पेशावर: शिया मस्जिद में आत्मघाती हमला,56 मौतें,149 घायल,10 गंभीर
पाकिस्तान के पेशावर में आत्मघाती हमला:जुमे की नमाज के दौरान मस्जिद में ब्लास्ट; 65 की मौत, 149 से ज्यादा घायल; 10 की हालत गंभीर
इस्लामाबाद 04 मार्च।पाकिस्तान के पेशावर में शुक्रवार को जुमे की नमाज के दौरान हुए फिदायीन बम हमले में अब तक 45 नमाजियों की मौत हो गई। 65 से अधिक लोग घायल हैं, इनमें से 10 की हालत गंभीर बताई गई है। ये विस्फोट पेशावर के कोचा रिसालदार इलाके में किस्सा ख्वानी बाजार की एक शिया मस्जिद में हुआ। हमले के समय मस्जिद में करीब 150 लोग मौजूद थे।
पेशावर पुलिस के मुताबिक, शहर के किस्सा ख्वानी बाजार में दो हमलावरों ने मस्जिद में घुसने की कोशिश की और रोकने पर वहां खड़े पुलिसकर्मियों पर फायरिंग कर दी। इस दौरान एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई है जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके बाद हमलावर मस्जिद में घुसे और खुद को उड़ा लिया।
10 घायलों की हालत गंभीर
ब्लास्ट में घायल नमजियों को एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया, इनमें से 10 की हालत गंभीर है।
रेस्क्यू टीम घायलों को यहां के लेडी रीडिंग अस्पताल ले जा रही है। स्थानीय लोगों ने भी घायलों को अपनी मोटरसाइकिल और कारों में लादकर अस्पताल पहुंचाया। पुलिस और सुरक्षा टीमों ने इलाके की घेराबंदी कर दी है। लेडी रीडिंग अस्पताल के प्रवक्ता का कहना है कि 10 घायलों की हालत बेहद गंभीर है।
काले कपड़े पहने हुआ था आत्मघाती
पुलिस ने बताया है कि हमले में मौतों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि घटना के वक्त मस्जिद में करीब 150 लोग मौजूद थे।
विस्फोट के बाद शिया मस्जिद के अंदर के हालात।
हमले के दौरान वहां मौजूद एक प्रत्यक्षदर्शी ने पाकिस्तानी मीडिया को बताया कि एक हमलावर काले कपड़े था। वह मस्जिद के मेन हॉल में घुस गया और खुद को उड़ा लिया। इसके बाद हर जगह लाशें और घायल लोग ही पड़े थे। हॉल नमाजियों से भरा हुआ था।
भीड़भाड़ वाले इलाके में मस्जिद होने की वजह से रेस्क्यू टीम को यहां पर पहुंचने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इस वजह से लोग घायल नमाजियों को मोटर साइकिलों से अस्पताल ले गए।
इमरान खान ने हमले की निंदा की
प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस हमले की निंदा करते हुए घायलों को फौरन मेडिकल फेसेलिटीज मुहैया कराने की बात कही है। इमरान ने संबंधित अधिकारियों से घटना की रिपोर्ट भी मांगी है।
पाकिस्तान के पेशावर शहर के क़िस्सा ख़्वानी बाज़ार इलाक़े में शुक्रवार को जुमे की नमाज़ के दौरान शिया मस्जिद में हुए धमाके में कम से कम 56 लोगों की मौत हुई है. धमाका क़िस्सा ख़्वानी बाज़ार की गली कूचा-ए-रिसालदार में शिया मुसलमानों की जामा मस्जिद में हुआ.
लेडी रीडिंग अस्पताल के प्रवक्ता मोहम्मद आसिम ने बताया कि घटना में 56 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. उन्होंने बताया कि धमाके में 194 लोग ज़ख़्मी हैं जिनमें से तक़रीबन 10 की हालत नाज़ुक है.
निजी टीवी चैनल जियो न्यूज़ से बात करते हुए एसएसपी ऑपरेशंस हारून रशीद ने बताया है कि ये आत्मघाती हमला था.उनका कहना था कि हमलावर ने पहले गेट पर मौजूद पुलिस सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाया जिनमें एक पुलिस कॉन्स्टेबल की मौत हो गई है.
कई लोग गंभीर रूप से घायल
अली हैदर नामक एक चश्मदीद ने मीडिया को बताया कि सभी लोग मस्जिद में जुमे की नमाज़ की तैयारी कर रहे थे तभी एक बंदूक़धारी मस्जिद में दाख़िल हुआ और उसने गोलियां चलानी शुरू कर दीं.इसके बाद उसी बंदूक़धारी ने मस्जिद में धमाका कर दिया.
संवाददाता बिलाल अहमद के मुताबिक़ धमाके के बाद इलाक़े के लोगों में ग़ुस्सा था और पुलिस को मस्जिद में दाख़िल नहीं होने दिया जा रहा था लेकिन बाद में पाकिस्तानी सेना के अधिकारियों के आने के बाद स्थिति सामान्य हुई.
स्थानीय पत्रकार मुहम्मद ज़ुबैर ख़ान के मुताबिक़ ये मस्जिद पेशावर में शिया समुदाय की केंद्रीय मस्जिद है जहां पर तक़रीबन पूरे पेशावर से लोग जुमे की नमाज़ पढ़ने आते हैं.
पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख़ राशिद अहमद ने ट्वीट करके धमाके की निंदा की है.
उन्होंने ट्वीट किया, “पेशावर में आतंकी हमले की मैं निंदा करता हूं. घटना की रिपोर्ट ख़ैबर पख़्तूनख़्वा के मुख्य सचिव और आईजी से मांगी गई है. धमाके में मारे गए लोगों के लिए दुखी हूं. मैं शहीदों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं.”
बचाव कार्य में आई दिक़्क़तें
कूचा रिसालदार काफ़ी तंग और पेचीदा गलियों वाला इलाक़ा है.एक चश्मदीद ने बताया कि तंग रास्तों के कारण ज़ख़्मियों को अस्पताल पहुंचाने में भी कठिनाई का सामना करना पड़ा क्योंकि घटनास्थल तक गाड़ी नहीं जा सकती है.
चश्मदीदों का कहना है कि इसी वजह से ज़ख़्मियों को तीन से चार सौ मीटर तक हाथों में उठाकर या चारपाइयों पर उठाकर सड़क तक पहुंचाया गया और वहां से फिर एंबुलेंस के ज़रिए अस्पताल ले जाया गया.
एक अन्य चश्मदीद ने बताया कि मस्जिद में जुमे का ख़ुतबा जारी था कि उसी दौरान पहले भारी फ़ायरिंग हुई.
उनका कहना था, “ऐसे लगा कि दो तरफ़ से फ़ायरिंग हो रही है. फ़ायरिंग का सिलसिला शायद एक या दो मिनट तक जारी रहा होगा कि उसके फ़ौरन बाद बड़े धमाके की आवाज़ आई.”