किया। प्रधानमंत्री मोदी ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में पीएम केयर्स फंड से निर्मित आधुनिक आक्सीजन प्लांट का उद्घाटन किया।
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को एम्स ऋषिकेश में पीएम केयर्स फंड से निर्मित आधुनिक आक्सीजन प्लांट का उद्घाटन किया।
ऋषिकेश 07 अक्तूबर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देवभूमि उत्तराखंड में गंगा की धरती तीर्थनगरी से देश के देश के 27 राज्यों और आठ केंद्र शासित प्रदेशों में पीएम केयर्स फंड से स्थापित 35 पीएसए आक्सीजन प्लांट जनता को समर्पित किए। उन्होंने कहा कि मेडिकल आक्सीजन उत्पादन के क्षेत्र में भारत ने बड़ा लक्ष्य हासिल किया है। भविष्य में मेडिकल आक्सीजन को लेकर हम सक्षम राष्ट्र बन जाएंगे।
गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश पहुंचे। उन्होंने यहां से पीएम केयर्स फंड से स्थापित किए गए पीएसए आक्सीजन प्लांट का रिमोट दबाकर लोकार्पण किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड से उनका गहरा नाता है। इस देवभूमि ने उनके जीवन की धारा को बदलने का काम किया। इस भूमि से मेरा मर्म, कर्म, सत्व व तत्व का नाता है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2000 में उत्तराखंड का गठन हुआ था, इसके कुछ माह बाद ही देवभूमि तथा बाबा केदार के आशीर्वाद से उन्हें गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में सेवा का मौका मिला। आज सेवा के इस सफर का 21वें वर्ष में प्रवेश हो गया है। इस मौके पर वह देवभूमि में है इससे बड़ा सौभाग्य कुछ नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि विश्वव्यापी कोरोना महामारी से निपटना भारत के लिए एक बड़ी चुनौती थी।
जनसंख्या के अलावा यहां की भौगोलिक स्थिति चुनौती बनकर खड़ी थी। मगर, सरकार ने दृढ़ संकल्प के साथ काम करते हुए इस चुनौती को पार किया। हमने कोविड-19 पोर्टल के माध्यम से सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चलाकर पूरी दुनिया को एक राह दिखाई है। अब तक 93 करोड़ रोज लगाई जा चुकी है, जल्द ही हम 100 करोड़ के आंकड़े को पार कर जाएंगे। उन्होंने कहा कि आक्सीजन आपूर्ति के क्षेत्र में जहां हम सिर्फ 900 मैट्रिक टन मेडिकल आक्सीजन का उत्पादन करते थे, वही हमने इस अकल्पनीय लक्ष्य को 10 गुना बढ़ाकर दुनिया के सामने एक मिसाल पेश की है।
उन्होंने कहा कि भारत में आक्सीजन का सबसे अधिक प्रोडक्शन पूर्वी भारत में होता था। जबकि, इसकी सबसे अधिक जरूरत उत्तर व पश्चिमी भारत में पड़ी। ऐसे में पूरब से उत्तर पश्चिम तक आक्सीजन की आपूर्ति करना एक चुनौतीपूर्ण लक्ष्य था। सरकार ने आक्सीजन टैंकर के अलावा स्पेशल ट्रेन तथा वायु सेना की मदद से इस चुनौती का हल किया। डीआरडीओ की मदद से आक्सीजन उत्पादन के लिए नए संयंत्रों का निर्माण किया गया और आज देश का प्रत्येक जिला आक्सीजन उत्पादन के लिए आत्मनिर्भर हो गया है।
मोदी ने कहा कि 20 साल पहले मुझे आज के ही दिन गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में जिम्मेदारी मिली थी और आज के दिन उत्तराखंड आना मेरा सौभाग्य है। यहां आकर नई ऊर्जा मिलती है। जहां योग और आयुर्वेद की शक्ति से जीवन को आरोग्य बनाने का समाधान हुआ है, आज वहीं से देश भर के ऑक्सीजन प्लांट का शुभारंभ हुआ है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज हमारे पास तीन हजार विश्वस्तरीय जांच लैब हैं। कभी मास्क और दवाओं के आयात के लिए हम दूसरे देशों पर निर्भर थे। आज भारत मास्क और दवाएं निर्यात कर रहा है। दूरस्थ गांवों में भी वेंटिलेटर और ऑक्सीजन की सुविधा पहुंची है।
