वसूली को दून आये आआपा पूर्व अध्यक्ष कलेर के इकलौते पुत्र का शव मिला होटल में
सिकंदर कलेर का फाइल फोटो
देहरादून 30 सितंबर।उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एसएस कलेर के इकलौते बेटे की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। उसका शव जाखन स्थित एक होटल के कमरे में मिला। युवक ने बुधवार शाम को ही होटल में चेक इन किया था। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवाया है। शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद ही मृत्यु के कारणों का पता चल सकेगा।
युवक की पहचान सिकंदर कलेर (24 वर्ष) पुत्र एसएस कलेर निवासी ग्रीन व्यू अपार्टमेंट मल्लीताल, नैनीताल के रूप में हुई। एसएस कलेर का ट्रांसपोर्ट का बिजनेस है। सिकंदर भी इस काम में हाथ बंटाता था। अक्सर देहरादून से पेमेंट लेने के लिए सिकंदर ही आता था। इस बार भी करीब 15 दिन पहले सिकंदर देहरादून आया था। इससे पहले वह विभिंन्न होटलों में रुका था। बुधवार शाम को इस होटल में आया था। सिकंदर की मौत की सूचना के बाद आप नेत्री एडवोकेट रजिया बेग व अन्य नेता भी मौके पर पहुंचे।
सामने आया कि जब भी सिकंदर देहरादून आता था तब वह डॉक्टर सोएब अंसारी के संपर्क में भी रहता था। डॉ. अंसारी कलेर परिवार के मित्र हैं और यहां के कामकाज पर भी नजर रखते हैं। डॉ. अंसारी ने बताया कि उन्हें बृहस्पतिवार सुबह आठ बजे एसएस कलेर का फोन आया था। उन्होंने बताया था कि सिकंदर बुधवार शाम से फोन नहीं उठा रहा है।
डॉक्टर अंसारी को इस बात की जानकारी थी कि सिकंदर होटल रोज वुड में ठहरा हुआ है। इस पर वह होटल पहुंचे तो दरवाजा नहीं खुला। उन्होंने स्टाफ से कहा तो उन्होंने मना कर दिया। इस बात पर उनकी बहस भी हो गई। काफी जद्दोजहद करने के बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दे दी।
पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजा तोड़ा। अंदर देखा तो बिस्तर पर युवक पड़ा हुआ था। वह पीठ के बल लेटा था और उसके हाथ-पैर मुड़े हुए थे। बिस्तर पर उल्टियां भी की हुई थीं। इमरजेंसी सेवा के लोगों ने चेक किया तो पता चला कि उसकी मौत हो चुकी थी।
सिकंदर ने बुधवार रात कुशाग्र नाम के युवक को फोन कर बुलाया और उसके साथ पार्टी करने चला गया। वहां से जब वापस आया तो कुशाग्र ने उसे दरवाजे पर ही छोड़ दिया। उसने होटल स्टाफ से कहा कि उसे कमरे तक छोड़ दो। होटल स्टाफ के मुताबिक सिकंदर चलते हुए डगमगा रहा था। अपने साथ ले जाने की बात कुशाग्र ने पुलिस और मीडिया दोनों के सामने कही है।
कुशाग्र ने पुलिस को बताया कि सिकंदर ने रात 11 बजे फोन किया था। इसके बाद वह उसे अपनी कार में लेकर भट्टा फॉल तक गया। कुशाग्र के अनुसार वहां उन्होंने ने कार में ही शराब पी। इसके बाद देर रात करीब दो बजे वह उसे होटल लेकर पहुंचा था।
कुशाग्र के अनुसार उसकी सिकंदर से मुलाकात तीन-चार महीने पहले ही हुई थी। कुशाग्र ने उस दौरान आप पार्टी ज्वाइन की थी। पुलिस ने कुशाग्र के बयान दर्ज कर लिए हैं। कुशाग्र के अनुसार दोनों ने ज्यादा पी ली थी। लिहाजा, उसने स्टाफ से ही कह दिया कि उसे कमरे तक छोड़ आएं। सीसीटीवी फुटेज में भी उनके गेट तक आने की पुष्टि हुई है।
होटल में मिला आप के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के बेटे का शव, जांच में जुटी पुलिस
होटल में संदिग्ध परिस्थितियों में शव मिला है। मृतक की पहचान सिकंदर कलेर के रूप में हुई है जोकि आम आदमी पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एसएस कलेर का बेटा है।सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस फोर्स और फॉरेंसिक की टीम ने जांच शुरू कर दी है।
पुलिस और फोरेंसिक टीम ने मौके पर जाकर पड़ताल की। शव को पोस्टमार्टम के लिए कोरोनेशन अस्पताल भेजा गया है। पुलिस इस प्रकरण की हर कोण से जांच कर रही है।
पुलिस के अनुसार, खटीमा निवासी एसएस कलेर का बेटा सिकंदर कलेर बुधवार शाम से राजपुर के जाखन स्थित होटल रोजवुड इन के कमरा नंबर 209 में ठहरा था। बताया जा रहा है कि होटल में कमरा लेने के बाद सिकंदर अपने दोस्त कुशाग्र वर्मा के साथ कहीं बाहर गया था। रात करीब दो बजे वह होटल लौटा, कुशाग्र उसे छोडऩे आया था। वह होटल के बाहर से ही वापस चला गया। होटल के सीसीटीवी कैमरे में सिकंदर अकेले ही अपने कमरे की तरफ जाता दिख रहा है।
अधिक मात्रा में पी थी शराब
जाखन बाजार पुलिस चौकी के इंचार्ज नवीन जोशी के अनुसार, सिकंदर के दोस्त कुशाग्र ने बताया कि बुधवार शाम वह और सिकंदर भट्ठाफाल की तरफ घूमने गए थे। सिकंदर अपने साथ शराब की एक बोतल भी ले गया था। वहां दोनों ने शराब पी। कुशाग्र का कहना है कि उसने काफी कम मात्रा में शराब पी थी। अधिकांश शराब सिकंदर ने ही पी। इसके बाद कुशाग्र ने सिकंदर को होटल में छोड़ा और अपने घर चला गया। सिकंदर ने कमरे में पहुंचने के बाद उल्टी भी की, जो उसके कपड़ों में गिरी थी। ऐसे में पुलिस अधिक शराब पीने से सिकंदर की मौत होने की आशंका जता रही है। हालांकि, मृत्यु की स्पष्ट वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगी।
ट्रांसपोर्ट का काम करता था सिकंदर
पुलिस ने बताया कि सिकंदर खटीमा में ट्रांसपोर्ट का काम करता था। कुछ दिनों से वह देहरादून में ही ठहरा हुआ था और चालान व क्लेक्शन का काम निपटा रहा था। वह हर रोज स्वजन से फोन पर बात करता था। बुधवार शाम के बाद उसका फोन नहीं उठा तो स्वजन चिंतित हो गए।