राजस्थान में चार साल में 40+ सांप्रदायिक दंगे, कन्हैयालाल की हत्या बड़े खतरे का संकेत
more than 40 communal riots in rajasthan in 4 years explained the udaipur kanhaiya lal murder case
Udaipur Murder:4 साल में राजस्थान में 40 से ज्यादा सांप्रदायिक दंगे,कन्हैया लाल की हत्या बड़े खतरे का संकेत !
प्रशांत श्रीवास्तव| नई दिल्ली, कन्हैया लाल की न केवल बेहद क्रूर तरीके से हत्या की गई, बल्कि आरोपियों ने हत्या के बाद वीडियो बनाकर अपनी क्रूरता का बखान भी किया है।
पिछले दो महीने में राजस्थान के जोधपुर, करौली साम्प्रदायिक हिंसा का शिकार हो चुके हैं।राज्य में पिछले 4 साल में 1100 से ज्यादा दंगों के मामले सामने आ चुके हैं।
उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल की जिस तरह तालिबानी तरीके से बेहद क्रूरता के साथ हत्या की गई है, उसने पूरे देश को हिला दिया है। भले ही आरोपित रियाज और गोस मोहम्मद को राजस्थान पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन जिस तरह से आरोपियों ने हत्या के बाद वीडियो बनाकर अपनी क्रूरता का बखान किया और मृतक कन्हैया लाल की जान बचाने की गुहार को नजर अंदाज किया गया, उससे राजस्थान पुलिस पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। और यह सवाल इसलिए भी बेहद महत्वपूर्ण हो जाते हैं कि राज्य अभी पिछले महीने 2 मई को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह नगर जोधपुर में परशुराम जयंती के मौके पर सांप्रदायिक हिंसा का सामना कर चुका है।
कन्हैया लाल ने जान बचाने की लगाई थी गुहार
न्यूज एजेंसी के मुताबिक कन्हैया लाल को सोशल मीडिया पर कुछ टिप्पणियां करने के मामले में स्थानीय पुलिस ने हाल ही में गिरफ्तार किया था। जमानत मिलने के बाद, कन्हैया लाल ने 15 जून को पुलिस को बताया था कि उन्हें धमकी भरे फोन आ रहे हैं। और जब कन्हैया लाल की हत्या हो गई है तो एएसआई भंवर लाल को शिकायत के समय लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। इस बीच पुलिस ने दावा किया है कि कन्हैयालाल की शिकायत के बाद पुलिस ने दोनों पक्षों का समझौता करा दिया था।
कन्हैया लाल का मामला राजस्थान में धार्मिक उन्माद का कोई अकेला मामला नहीं है। पिछले दो महीने में राजस्थान के जोधपुर, करौली जैसे शहर इसका शिकार हो चुके हैं। राज्य में पिछले 4 साल में 40 से ज्यादा सांप्रदायिक दंगे हो गए हैं। वहीं अगर दंगों की बात की जाय तो 1100 से ज्यादा मामले सामने चुके हैं।
राजस्थान 2018 2019 2020
घटनाएं पीड़ित घटनाएं पीड़ित घटनाएं पीड़ित
सांप्रदायिक हिंसा 18 22 18 18 3 3
दंगे 392 453 392 416 342 349
Source: NCRB
कन्हैया लाल की हत्या में दावत- ए- इस्लामी कनेक्शन !
जिस तरह आरोपितों ने वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धमकी दी है, और अपने गुनाह को कबूला है, उसे देखते हुए इसमें आतंकवादी साजिश का भी शक जताया जा रहा है। इसलिए अब पूरे मामले की भी एनआईए भी जांच करेगी। ऐसा बताया जा रहा है कि जिन दो आरोपितों ने रियाज अख्तरी और गौस मोहम्मद ने हत्याकांड को अंजाम दिया है उनका संबंध पाकिस्तान के दावत-ए- इस्लामी संगठन से हो सकता है और हो सकता है कि उनके इशारे पर ही इस क्रूर हत्याकांड को अंजाम दिया गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी आतंकी साजिश का शक जताया है।
हत्या का तरीका बड़े खतरे का संकेत
आरोपितों ने जिस तरह दर्जी कन्हैया लाल की हत्या को अंजाम दिया, वह बड़े खतरे का संकेत दे रहा है। आरोपितों ने न केवल हत्या करने का पूरी वीडियो बनाया, बल्कि बाद में अपने गुनाह को भी वीडियो के जरिए कुबूल किया। साफ है कि वह ऐसा कर दहशत फैलाना चाह रहे थे। इसीलिए जांच एजेंसियों को बड़ी साजिश का भी अंदेशा सता रहा है।
हाल ही में हुए कुछ प्रमुख सांप्रदायिक दंगे
जोधपुर- परशुराम जयंती और ईद के मौके पर धार्मिक झंडा को लेकर दो समुदाय में झड़प हो गई थी। इस दौरान जालोरी गेट चौराहे पर झंडे लगाने को लेकर विवाद हुआ था। पूरे शहर में तीन दिन तक कर्फ्यू लगा हुआ था।
करौली – दो अप्रैल को करौली में हिंदू नव वर्ष के मौके पर बाइक रैली निकालने के दौरान हिंसा भड़क गई थी। मामला रैली के दौरान पथराव से बिगड़ गया। उपद्रवियों ने 35 से ज्यादा दुकानों, मकानों और बाइकों को आग के हवाले कर दिया। करीब 15 दिन तक कर्फ्यू रहा।
झालावाड़- 19 जुलाई 2021 को झालावाड़ में दो समुदाय के बीच विवाद हो गया। इसके कुछ देर बाद यहां हिंसा भड़क गई। घरों, दुकानों और बाइकों में आगजनी और तोड़फोड़ की हुई।
बारां- 11 अप्रैल 2021 को दो युवकों की हत्या कर दी गई। जिसके कारण दो समुदायों में हिंसा भड़क गई।
बिहार में सबसे ज्यादा सांप्रदायिक हिंसा
NCRB के आंकड़ों को देखा जाय तो देश में 2018-2020 के दौरान सबसे ज्यादा सांप्रदायिक हिंसा के मामले बिहार में सामने आए हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र, राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश में भी बड़ी संख्या में साम्प्रदायिक हिंसा के मामले आए हैं।
राज्य 2018 2019 2020
घटनाएं पीड़ित घटनाएं पीड़ित घटनाएं पीड़ित
राजस्थान 18 22 18 18 3 3
बिहार 167 339 207 416 117 225
महाराष्ट्र 94 143 47 63 26 43
हरियाणा 45 45 50 50 51 51
मध्य प्रदेश 42 65 32 37 12 23