कहा कि एक लाख से अधिक ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर के लिए प्रधानमंत्री कोष से रुपए दिए गए। अब देश को करीब चार हजार नए ऑक्सीजन प्लांट मिलने जा रहे हैं।
देश के अस्पताल पहले से ज्यादा सक्षम हो रहे हैं। यह गर्व की बात है कि कोरोना वैक्सीन की 93 करोड़ डोज लगाई जा चुकी हैं और जल्द ही हम 100 करोड़ का लक्ष्य हासिल कर लेंगे।
आज देश के हर जिले के पास अपना पीएसए ऑक्सीजन प्लांट है। आने वाले समय में राज्य सरकार और केंद्र के प्रयासों से भारत में पीएम केयर्स के तहत चार हजार नए ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित होंगे। हमारा देश और यहां के अस्पताल अब काफी सक्षम हो गए हैं। भारत ने कोविन प्लेटफॉर्म बनाकर पूरी दुनिया को रास्ता दिखाया है कि इतने बड़े पैमाने पर टीकाकरण कैसे होता है।
भारत में पहले छह एम्स थे। आज देश में 22 एम्स हैं। सरकार का लक्ष्य है कि देश के हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज बनाया जाए। उत्तराखंड में भी पिथौरागढ़, हरिद्वार, रुद्रपुर में मेडिकल कॉलेज बनाए जा रहे हैं।
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंच पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पीठ थपथपाते हुए दिखे। वहीं उन्हाेंने एम्स ऋषिकेश में बने ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण भी किया।
अपने संबोधन में उन्होंने सेना और देश की सुरक्षा में उत्तराखंड के योगदान को भी सराहा। उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा में उत्तराखंड की विशेष भूमिका है।
भारत ने कोरोना महामारी का डटकर किया मुकाबला
इस अवसर पर केंद्रीय परिवार कल्याण एवं स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि वैश्वक महामारी कोरोना पूरे विश्व के लिए एक चुनौती बनकर आई थी, भारत ने उसका डटकर मुकाबला किया। कोरोना से प्रभावी जंग के लिए जब दुनिया में वैक्सीन बनाने की शुरुआती गई, तब भारत ने अपने वैज्ञानिकों पर भरोसा किया। उन्हें प्रोत्साहित कर देश में ही स्वदेशी वैक्सीन का निर्माण किया गया। यही नहीं, भारत ने वसुधैव कुटुंबकम की भावना को केंद्र में रखते हुए दुनिया के 120 देशों को वैक्सीन दी।
प्रधानमंत्री के नेतृत्व में उत्तराखंड हर क्षेत्र में बढ़ रहा आगे
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने प्रशासनिक जीवन की 21 वर्ष की यात्रा में हर रोज नए कीर्तिमान हासिल किए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का उत्तराखंड के प्रति सबसे अधिक लगाव है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व व मार्गदर्शन में उत्तराखंड हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है।
कार्यक्रम में उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट (सेवानिवृत्त) जनरल गुरमीत सिंह, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत मंच पर मौजूद रहे।
कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, तीरथ सिंह रावत,विजय बहुगुणा,भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक,काबीना मंत्री यशपाल आर्य,डॉक्टर हरक सिंह रावत,बिशन सिंह चुफाल,सुबोध उनियाल,सतपाल महाराज, रेखा आर्य,यतीश्वरानंद,राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी,नरेश बंसल,देहरादून महापौर सुनील उनियाल गामा,ऋषिकेश महापौर अनीता ममगाईं,एम्स के निदेशक प्रोफेसर अरविंद राजवंशी,डीन एकेडमिक प्रोफेसर मनोज कुमार गुप्ता आदि मौजूद रहे।