उत्तराखंड कोरोना छह जून,446 नये केस,23 की मौत,
उत्तराखंड में कोरोना: 64 दिन बाद सबसे कम 446 संक्रमित मिले, 23 की मौत, 1580 मरीज हुए स्वस्थ
उत्तराखंड में कोरोना संक्रमित और मरीजों की मौत के मामले लगातार कम हो रहे हैं। राहत की बात ये है कि प्रदेश में लगभग 64 दिन के बाद सबसे कम संक्रमित मामले सामने आए हैं
उत्तराखंड में बीते 24 घंटे के भीतर 446 नए संक्रमित मिले और 23 मरीजों की मौत हुई है, जबकि 1580 मरीज स्वस्थ हुए हैं। कुल संक्रमितों की संख्या 334024 हो गई है।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक रविवार को 20503 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं, तीन अप्रैल के बाद एक दिन में सबसे कम नए मरीज मिले हैं। देहरादून जिले में 121 कोरोना संक्रमित मिले हैं। हरिद्वार में 67, पिथौरागढ़ में 61, टिहरी में 54, ऊधमसिंह नगर में 26, नैनीताल में 25, उत्तरकाशी में 23, चमोली में 23, पौड़ी में 20, रुद्रप्रयाग में नौ, अल्मोड़ा में सात, बागेश्वर में छह, चंपावत जिले में चार संक्रमित मामले मिले हैं।
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प्रदेेश में 24 घंटे में 23 कोरोना मरीजों की मौत हुई है। जबकि हरिद्वार, नैनीताल व टिहरी जिले में 12 कोरोना मरीजों की मौत बैकलॉग की है। अब तक 6699 मरीजों की मौत हो चुकी है।
वहीं, आज 1580 मरीजों को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज किया गया। इन्हें मिला कर 306239 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। संक्रमितों की तुलना में ज्यादा मरीज ठीक होने से रिकवरी दर 91.38 प्रतिशत हो गई है। वर्तमान में 16125 मरीजों का उपचार चल रहा है।
कोरोना सैंपल जांच में आई 29 प्रतिशत की कमी
प्रदेश में कोरोना संक्रमित के मामले लगातार कम होने के साथ ही सैंपल जांच भी घटी हैं। मई के अंतिम दिनों की तुलना में जून में सैंपल जांच में 29 प्रतिशत की कमी आई है। संक्रमण की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग को पहले की तरह सैंपल टेस्टिंग बढ़ाने की जरूरत है।
प्रदेश में कोविड काल को 448 दिन का समय बीत गया है। अब तक 49.36 लाख से ज्यादा सैंपलों की जांच की गई है। मई में संक्रमण रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जांच बढ़ाई थी। मई के अंत में एक दिन में 37 हजार से अधिक सैंपलों की जांच की गई लेकिन पिछले तीन दिनों से 30 हजार से कम सैंपलों की जांच हुई है।
सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटी फाउंडेशन के अध्यक्ष अनूप नौटियाल का कहना है कि पिछले तीन दिनों में सैंपल जांच में 29 प्रतिशत की कमी आई है। कोरोना से जंग में अभी सैंपल जांच बढ़ाने की जरूरत है। जिससे संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। प्रदेेश में भले ही संक्रमितों की संख्या लगातार कम हो रही है लेकिन जांच को कमी नहीं आनी चाहिए।
दिन सैंपल जांच
27 मई 36950
28 मई 37595
29 मई 37027
03 जून 28137
04 जून 26832
05 जून 23512कोरोना : देश के सबसे ज्यादा मृत्युदर वाले राज्यों में छह पर्वतीय, उत्तराखंड नंबर एक पर
पांच जून तक सर्वाधिक मृत्यु दर वाले हिमालयी राज्यों में उत्तराखंड के बाद नागालैंड, हिमाचल प्रदेश, मेघालय, सिक्किम और मणिपुर है।
कोरोना संक्रमण से देश में सबसे ज्यादा मृत्यु दर देश के 11 राज्यों में से छह हिमालयी राज्यों में है। इनमें उत्तराखंड की मृत्यु दर हिमालयी राज्यों में सबसे ज्यादा है। उसके बाद नागालैंड में कोरोना मृत्यु दर ज्यादा है।
उत्तराखंड में कोरोना मृत्यु दर दो प्रतिशत के आसपास
पांच जून तक सर्वाधिक मृत्यु दर वाले हिमालयी राज्यों में उत्तराखंड के बाद नागालैंड, हिमाचल प्रदेश, मेघालय, सिक्किम और मणिपुर है। उत्तराखंड में कोरोना मृत्यु दर दो प्रतिशत के आसपास है।
उत्तराखंड में कोरोना: 24 घंटे में 619 नए संक्रमित मिले, 16 की मौत, 2531 मरीज हुए स्वस्थ
हिमालयी राज्यों में कोरोना मृत्यु दर का अत्यधिक होना बेहद चिंता का विषय
सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटीज फाउंडेशन के संस्थापक अनूप नौटियाल के मुताबिक, हिमालयी राज्यों में कोरोना मृत्यु दर का अत्यधिक होना बेहद चिंता का विषय है। कोरोना की दूसरी लहर में हुई मानवीय हानि ने हिमालयी राज्यों में जन स्वास्थ्य बदहाली की कलई भी खोली है। उनके मुताबिक, जन स्वास्थ्य के मामले में सभी हिमालयी राज्यों में कमोवेश एक जैसी स्थिति है।
संसाधनों की समस्या सभी हिमालयी राज्यों में समान
डॉक्टरों व दक्ष कर्मचारियों की कमी, संसाधनों की समस्या सभी हिमालयी राज्यों में समान है। केंद्र और राज्य सरकारों को इस बारे गंभीरता से विचार करना होगा। क्योंकि यह चिंता केवल हिमालयी राज्य में वास करने वाले लोगों के स्वास्थ्य को लेकर नहीं है, बल्कि सवाल करोड़ों की संख्या में हर साल वहां यात्रा और सैर करने वाले सैलानियों और श्रद्धालुओं की सेहत का भी है।
11 राज्यों में हिमालयी राज्य
राज्य – मृत्यु दर (प्रतिशत में)
पंजाब – 2.6
उत्तराखंड -2.0
नागालैंड -1.9
महाराष्ट्र – 1.7
दिल्ली -1.7
हिमाचल -1.7
मेघालय -1.7
गोवा -1.7
अंडमान निकोबार – 1.7
सिक्किम -1.6
मणिपुर -1.6